मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 02 अगस्त 2024 | जयपुर : पेरिस ओलिंपिक में भारतीय हॉकी टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई है। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में इंडिया ने ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हरा दिया। फुलटाइम मैच में दोनों टीमों का स्कोर 1-1 से बराबर था।
ओलिंपिक में भारतीय हॉकी टीम सेमीफाइनल में पहुंची
पेनाल्टी शूट आउट में ग्रेट ब्रिटेन को 4-2 से हराकर भारत ने हॉकी के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। इसी के साथ पेरिस ओलंपिक में हॉकी में मेडल जीतने की भारत की उम्मीद कायम है। शूटआउट में भारत ने लगातार 4 गोल किए।
ब्रिटेन की टीम सिर्फ दो गोल कर पाई। भारतीय गोलकीपर श्रीजेस जीत के हीरो रहे, जिन्होंने 2 गोल बचाए। फुलटाइम तक दोनों ने 1-1 गोल किए, मुकाबला 1-1 से बराबर आखिरी क्वार्टर भी गोल रहित रहा है। ऐसे में फुलटाइम तक दोनों टीम 1-1 की बराबरी पर रहीं।
दूसरा क्वार्टर खत्म, स्कोर 1-1 से बराबर दूसरे क्वार्टर के खत्म होने तक दोनों टीम 1-1 से बराबरी पर हैं। मैच के 22वें मिनट में कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई। उनका यह पेरिस ओलिंपिक में 7वां गोल है। इससे पहले, पहले क्वार्टर में किसी टीम ने गोल नहीं किया। वहीं 27वें मिनट में ब्रिटेन के ली मॉर्टन ने गोल कर स्कोर बराबर कर दिया।
मैच का दूसरा क्वार्टर शुरू हो चुका है। मैच 17वें मिनट में अमित रोहितदास को रेड कार्ड मिला।जिस कारण उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा है। भारत को अब आज का बाकी मैच 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना होगा। गोल का जश्न मनाते कप्तान हरमनप्रीत सिंह।
पहले क्वार्टर में भारत और ब्रिटेन को 3 पेनल्टी कॉर्नर, श्रीजेश का बचाव
पहले क्वार्टर में भारत और ग्रेट ब्रिटेन दोनों को 3-3 पेनल्टी कॉर्नर मिले। भारत के लिए गोलकीपर श्रीजेश ने शानदार खेल दिखाते हुए 2 शानदार डिफेंस किए, जबकि एक पेनल्टी कॉर्नर में अमित रोहितदास ने बचाव किया। वहीं भारत के कप्तान हरमनप्रीत पेनल्टी कॉर्नर के समय सही तरीके से शॉट नहीं मार सके।
भारतीय हॉकी टीम और ब्रिटेन का मुकाबला जारी
पेरिस ओलिंपिक का पहला क्वार्टर फाइनल भारतीय हॉकी टीम और ब्रिटेन के बीच खेले जा रहा है। मैच शुरू हो शुरू हो चुका है और पहला क्वार्टर जारी है।
अहम फैक्ट
- भारत ने 1980 के 41 साल बाद टोक्यो ओलिंपिक में पहली बार पोडियम पर जगह बनाई थी। भारतीय हॉकी टीम 12 ओलिंपिक मेडल जीत चुकी है, इनमें आठ गोल्ड शामिल हैं।
- ग्रेट ब्रिटेन को पिछले 36 साल से हॉकी में ओलिंपिक मेडल नहीं मिला है। ब्रिटेन ने 1988 में सियोल में वेस्ट जर्मनी को 3-1 से हराकर गोल्ड जीता था। उसके बाद टीम लंदन ओलिंपिक में टॉप-4 में पहुंची थी।
टोक्यो ओलिंपिक के क्वार्टर फाइनल में ब्रिटेन को हराया था
ओलिंपिक गेम्स में इससे पहले भारत और ब्रिटेन की भिड़ंत टोक्यो-2020 के क्वार्टर फाइनल में हुई थी। तब मनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने 3-1 से जीत हासिल की थी।तब से अब तक दोनों टीमें 4 बार आमने-सामने आ चुकी हैं, सभी मैच FIH प्रो-लीग 2023-24 में खेले गए। जिसमें भारत सिर्फ एक बार जीतने में सफल रहा। जून में दोनों टीमों के बीच दो मुकाबले हुए थे, दोनों ब्रिटेन ने जीते।
हरमनप्रीत भारत के टॉप स्कोरर, गैरेथ फरलोंग 3 गोल कर चुके
इस मुकाबले में भारतीय फैंस की नजरें कप्तान हरमनप्रीत सिंह पर होंगी। वे अब तक 6 गोल कर चुके हैं। वे वर्तमान में पेरिस ओलिंपिक में दूसरे सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी हैं। ब्रिटेन के लिए सबसे ज्यादा 3 गोल गैरेथ फरलोंग ने किए हैं।
हर डिपार्टमेंट में बढ़त बनाना चाहेगा भारत
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के प्रदर्शन का मुख्य आकर्षण मनप्रीत-हार्दिक की लीडरशिप वाली मिडफील्ड और फॉरवर्ड लाइन का शानदार कॉर्डिनेशन रह। फ्रंट लाइन में गुरजंत और सुखजीत ने अपने खेल से ऑस्ट्रेलिया के डिफेंस को दबाव में रखा। भारतीय टीम ब्रिटेन के खिलाफ एक बार फिर हर विभाग में बढ़त बनाने की कोशिश करेगी। भारतीय खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लंबे पास का बेहतरीन इस्तेमाल किया था और टीम ब्रिटेन के खिलाफ भी इसका प्रभावी इस्तेमाल करना चाहेगी। भारत के टॉप प्लेयर्स…
- हरमनप्रीत सिंह: शानदार फॉर्म में हैं। हरमन अब तक 6 गोल कर चुके हैं और टूर्नामेंट में भारत के टॉप स्कोरर हैं।
- अभिषेक सिंह: अभिषेक ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला गोल दागा। वे अब तक दो फील्ड गोल कर चुके हैं। अभिषेक भी प्रभाव छोड़ सकते हैं।
- पीआर श्रीजेश: अपना आखिरी टूर्नामेंट खेल रहे अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश गोल के सामने दीवार की तरह खड़े रहे और कई बचाव किए।
- अमित रोहिदास: टीम के फर्स्ट रसर हैं। पेनल्टी कॉर्नर के समय गोल बचाने में इनकी भूमिका अहम होती है।
- जरमनप्रीत सिंह: जरमन डिफेंस को मजबूती दे रहे हैं। ब्रिटेन के अटैक को असफल करने की जिम्मेदारी इन पर होगी।
…तो 52 साल बाद लगातार दूसरे ओलिंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचें
भारत अगर आज ब्रिटेन की चुनौती से पार पा जाता है, तो लगातार दूसरे ओलिंपिक गेम्स के सेमीफाइनल में पहुंचेगा। भारत के पास 52 साल बाद यह इतिहास दोहराने का मौका है। इससे पहले भारतीय टीम 1968 और 1972 ओलिंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची थी। उसके बाद टीम ने 1980 में सेमीफाइनल खेलकर गोल्ड भी जीता, लेकिन इसके बाद 2020 के टोक्यो ओलिंपिक में टीम सेमीफाइनल खेल सकी।
शूटआउट में जीता भारत, सभी प्रयास में गोल दागे
भारत ने ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली है। भारत की ओर से शूटआउट में हरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, ललित उपाध्याय और राजकुमार पाल ने सफल गोल किए। जबकि इंग्लैंड की ओर से जेम्स एल्वेरी ने पहले और जैक वैलिस ने दूसरे प्रयास में गोल दागे। उसके बाद कोनोर विलियम्सन तीसरे और फिलिप रॉपर चौथे प्रयास में गोल नहीं कर सके। यहां भारत के अनुभवी गोलकीपर ने शानदार बचाव किया।