विनेश फोगाट की वतन वापसी भव्य स्वागत और रोड शो

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 17 अगस्त 2024 |  जयपुर :  पेरिस ओलिंपिक में कुश्ती के फाइनल मुकाबले से पहले डिस्क्वालिफाई हुईं विनेश फोगाट की वतन वापसी हो गई है। वे दिल्ली एयरपोर्ट से करीब 11 बजे बाहर आईं। इस दौरान वे अपनी साथी रेसलर साक्षी मलिक के गले लगकर रोने लगीं। इसके बाद विनेश ओपन जीप में रवाना हो गई हैं।

विनेश फोगाट की वतन वापसी भव्य स्वागत और रोड शो

विनेश फोगाट की वतन वापसी भव्य स्वागत और रोड शो

दिल्ली एयरपोर्ट पर स्वागत देख विनेश ने कहा- ”पूरे देशवासियों का बहुत-बहुत धन्यवाद, मैं बहुत भाग्यशाली हूं”।

वहीं दिल्ली एयरपोर्ट से विनेश के पैतृक गांव बलाली (चरखी दादरी जिला) तक करीब 125 किलोमीटर के रास्ते में उनका जगह-जगह स्वागत होगा। गांव के खेल स्टेडियम में भव्य कार्यक्रम रखा गया है। हालांकि, एक दिन पहले ही आचार संहिता लग जाने के कारण राज्य सरकार इन कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो रही है।

वहीं बलाली गांव के पूर्व सरपंच राजेश सांगवान ने बताया कि विनेश को गोल्ड विजेता की तरह ही सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम में आने वाले सभी लोगों के लिए देसी घी के व्यंजन तैयार कराए जा रहे हैं। प्लेयर, कोच समेत अन्य लोगों को पहलवानों वाली डाइट दी जाएगी। सीएम नायब सैनी ने कुछ दिन पहले विनेश को 4 करोड़ रुपए और सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया था।

विनेश फोगाट के वतन वापसी की 2 अहम तस्वीरें…

दिल्ली एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही विनेश फोगाट साथी रेसलर साक्षी मलिक के गले लगकर रोईं।

दिल्ली एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही विनेश फोगाट साथी रेसलर साक्षी मलिक के गले लगकर रोईं।

दिल्ली एयरपोर्ट के बाहर हाथ में तिरंगा थामे विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने एकजुटता दिखाई। इस दौरान कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्‌डा भी उनके साथ मौजूद रहे।

दिल्ली एयरपोर्ट के बाहर हाथ में तिरंगा थामे विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने एकजुटता दिखाई। इस दौरान कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्‌डा भी उनके साथ मौजूद रहे।

विनेश फोगाट के भाई की तरफ से जारी किया गया रूट मैप…

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न्यूजीलैंड ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर आईसीसी T20 महिला विश्व कप का खिताब जीता

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 22 अक्टूबर 2024 | जयपुर :  महिला टी20 विश्व कप का फाइनल मुकाबला न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला गया। द. अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। कीवियों ने 20 ओवर में पांच विकेट पर 158 रन बनाए। जवाब में अफ्रीकी टीम नौ विकेट पर 126 रन ही बना सकी। न्यूजीलैंड ने 32 रनों से जीत के साथ पहली बार टी20 विश्व कप का खिताब जीत लिया।

न्यूजीलैंड ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर आईसीसी T20 महिला विश्व कप का खिताब जीता

महिला टी20 विश्व कप का नौवां संस्करण न्यूजीलैंड की ऐतिहासिक जीत के साथ समाप्त हो गया। रविवार को सोफी डिवाइन की टीम ने दक्षिण अफ्रीका को फाइनल मैच में 32 रनों से हराकर टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम कर लिया। यह पहला मौका है जब टीम ने आईसीसी टी20 विश्व कप का खिताब जीता है। 

न्यूजीलैंड ने पहली बार विमेंस टी-20 वर्ल्डकप जीता

लगातार दूसरी बार खिताब से चूकी द. अफ्रीका की टीम

दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए मुकबले में द. अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। कीवियों ने 20 ओवर में पांच विकेट पर 158 रन बनाए। जवाब में अफ्रीकी टीम नौ विकेट पर 126 रन ही बना सकी।

इस तरह न्यूजीलैंड ने अपना पहला खिताब जीत लिया। वहीं, लौरा वोलवार्ड्ट के नेतृत्व वाली टीम को लगातार दूसरी बार फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। पिछली बार अपने घरेलू मैदानों में हुए टी 20 विश्व कप के फाइनल में उन्हें ऑस्ट्रेलिया के हाथों 19 रन से हार का सामना करना पड़ा था।

लौरा और तजमीन ने दिलाई शानदार शुरुआत

159 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत शानदार हुई। लौरा वोलवार्ड्ट और तजमीन ब्रिट्स के बीच पहले विकेट के लिए 51 रनों की शानदार साझेदारी हुई। यह तीसरा मौका है जब इस टूर्नामेंट के दौरान दोनों बल्लेबाजों के बीच 50 से अधिक रनों की साझेदारी हुई।

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वहीं, महिला टी20 विश्व कप के इतिहास में दोनों के बीच छठी बार 50+ रनों की साझेदारी हुई। टीम को पहला झटका तजमीन के रूप में पहला झटका लगा जो 17 रन बनाकर लौटीं। वहीं, कप्तान लौरा 33 रन बनाकर आउट हुईं।

ताश के पत्तों की तरह बिखरा दक्षिण अफ्रीका का बल्लेबाजी क्रम

इसके बाद द. अफ्रीका का बल्लेबाजी क्रम ताश के पत्तों की तरह बिखर गया। इस मुकाबले में लौरा और तजमीन के बाद सिर्फ दो बल्लेबाज दहाई के स्कोर को छू सके। कीवियों के खिलाफ एनेके बॉश ने नौ, मारिजैन कप ने आठ, नादिन डी क्लर्क ने छह, क्लो ट्रायन ने 14, सुने लूस ने आठ, एनेरी डर्कसन ने 10, सिनालो जाफ्ता ने छह, म्लाबा और खाका ने चार-चार रन बनाए।

कीवियों के लिए रोजमेरी मेयर और अमेलिया केर ने तीन-तीन विकेट चटकाए जबकि कार्सन, जोनस और हालीडे को एक-एक सफलता मिली।

खिताबी जीत से न्यूजीलैंड की टीम मालामाल

न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में हारने वाली उप विजेता साउथ अफ्रीकी टीम के खाते में कुल 11.56 करोड़ रुपये गए जिसमें दूसरे नंबर पर रहने के लिए 9.83 करोड़ शामिल था। वहीं सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर होने वाली भारतीय टीम ने इस विश्व कप में दो मुकाबले जीते थे। इसके लिए उसे 3.74 करोड़ रुपये मिले। 

हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली भारतीय टीम को इस विश्व कप के पहले ही मैच में न्यूजीलैंड ने बड़े अंतर से हराकर उसके सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को झटका दिया था।

सेमीफाइनल में हारने वाली 6 बार की चैंपियन ऑस्ट्र्रेलिया को 7.66 करोड़ दिए गए जबकि अंतिम चार में हारने वाली वेस्टइंडीज की टीम को 7.40 करोड़ मिले। पांचवें नंबर पर रहने वाली इंग्लैंड को 4 करोड़ मिले। पाकिस्तान को 3.47 करोड़ दिए गए वहीं बांग्लादेश को 3.47 करोड़ जबकि श्रीलंका को 2.08 करोड़ मिले। उसे वर्ल्ड कप जीतने पर ओवरऑल 21.40 करोड़ रुपये मिले जिसमें 19.67 करोड़ टाइटल जीतने पर दिया गया।

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साक्षी मलिक ने आत्मकथा ‘विटनेस’ में किये कई खुलासे, बचपन में ट्यूशन देने वाले शिक्षक द्वारा यौन शोषण

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 22 अक्टूबर 2024 | जयपुर : साक्षी मलिक ने विटनेस (Witness) नाम की अपनी आत्मकथा में विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया की आलोचना की और कहा कि ट्रायल्स से छूट स्वीकार करने के निर्णय की वजह से विरोध की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा और समर्थकों ने हमारे आंदोलन की ईमानदारी पर सवाल उठाया। इसमें साक्षी मलिक ने लिखा है कि पुनिया और फोगाट के करीबी लोगों पर ‘लालच’ के प्रभाव के कारण प्रोटेस्ट कमजोर पड़ने लगा था।

देश और  दुनिया की जानी-मानी रेसलर साक्षी मलिक की आत्मकथा ‘विटनेस’ लॉन्च हो गई है। इसमें साक्षी मलिक ने अपने बचपन, रेसलिंग में जाने और पहलवानों के सेक्शुअल हैरेसमेंट को लेकर बात की है।

साक्षी ने कहा कि विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के एशियाई खेलों के ट्रायल्स से छूट लेने से उनके आंदोलन की छवि प्रभावित हुई। उनके फैसले से इंसाफ की लड़ाई स्वार्थ की दिखने लगी। बजरंग और विनेश के करीबियों ने उनके दिमाग में लालच भरा। जिसकी वजह से उनके विरोध प्रदर्शन में भी दरार आने लगी।

साक्षी मलिक ने आत्मकथा ‘विटनेस’ में किये कई खुलासे, बचपन में ट्यूशन देने वाले शिक्षक द्वारा यौन शोषण

हरियाणा की मशहूर पहलवान साक्षी मलिक ने अपनी आत्मकथा ‘विटनेस’ में अपने जीवन के कई पहलुओं पर से पर्दा उठाया है। किताब में उन्होंने अपने बचपन के संघर्षों, रेसलिंग करियर की शुरुआत और खेल जगत में व्याप्त यौन शोषण के मुद्दे पर खुलकर बात की है।

बजरंग और विनेश पर लगाया गंभीर आरोप

साक्षी ने अपनी किताब में विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया पर भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि 2023 के एशियाई खेलों के दौरान जब उन्होंने ट्रायल्स से छूट ली थी, तब उनके आंदोलन की छवि धूमिल हुई थी।

साक्षी के मुताबिक, उनके इस फैसले से इंसाफ की लड़ाई स्वार्थ की लड़ाई लगने लगी थी। साक्षी ने यह भी कहा कि बजरंग और विनेश के करीबी लोगों ने उनके दिमाग में लालच भरा था, जिसकी वजह से उनके विरोध प्रदर्शन में भी दरार आने लगी थी।

बचपन में हुआ यौन शोषण

साक्षी ने अपनी किताब में यह भी खुलासा किया कि बचपन में ट्यूशन देने वाले शिक्षक ने मुझसे छेड़छाड़ की। मैं इसके बारे में अपने परिवार को नहीं बता सकी क्योंकि मुझे लगा कि यह मेरी गलती थी। मेरे स्कूल के दिनों में ट्यूशन देने वाला टीचर मुझे प्रताड़ित करता।

विनेश के पेरिस ओलिंपिक से बाहर होने पर दिया बयान

विनेश के पेरिस ओलिंपिक से बाहर होने पर साक्षी ने कहा कि यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के नियम बहुत सख्त हैं और वजन में थोड़ी सी भी बढ़ोतरी होने पर खिलाड़ी को प्रतिबंधित कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि विनेश के साथ भी ऐसा ही हुआ होगा।

अब सेक्शुअल हैरेसमेंट करने वाला 100 बार सोचेगा

साक्षी मलिक ने कहा कि इतना हमने जरूर कर दिया कि अगर कोई सेक्शुअल हैरेसमेंट करेगा तो 100 बार सोचेगा कि कहीं ये भी जाकर आंदोलन ना कर दे। हमारी लड़ाई बहन बेटियों के लिए थी। इस चीज को खत्म करने के लिए थी जो स्पोर्ट्स में सेक्शुअल हैरेसमेंट होता है।

विनेश और बजरंग कांग्रेस में शामिल

बता दें कि विनेश और बजरंग सितंबर महीने में कांग्रेस पार्टी से जुड़े थे। विनेश जुलाना विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधायक बन गई हैं, जबकि बजरंग को ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का वाइस चेयरमैन बनाया गया है। साक्षी मलिक की आत्मकथा ‘विटनेस’ ने खेल जगत में हलचल मचा दी है और इसने कई गंभीर सवाल खड़े किए हैं।

मुझे वहां जाकर पता लगा, प्रोटेस्ट करने वाले हैं

पहलवानों के प्रदर्शन को लेकर साक्षी मलिक ने कहा कि प्रोटेस्ट से 3-4 दिन पहले हमारी एक जगह मीटिंग हुई थी। तब मुझे बबीता फोगाट का फोन आया था कि क्या मैं आ रही हूं। मैंने बजरंग को फोन किया तो बजरंग ने कहा कि मैं भी जा रहा हूं, तू भी आ जा। तब हमें पता चला कि हम ऐसे प्रोटेस्ट करने वाले हैं और इसकी परमिशन बबीता फोगाट और तीर्थ राणा ने दिलाई थी। वह चाहते थे कि बृजभूषण हटे और हम में से कोई वहां बैठ जाए। हम लड़कियों को इंसाफ मिलने की बात से खुश थे।

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काबिलेगौर है कि तीनों पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। यह मामला वर्तमान में दिल्ली की एक अदालत में लंबित है, जबकि एड-हॉक कमिटी ने पुनिया और फोगाट को 2023 एशियाई खेलों के ट्रायल से छूट दी, लेकिन साक्षी मलिक ने इस फेवर को लेने से इनकार कर दिया। बाद में साक्षी ने प्रतिस्पर्धा नहीं की, जबकि फोगाट को खेलों से पहले चोट लग गई और पुनिया भी पदक जीतने में विफल रहे।

साक्षी मलिक लिखती हैं, “बजरंग और विनेश के ट्रायल्स से छूट लेने के फैसले से कुछ भी अच्छा नहीं हुआ। उनके फैसले ने हमारे प्रोटेस्ट की छवि को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया। इसने हमें ऐसी स्थिति में डाल दिया जहां कई समर्थकों को लगने लगा कि हम वास्तव में स्वार्थी कारणों से प्रोटेस्ट कर रहे थे।”

विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने बाद में सक्रिय राजनीति में कदम रखा। विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक 2024 में फाइनल से ठीक पहले डिस्क्वॉलिफाई हो गई थीं। इसके बाद वे घर लौंटी तो कुछ ही दिन बाद वे हरियाणा विधानसभा चुनाव में लड़ीं और विधायक बन गईं।

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