जो बाइडेन का अमेरिकी राष्ट्रपति पद पर कमला हैरिस को समर्थन

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 22 जुलाई 2024 | जयपुर : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे। चुनाव से 4 महीने पहले रविवार को उन्होंने चिट्ठी लिखकर इस बात का ऐलान किया। बाइडेन ने कहा- मैं देश और पार्टी हित के लिए चुनाव से बाहर हो रहा हूं। बाइडेन ने राष्ट्रपति पद की रेस से हटने के साथ डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट के तौर पर उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का नाम आगे बढ़ाया।

जो बाइडेन का अमेरिकी राष्ट्रपति पद पर कमला हैरिस को समर्थन

दरअसल, अमेरिका में 28 जून को हुई प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता यह मांग कर रहे थे कि वे राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी छोड़ दें। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा से लेकर पार्टी की सबसे सीनियर लीडर नैंसी पेलोसी उन्हें प्रेसिडेंशियल रेस से बाहर होने को कह चुकीं थीं।

जो बाइडेन का अमेरिकी राष्ट्रपति पद पर कमला हैरिस को समर्थन

इसके बाद बाइडेन ने कहा था कि अगर डॉक्टर मुझे अनफिट या किसी बीमारी से ग्रसित पाते हैं तो मैं राष्ट्रपति की रेस से बाहर हो जाऊंगा। इसके बाद वे कोरोना पॉजिटिव हो गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डेमोक्रेटिक पार्टी जल्द ही उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर सकती है। उधर, डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि बाइडेन कभी भी राष्ट्रपति पद के लायक नहीं थे। वे धोखेबाज हैं और सिर्फ फेक न्यूज की वजह से प्रेसिडेंट बनें।

बाइडेन की चिट्टी की 4 बड़ी बातें…

बाइडेन ने लेटर में उनके कार्यकाल के दौरान अमेरिका में हुए विकास के बारे में बात लिखीं। उन्होंने कहा कि साढ़े तीन साल में हमने देश के तौर पर महान तरक्की की है। आज अमेरिका दुनिया की सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था है। हमने देश को बनाने के लिए ऐतिहासिक निवेश किए हैं।

उन्होंने आगे कहा कि बड़ी संख्या में अमेरिकियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए हम अफोर्डेबल हेल्थ केयर को लेकर आए हैं। हमने पिछले 30 साल में पहली बार गन सेफ्टी लॉ पास किया है। दुनिया के इतिहास में पहली बार हम पर्यावरण के बचाने के लिए कानून लेकर आए। अमेरिका इतनी बेहतर स्थिति में कभी नहीं रहा, जितना आज है।

मैं जानता हूं कि ये सब अमेरिकी लोगों के बिना नहीं हो सकता था। हम साथ रहकर ही सदी के महामारी और 1930 के बाद आई सबसे खराब इकोनॉमिक क्राइसिस से उबरे। हमने हमारी डेमोक्रेसी को बचाया। हमने दुनियाभर में अपने सहयोगियों मजबूत किया।

आपके प्रेसिडेंट के रूप में देश की सेवा करना, ये मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान है। मैं अपनीा टीम में एक्स्ट्राऑर्डिनरी पार्टनर के तौर पर कमला हैरिस को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। आज मेरा ये विश्वास है कि ऐसा कुछ नहीं है, जो अमेरिका नहीं कर सकता, अगर हम साथ मिलकर करें। बस हमें खुद को बताने की जरूरत है कि हम यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका हैं।

‘बाइडेन कभी भी राष्ट्रपति पद के योग्य नहीं थे’ ट्रम्प 

बाइडेन के चुनाव न लड़ने के फैसले पर डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वे कभी भी राष्ट्रपति पद के योग्य नहीं थे। बाइडेन इस पद पर भी रहने लायक नहीं हैं और न कभी थे। वह झूठ, फेक न्यूज और अपने बेसमेंट से बाहर न निकलने के कारण राष्ट्रपति बने। उनके आसपास के सभी लोग जानते थे कि वह राष्ट्रपति बनने के योग्य नहीं थे।

देखिए उन्होंने हमारे देश का क्या हाल कर दिया है। लाखों लोगअवैध तरीके से हमारी सीमा में दाखिल हो रहे हैं। इनमें से कई लोग जेल तो कई पागलखाने से भागे हैं। इनमें रिकॉर्ड संख्या में आतंकवादी हैं। हम बाइडेन के राष्ट्रपति रहने की वजह से और दुख झेलेंगे। लेकिन हम उनके किए गए नुकसान की बहुत जल्द भरपाई भी करेंगे। मेक अमेरिका ग्रेट अगेन।

‘बाइडेन सर्वोच्च कोटि के देशभक्त’ ओबामा

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बाइडेन को सर्वोच्च कोटि के देशभक्त कहा। उन्होंने कहा कि जो बाइडेन अमेरिका के सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रपतियों में से एक रहे हैं। साथ ही मेरे प्रिय मित्र और साथी भी हैं।

आज हमें फिर से याद दिलाया गया है कि बाइडेन सर्वोच्च कोटि के देशभक्त हैं। हालांकि, ओबामा ने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में कमला हैरिस का समर्थन करेंगे या नहीं।

एक्टब्लू ने 5 घंटे में जुटाए 27.5 मिलिनय डॉलर

डेमोक्रेटिक पार्टी के फंडरेजिंग प्लेटफॉर्म एक्टब्लू ने कहा कि उसने राष्ट्रपति जो बाइडेन के चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस का समर्थन करने के बाद 5 घंटे में छोटे-छोटे दान में 27.5 मिलियन डॉलर जुटाए।

डेमोक्रेटिक पार्टी का कन्वेंशन 19 अगस्त से, कमला को बहुमत पाना होगा

बाइडेन मैदान से हटे हैं, लेकिन जनवरी 2025 तक राष्ट्रपति पद पर बने रहेंगे। इस हफ्ते देश को संबोधित करेंगे। सबकी निगाह 19 अगस्त से शिकागो में होने वाले डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन पर है। इसमें पार्टी के 4 हजार प्रतिनिधि राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी का चयन करने के लिए जुटेंगे।

यह भी संभव है कि प्रत्याशी चयन कन्वेंशन से पहले वर्चुअल हो जाए। अगर, कोई डेमोक्रेट कमला को चुनौती देना चाहता है तो 600 प्रतिनिधियों के हस्ताक्षर के साथ दावा करना होगा। कन्वेंशन में बहुमत समर्थन जुटाना होगा। कमला की उम्मीदवारी को गवर्नर गैविन न्यूसम, विटमर, बेशर और सैपियो से चुनौती मिल सकती है।

डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से बाइडेन-कमला के नाम पर 2007 करोड़ रु. का चंदा जमा हो चुका था। अब कमला को बाइडेन का समर्थन मिलने के बाद यह तय है कि वे इसका इस्तेमाल चुनाव में कर सकेंगी। कमला हैरिस उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार तय करेंगी। इनमें सीनेटर मार्क केली, गवर्नर एंडी बैशहीयर और रॉय कूपर का नाम चर्चा में है। इनमें से मार्क केली का नाम सबसे आगे है।

चार दिन पहले बाइडेन कोरोना पॉजिटिव हुए थे

18 जुलाई को 81 साल के बाइडेन कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। व्हाइट हाउस ने बताया था कि वे आइसोलेशन में रहकर काम करेंगे। 81 साल के बाइडेन को तीसरी बार कोरोना हुआ है। इससे एक दिन पहले उन्होंने कहा था कि अगर डॉक्टर उन्हें अनफिट घोषित करते हैं तो वे राष्ट्रपति चुनाव की रेस से बाहर हो जाएंगे। डिबेट के दौरान जब ट्रम्प राष्ट्रपति बाइडेन पर आरोप लगा रहे थे, तब बाइडेन खांसते नजर आए।

‘अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन 6 घंटे ही काम कर पाते हैं’

दो हफ्ते पहले आई एक्सियोस की रिपोर्ट ने बाइडेन की खराब सेहत पर कई सवाल उठाए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, बाइडेन सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक ही काम कर पाते हैं। व्हाइट हाउस के कर्मचारियों के हवाले से छपी रिपोर्ट के मुताबिक बाइडेन रोजाना 6 घंटे ही बेहतर काम कर पाते हैं।

इससे पहले ट्रम्प से 28 जून को पहली प्रेसिडेंशियल में बाइडेन कई मौकों पर बिना सोचे-समझे बोल रहे थे। कई बार लड़खड़ाते हुए भी दिखे थे, जिस कारण वे बहस हार गए। इसके बाद नाटो समिट के दौरान बाइडेन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को प्रेसिडेंट पुतिन कह दिया था। इसके कुछ ही देर बाद उन्होंने अपनी गलती दोहराई और वो अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस का नाम भूल गए और उन्हें डोनाल्ड ट्रम्प बोल दिया था।

पोल में दावा- ट्रम्प जीत सकते हैं राष्ट्रपति चुनाव

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर रविवार (14 जुलाई) को हुई गोलीबारी के बाद अमेरिकी मीडिया CNN के पोल में बाइडेन की हार का दावा किया गया है। पोल में बताया गया है कि कुल 588 सीटों में से ट्रम्प की पार्टी रिपब्लिकन को 330 सीटें मिल सकती है।

बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी को 208 सीटें मिलने का दावा किया है। अमेरिका में राष्ट्रपति बनने के लिए 270 सीटें जीतना जरूरी होती हैं। इससे पहले 2020 में बाइडेन को 306 सीटें और ट्रम्प को 232 सीटें मिली थीं।

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क्वाड शिखर सम्मेलन : पीएम मोदी चीन का नाम लेने से भी क्यों डरते हैं

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 22 सितंबर 2024 | जयपुर :  क्वाड शिखर सम्मेलन में सभी चार देशों (भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया) के राष्ट्राध्यक्ष ने एक संयुक्त बयान जारी किया। जिसमें सभी नेताओं ने आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद पर चिंता जाहिर की है। इसके अलावा क्वाड नेताओं ने पूर्वी और दक्षिण चीन सागर की स्थिति पर अपनी राय रखी है।

क्वाड शिखर सम्मेलन : पीएम मोदी चीन का नाम लेने से भी क्यों डरते हैं

पीएम मोदी के स्टेटमेंट में चीन शब्द का जिक्र तक नहीं है। जबकि सभी देशों ने खुलकर चीन का नाम लिया है, भारत के अपने ऑफिसियल स्टेटमेंट के प्रेस नोट तक से चीन का नाम गायब है।   आखिरकार ऐसा क्या है कि पीएम मोदी चीन का नाम लेने से भी क्यों डरते हैं।

क्वाड शिखर सम्मेलन 2024

डेलावेयर में क्वाड नेताओं के छठे शिखर सम्मेलन में भाग लिया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 21 सितंबर, 2024 को विलमिंगटन, डेलावेयर में क्वाड नेताओं के छठे शिखर सम्मेलन में भाग लिया। इस महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन अमरीका के राष्ट्रपति महामहिम श्री जोसेफ आर. बाइडेन ने किया था। शिखर सम्मेलन में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री महामहिम श्री एंथनी अल्बानीज़ और जापान के प्रधानमंत्री महामहिम श्री फुमियो किशिदा भी शामिल हुए।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने और वैश्विक कल्याण के लिए क्वाड को एक संगठन के रूप में सशक्त बनाने की राष्ट्रपति बाइडेन की व्यक्तिगत प्रतिबद्धता के लिए उनको धन्यवाद दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय दुनिया तनाव एवं संघर्ष से ग्रस्त है और ऐसी विषम परिस्थितियों में साझा लोकतांत्रिक विचारों तथा मूल्यों के साथ क्वाड भागीदार देशों का एक साथ एक मंच पर आना मानवता के लिए महत्वपूर्ण है।

श्री मोदी ने इस बात पर बल दिया कि क्वाड संगठन कानून के शासन, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान एवं विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के उद्देश्य से अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता के साथ खड़ा है।

उन्होंने यह भी कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र को स्वतंत्र, मुक्त, समावेशी और समृद्ध बनाना क्वाड देशों का साझा उद्देश्य है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि क्वाड यहां बने रहने, सहायता पहुंचाने, साझेदारी करने और हिंद-प्रशांत देशों के प्रयासों को पूरक बनाने के लिए है।

संगठन के नेताओं ने इस बात पर जोर दिया है कि क्वाड “वैश्विक भलाई के लिए एक ताकत” के रूप में उभर कर सामने आया है। इस संबंध में हिंद-प्रशांत क्षेत्र और समग्र रूप से वैश्विक समुदाय की विकास प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए निम्नलिखित घोषणाएं की गयी हैं:

  1. “क्वाड कैंसर मूनशॉट”, सर्वाइकल कैंसर से लड़कर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में जीवन बचाने के लिए एक अभूतपूर्व साझेदारी।
  2. “हिंद-प्रशांत क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए समुद्री पहल” (मैत्री) का उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र भागीदार देशों को आईपीएमडीए और अन्य क्वाड गतिविधियों के माध्यम से प्रदान किए गए उपकरणों का अधिकतम उपयोग करने में सक्षम बनाना है।
  3. पहली बार अंतर-संचालन सहभागिता क्षमता में सुधार और समुद्री सुरक्षा को आगे बढ़ाने के लिए 2025 में “क्वाड-एट-सी शिप ऑब्जर्वर मिशन”।
  4. “भविष्य की साझेदारी हेतु क्वाड बंदरगाह”, जिसमें हिंद-प्रशांत क्षेत्र में टिकाऊ और लचीले पत्तन बुनियादी ढांचे के विकास का सहयोग करने के लिए क्वाड की सामूहिक विशेषज्ञता का उपयोग किया जाएगा।
  5. हिंद-प्रशांत क्षेत्र और उसके बाहर “डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना के विकास एवं विस्तार के लिए क्वाड सिद्धांत”।
  6. क्वाड की सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखलाओं में लचीलापन बढ़ाने के लिए “सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला आकस्मिकता नेटवर्क सहयोग ज्ञापन”।
  7. हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में उच्च दक्षता वाली किफायती शीतलन प्रणालियों की तैनाती और विनिर्माण सहित ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से क्वाड के सामूहिक प्रयास।
  8. भारत द्वारा मॉरीशस के लिए अंतरिक्ष आधारित वेब पोर्टल की स्थापना, ताकि मौसम की चरम स्थितियों में होने वाली घटनाओं और जलवायु प्रभाव की अंतरिक्ष आधारित निगरानी के उद्देश्य से मुक्त विज्ञान की अवधारणा को बढ़ावा दिया जा सके।
  9. भारत ने क्वाड एसटीईएम फेलोशिप के तहत एक नई उप-श्रेणी की घोषणा भी की है, जिसके तहत हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के विद्यार्थियों को भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित तकनीकी संस्थान में 4 वर्षीय स्नातक स्तर के इंजीनियरिंग कार्यक्रम में प्रवेश दिया जाएगा।

पूर्वी और दक्षिण चीन सागर पर रखी अपनी बात

पूर्वी और दक्षिण चीन सागर पर रखी अपनी बात पूर्वी और दक्षिण चीन सागर का जिक्र करते हुए क्वाड नेताओं ने कहा, ‘हम पूर्वी और दक्षिण चीन सागर की स्थिति को लेकर गंभीर रूप से चिंतित हैं। हम विवादित विशेषताओं के सैन्यीकरण और दक्षिण चीन सागर में बलपूर्वक और डराने-धमकाने वाले युद्धाभ्यासों के बारे में अपनी गंभीर चिंता व्यक्त करना जारी रखते हैं। हम खतरनाक युद्धाभ्यासों के बढ़ते उपयोग सहित तट रक्षक और समुद्री मिलिशिया जहाजों के खतरनाक उपयोग की निंदा करते हैं। हम अन्य देशों की अपतटीय संसाधन दोहन गतिविधियों को बाधित करने के प्रयासों का भी विरोध करते हैं। हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि समुद्री विवादों को शांतिपूर्वक और अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार हल किया जाना चाहिए, जैसा कि UNCLOS में परिलक्षित होता है।’

यूक्रेन युद्ध पर की चर्चा

यूक्रेन में जारी युद्ध को लेकर भी क्वाड नेताओं ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा, “हम यूक्रेन में चल रहे युद्ध पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते हैं, जिसमें भयानक और दुखद मानवीय परिणाम शामिल हैं। हम में से प्रत्येक ने युद्ध शुरू होने के बाद से यूक्रेन का दौरा किया है, और इसे प्रत्यक्ष रूप से देखा है। हम अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुरूप एक व्यापक, न्यायसंगत और स्थायी शांति की आवश्यकता को दोहराते हैं, जो संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान सहित संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों के अनुरूप है।”

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संगठन के नेताओं ने वर्ष 2025 में भारत द्वारा क्वाड नेताओं के अगले शिखर सम्मेलन की मेजबानी का स्वागत किया है। बैठक के दौरान क्वाड एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए क्वाड विलमिंगटन घोषणा-पत्र को अपनाया गया।

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लेबनान में पेजर वॉकी-टॉकी के बाद अब सोलर सिस्टम में धमाके

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 19 सितंबर 2024 |   जयपुरलेबनान में पेजर, वॉकी-टॉकी के बाद अब सोलर सिस्टम में धमाके हुए हैं। पिछले 2 दिन में धमाकों के तीन पैटर्न में 32 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 3500 से ज्यादा घायल हैं।

लेबनान में पेजर वॉकी-टॉकी के बाद अब सोलर सिस्टम में धमाके

लेबनान में पेजर वॉकी-टॉकी के बाद अब सोलर सिस्टम में धमाके

लेबनान में ईरान के समर्थन वाले हिजबुल्लाह संगठन के लड़ाके इजराइली हैकिंग से बचने के लिए मोबाइल फोन की जगह पेजर और वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल करते हैं। वहीं, राजधानी बेरूत में बड़ी संख्या में घरों पर सोलर सिस्टम लगे हुए हैं। हिजबुल्लाह ने इन हमलों के पीछे इजराइल का हाथ बताया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को इस मामले में आपात बैठक बुलाई है।

पेजर ब्लास्ट में मारे गए लोगों का बुधवार को जनाजा निकल रहा था। इस दौरान गाड़ी में रखे वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट हो गया।

पेजर ब्लास्ट में मारे गए लोगों का बुधवार को जनाजा निकल रहा था। इस दौरान गाड़ी में रखे वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट हो गया।

लेबनान में 2 दिन में धमाकों के 3 तरीके

  • पहला: मंगलवार, करीब 3000 पेजर में ब्लास्ट; 12 मौतें, 3000 घायल
  • दूसरा: बुधवार, वॉकी-टॉकी में धमाके; 20 मौतें, 450 घायल
  • तीसरा: गुरुवार, सोलर सिस्टम में धमाका; 06 घायल

लेबनान में हुए पेजर और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट की तस्वीरें…

बुधवार को वॉकी-टॉकी ब्लास्ट से एक कार में आग लग गई।
बुधवार को वॉकी-टॉकी ब्लास्ट से एक कार में लगी आग
बुधवार को एक इमारत में आग लग गई। बताया गया कि यहां भी वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट हुआ।
बुधवार को एक इमारत में आग लग गई। बताया गया कि यहां भी वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट
बेरूत को मंगलवार को रोजमर्रा के काम करने के दौरान लोगों के पेजर्स में ब्लास्ट हुए।
बेरूत को मंगलवार को रोजमर्रा के काम करने के दौरान लोगों के पेजर्स में ब्लास्ट

गाजा ने उत्तरी सीमा पर भेजे गए इजराइली सैनिक

लेबनान में हमलों के बीच इजराइली ने अपने कई सैनिकों को गाजा से नॉर्दर्न बॉर्डर शिफ्ट किया है। अलजजीरा के मुताबिक, इजराइली के इजराइल के नॉर्दर्न कमांड के मेजर-जनरल ओरी गोर्डिन ने कहा, “हमारा मिशन साफ है। हम सुरक्षा की स्थिति को बदलने के लिए तैयार हैं।” मिलिट्री ने बताया कि उन्होंने इसी हफ्ते इजराइल की उत्तरी सीमा पर युद्धाभ्यास भी किया था।

CNN के मुताबिक वॉकी-टॉकी बनाने वाली जापानी कंपनी आईकॉम इंक ने लेबनान में जिस मॉडल के वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल हो रहा था उसका प्रोडक्शन 10 साल पहले ही बंद हो गया था। कंपनी ने कहा कि वो अभी तय नहीं कर पाई है कि ब्लास्ट होने वाले वॉकी-टॉकी नकली हैं या फिर उनकी ही कंपनी के हैं।

ईरान ने कहा है कि वह लेबनान में घायल हुए राजदूत मोजतबा अमानी का बदला लेगा। ईरानी मिशन ने संयुक्त राष्ट्र में बुधवार को कहा कि उसके पास इस तरह के अपराधों का जवाब देने के लिए जरूरी कदम उठाने का अधिकार है।

लेबनान में मंगलवार को हुए पेजर धमाके में ईरान के राजदूत घायल हो गए थे। NYT के मुताबिक इस हमले में मोजतबा की एक आंख खराब हो गई और दूसरी आंख में भी चोट लगी है। हालांकि बाद में ईरान ने दावा किया था कि उसके राजदूत घायल हुए हैं मगर उनकी आंख को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।

CNN के मुताबिक इजराइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने इजराइल डिफेंस फोर्स के साथ-साथ देश की सुरक्षा एजेंसी शिन बेत और उसकी खुफिया एजेंसी मोसाद के उपलब्धियों की तारीफ की है।

अमेरिका बोला- लेबनान ब्लास्ट में हमारा हाथ नहीं

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बुधवार को व्हाइट हाउस में कहा कि लेबनान में पेजर और वॉकी टॉकी ब्लास्ट में अमेरिका शामिल नहीं है। CNN के मुताबिक अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने बुधवार को इजराइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट से 48 घंटों में तीसरी बार बात की।

ऑस्टिन ने कहा कि अमेरिका मिडिल ईस्ट में तनाव को कम करने में जुटा हुआ है। इससे पहले दोनों नेताओं ने मंगलवार को 2 बार बातचीत की थी। पहली बातचीत में गैलेंट ने बताया था कि इजराइल, लेबनान में एक ऑपरेशन करने जा रहा है। हालांकि उन्होंने इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी थी।

अलजजीरा के मुताबिक जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमान सफादी ने कहा कि इजराइल पूरे मिडिल ईस्ट को जंग में धकेलने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इजराइल पर लगाम लगाने और उसपर प्रतिबंध लगाने की अपील की। लेबनान में हुए सिलसिलेवार धमाकों के बाद हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह आज शाम साढ़े 7 बजे (भारतीय समयानुसार) पहला संबोधन देंगे।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री पर नाराज हुए नेतन्याहू

ब्रिटेन ने कुछ दिन पहले इजराइल को भेजे जाने वाले 30 तरह के हथियारों के लाइसेंस को सस्पेंड कर दिया था। इसे लेकर PM नेतन्याहू ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश सरकार हथियारों की बिक्री रोककर इजराइल के आत्मरक्षा के अधिकार को कमजोर कर रही है। नेतन्याहू ने कहा कि इससे हमास को फायदा पहुंचेगा।

इजराइली PM ने ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव सरकार का जिक्र करते हुए ब्रिटिश अखबार डेली मेल से कहा कि 7 अक्टूबर के हमास नरसंहार के बाद, पिछली ब्रिटिश सरकार ने हमारा खुला समर्थन किया था लेकिन लेबर सरकार की नीति इस मामले में साफ नहीं है।

ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने इस बात से इनकार किया है कि उन्हें लेबनान में हुए ब्लास्ट के बारे में पहले से जानकारी थी। पेजर ब्लास्ट के बाद पेजर पर ताइवानी ब्रांड गोल्ड अपोलो के लेबल दिखाई दिए थे। जब ताइवान से पूछा गया कि क्या इजराइल ने हमले के बारे में ताइवान को पहले बता दिया था। इस पर ताइवान के रक्षा मंत्री वेलिंगटन कू ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी।

बेरूत में घरेलू सोलर सिस्टम को भी निशाना बनाया

बेरूत समेत कई शहरों में घरों के सोलर सिस्टम में भी धमाके हुए। बताया जा रहा है कि बुधवार दोपहर अचानक हुए इन धमाकों के बाद लोग घबरा कर सड़कों पर जमा हो गए। लेबनान के टायरे शहर में सोलर सिस्टम में धमाके से एक परिवार के पांच लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए।

लेबनान सरकार ने सड़कों पर सिविल डिफेंस के सदस्यों को उतारा है। धमाकों से क्षतिग्रस्त हुए घरों के लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है। सोलर पैनल में विस्फोट का कनेक्शन पेजर और वॉकी टॉकी से है या नहीं ये अभी तक पता नहीं चल पाया है।

ईरानी समाचार एजेंसी IRNA के मुताबिक लेबनान से 95 लोग बेहतर इलाज के लिए ईरान भेजे गए हैं। ईरानी चैनल पर पोस्ट किए गए कई वीडियो में मरीजों को स्ट्रेचर पर प्लेन में ले जाते हुए दिखाया गया है। उनके सिर और आंखों पर पट्टियां लगी हुई हैं।

वॉकी टॉकी बनाने वाली जापानी कंपनी ने जांच शुरू की

जिन वॉकी-टॉकी में धमाके हुए हैं, उस पर ICOM V82 लिखा है जो कि जापान में बनती हैं। इसे बनाने वाली कंपनी आईकॉम इंक ने कहा कि वे इस दावे की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जैसे ही उन्हें इस बारे में साफ जानकारी मिलती है वे इस बारे में बताएंगे।

जापानी कंपनी ने कहा कि वे इस दावे की जांच कर रहे हैं कि उनकी बनाई वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट हुआ है।
जापानी कंपनी ने कहा कि वे इस दावे की जांच कर रहे हैं कि उनकी बनाई वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट हुआ
UNGA में फिलिस्तीन से जुड़े प्रस्ताव पर वोटिंग, भारत ने नहीं लिया हिस्सा। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में फिलिस्तीन से जुड़े प्रस्ताव पर वोटिंग हुई। हालांकि, भारत ने इसमें हिस्सा नहीं लिया। प्रस्ताव में मांग की गई थी कि इजराइल, कब्जे वाले फिलिस्तीनी इलाके में अपनी अवैध मौजूदगी को 12 महीने के भीतर हटाए।

इस प्रस्ताव के पक्ष में 124 देशों ने वोटिंग की। अमेरिका, अर्जेंटीना, हंगरी समेत 14 देशों ने विरोध में मतदान किया। वहीं, भारत, यूक्रेन, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया समेत 43 देशों ने इसमें हिस्सा नहीं लिया।

आगे क्या… तनाव फैलेगा, ईरान पर जवाबी हमले का दबाव बढ़ रहा

जानकारों के मुताबिक इजराइल के इस आक्रामक रवैये से मिडिल ईस्ट में ईरान की साख पर चोट पहुंची है। इजराइल ने ईरान समर्थक लेबनान के हिजबुल्ला को निशाने पर लिया है। ऐसा कर इजराइल अब ईरान को भड़का रहा है, जिससे ईरान मजबूर होकर जवाब दे।

हिजबुल्लाह का पूरा नेटवर्क ईरान के सपोर्ट से ही चलता है। हिजबुल्लाह ने कहा कि वे इसका बदला लेंगे और इजराइल को अनोखी सजा देंगे। हिजबुल्लाह के लीडर हसन नसरल्लाह गुरुवार को लोगों को संबोधित करेंगे।

हिजबुल्लाह ने सदस्यों को दिए थे पेजर्स

रिपोर्ट्स के मुताबिक जिन पेजर्स में विस्फोट हुआ, उन्हें हाल ही में हिजबुल्लाह ने अपने सदस्यों को इस्तेमाल करने को दिया था। गाजा जंग शुरू होने के बाद हिजबुल्लाह ने अपने सदस्यों को मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने को मना किया था।

इजराइल के किसी संभावित हमले से बचने के लिए यह सलाह दी गई थी। जुलाई में हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह ने लोगों से मोबाइल डिवाइस और सीसीटीवी का इस्तेमाल बंद करने को कहा था, क्योंकि उन्हें डर था कि इजराइली एजेंसी इन्हें हैक कर सकती है।

कौन है हिजबुल्लाह

हिजबुल्लाह शब्द का अर्थ पार्टी ऑफ गॉड है। यह संगठन खुद को शिया इस्लामिक पॉलिटिकिल, मिलिट्री और सोशल आर्गनाइजेशन बताता है। हिजबुल्लाह लेबनान का ताकतवर ग्रुप है। अमेरिका और कई देशों ने इसे आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है।

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1980 की शुरुआत में लेबनान पर इजराइल के कब्जे के दौरान इसे ईरान की मदद से बनाया गया था। 1960-70 के दशक में लेबनान में इस्लाम की वापसी के दौरान इसने धीरे-धीरे जड़ें जमानी शुरू कर दी थीं।

ऐसे तो हमास सुन्नी फिलिस्तीनी संगठन है, जबकि ईरान के सपोर्ट वाला हिजबुल्लाह शिया लेबनानी पार्टी है, लेकिन इजराइल के मुद्दे पर दोनों संगठन एकजुट रहते हैं। 2020 और 2023 के बीच, दोनों गुटों ने इजराइल के साथ UAE और बहरीन के बीच समझौते का विरोध किया था।

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