विराट कोहली के बेंगलुरु स्थित पब वन8 कम्यून पर FIR

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 09 जुलाई 2024 | बेंगलुरु : बेंगलुरु में विराट कोहली के पब में देर रात तक तेज आवाज में म्यूजिक बजाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। विराट का one8 Commune पब एमजी रोड पर स्थित है।

विराट कोहली के बेंगलुरु स्थित पब वन8 कम्यून पर FIR

डीजीपी सेंट्रल ने बताया कि शनिवार (6 जुलाई) की रात कब्बन पार्क पुलिस थाने की टीम पेट्रोलिंग पर निकली थी। तब one8 रात 1.30 बजे तक खुला मिला था। पब का मैनेजर गलत तरीके के पब को खोले हुए था। बेंगलुरु में रात 1 बजे तक ही पब खोलने की परमिशन है। इसलिए पब के खिलाफ एक्शन लिया गया। one8 के अलावा 3-4 अन्य पब के खिलाफ भी केस दर्ज किए गए हैं।

विराट कोहली के one8 कम्यून की दिल्ली, मुंबई, पुणे और कोलकाता में भी ब्रांच हैं। बेंगलुरु की ब्रांच को दिसंबर 2023 में खोला गया था, ये रत्नम कॉम्प्लेक्स की छठी मंजिल पर है। विराट ने एक इंटरव्यू में कहा था कि बेंगलुरु उनका फेवरेट शहर है। इसलिए उन्होंने ब्रांच के लिए बेंगलुरु को चुना था।

पिछले साल One8 की मुंबई ब्रांच विवादों में रही थी, जब तमिलनाडु के एक व्यक्ति ने आरोप लगाया था कि उसे वेष्टी (धोती) पहनने के कारण पब में एंट्री नहीं दी गई थी। X पोस्ट में उसने कहा था कि पब मैनेजमेंट के इस व्यवहार से वह बहुत दुखी हुआ था।

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बेंगलुरु शहर की पुलिस ने भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली के रेस्टोरेंट वन8 कम्यून के मैनेजर के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। मैनेजर पर तय समय से ज्यादा समय तक रेस्टोरेंट ओपन रखने का आरोप है।

पुलिस ने कहा कि मध्य बेंगलुरु में एमजी रोड पर स्थित पब तय समय सीमा 1 बजे से ज्यादा रात 1.30 बजे तक खुला हुआ था। पुलिस ने शहर के नियमों का उल्लंघन करते हुए तय समय-सीमा से ज्यादा देर तक खुले रहने वाले कई अन्य प्रतिष्ठानों पर भी मामला दर्ज किया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गश्ती ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर (PSI) ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए 6 जुलाई की रात 1:20 बजे रेस्टोरेंट का दौरा किया और पाया कि यह खुला हुआ है। कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन के PSI ने रिपोर्ट दर्ज की।

डीसीपी सेंट्रल ने कहा, ‘हमने कल रात 1:30 बजे तक देर से चलने के लिए लगभग 3-4 पब पर मामला दर्ज किया गै। हमें तेज आवाज में संगीत बजाने की शिकायतें मिलीं। पब को केवल 1 बजे तक और उससे ज्यादा समय तक खुले रहने की अनुमति थी।

पिछले साल विराट कोहली के मालिकाना हक वाला रेस्टोरेंट तब विवादों में आया, जब तमिलनाडु के एक व्यक्ति ने एक्स पर एक वीडियो साझा किया जिसमें बताया कि कैसे उसे ‘वेष्टी’ पहनने के कारण वन8 कम्यून की मुंबई फ्रेंचाइजी के अंदर नहीं आने दिया गया। उस व्यक्ति ने कहा कि वह इस घटना से निराश और आहत महसूस रह रहा है।

विराट कोहली के स्वामित्व वाला रेस्टोरेंट सीरीज ने पिछले साल भी सुर्खियां बटोरीं जब दिल्ली उच्च न्यायालय ने इसे ऐसे गाने बजाने से रोक दिया, जिनके लिए फोनोग्राफिक परफॉरमेंस लिमिटेड (पीपीएल) के पास कॉपीराइट था।

विराट कोहली के रेस्टोरेंट वन8 कम्यून के दिल्ली, मुंबई, पुणे और कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों में आउटलेट हैं। पब का बेंगलुरु स्थान कस्तूरबा रोड पर रत्नम के कॉम्प्लेक्स की छठी मंजिल पर है, जो पिछले दिसंबर में एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास खुला था।

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नरेश मीणा के एनकाउंटर की साजिश का वीडियो वायरल, कब आयेंगे जेल से बाहर नरेश मीणा

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 27 दिसंबर 2024 | दिल्ली : राजस्थान में ‘थप्पड़ कांड’ से चर्चित हुए कांग्रेस के बागी नरेश मीणा 1 महीने से टोंक जेल में बंद है। इधर, नरेश मीणा की जमानत याचिका खारिज होने के बाद एक बार फिर टोंक जिला सेशन न्यायालय में अपील की गई है।

नरेश मीणा के एनकाउंटर की साजिश का वीडियो वायरल, कब आयेंगे जेल से बाहर नरेश मीणा

इसके चलते 17 दिसंबर को एक बार फिर नरेश मीणा की जमानत को लेकर सुनवाई होगी। इधर, नरेश के समर्थकों में रिहाई की मांग को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। बता दें कि बीते दिनों उनियारा कोर्ट में नरेश की जमानत की एप्लीकेशन लगाई गई थी, जो खारिज हो गई थी।

नरेश मीणा के एनकाउंटर की साजिश का वीडियो वायरल

टोंक जिले के देवली-उनियारा क्षेत्र में एसडीएम थप्पड़ कांड के 5वें दिन भी समरावता गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों के आंसू थमने का नाम नही ले रहे है। जब भी कोई नेता गांव में पहुंच रहा हैं तो व्यथा सुनाते हुए ग्रामीणों की आंखों से आंसू निकल पड़ते है।

देवली-उनियारा के समरावता गाँव के लोग नये वीडियो से दहशत में है। वहीं, नरेश मीणा के पिता कल्याण सिंह मीणा भी गांव में पहुंचते ही रो पड़े। राजनेता वैसे तो नरेश मीणा की ज़मानत और उनकी रिहाई के लिए कुछ कर नहीं रहे हैं पर अपनी राजनीति चमकाने का कोई भी मौका हाथ से नहीं जाने दे रहे हैं। 

भोली-भली जनता सोच रही है कि सड़क पर आंदोलन करने या बड़ी-बड़ी सभाएँ करने से नरेश मीणा की ज़मानत हो जायेगी। पर, ऐसा कतई नहीं है क्योंकि जमनत तो सिर्फ़ वकीलों की अच्छी पैरवी से होगी जो अभी तक नहीं हुई है।

ग्रामीणों का आरोप ‘पुलिस कर देती एनकाउंटर’

इतना सुनते ही नरेश मीणा के पिता भावुक हो गए थे और उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े। लोगों ने यह भी कहा कि नरेश को हम उठाकर नहीं ले जाते तो पुलिस उसका एनकाउंटर कर देती। इस दौरान मौके पर मौजूद लोग उन्हें संभालते नजर आए। सोशल मीडिया पर भी उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यक्ति नरेश मीणा के एनकाउंटर की पुलिस की साजिश की बात कह रहा है।

मूकनायक मीडिया इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। प्रोफ़ेसर राम लखन ने अपने एक्स (X) हैंडल पर राजस्थान पुलिस को टैग करते हुए इनकी तटस्थ जाँच की माँग की है। उनका कहना है कि राजस्थान पुलिस की छवि से जुड़े इस वीडियो की जाँच हो।

ये है पूरा मामला

बता दें कि विधानसभा क्षेत्र देवली उनियारा में विधानसभा उप चुनाव 2024 के दौरान ग्राम समरावता थाना नगरफोर्ट, जिला टोंक में ग्रामीणो द्वारा उनके गांव समरावता को उपखण्ड देवली से हटाकर उपखण्ड उनियारा मे शामिल करने की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार किया था।

निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने उक्त मांग को लेकर ग्रामीणो को साथ लेकर धरना शुरू किया। तभी निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने वहां मौजूद एरिया मजिस्ट्रेट अमित चौधरी आरएएस उपखण्ड अधिकारी मालपुरा के थप्पड़ मार दी। इसके बाद घटनास्थल से थोड़ी दूर धरने पर बैठ गया।

शाम को मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद पुलिस ने निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को पकड़ा। लेकिन, ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर नरेश मीणा को छुड़ा लिया। उपद्रवियों ने दो राजकीय वाहन व 7 प्राईवेट वाहन एवं लगभग 25 मोटर साईकिलों में आग लगा दी।

हालांकि, अगले दिन पुलिस ने नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया। इस पर मीना समर्थक भड़क गए और नरेश मीणा की रिहाई की मांग को लेकर कचरावता गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 148 डी पर जाम लगा दिया। इस पर पुलिस 60 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर चुकी है। नरेश मीणा सहित सभी उपद्रवी अभी जेल में बंद है।

नरेश मीणा कब आयेंगे जेल बाहर?

राजस्थान में उपचुनाव के दिन 13 नवंबर को देवली उनियारा विधानसभा के निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा ने एरिया मजिस्ट्रेट को थप्पड़ जड़ दिया था। इसको लेकर समरावता गांव में जमकर बवाल हुआ, हिंसा हुई। उसके दूसरे दिन 14 नवंबर को टोंक पुलिस ने नरेश को गिरफ्तार कर लिया।

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नरेश तब से टोंक जेल में बंद है। हालांकि एक बार उनियारा कोर्ट में उनकी जमानत याचिका को खारिज हो चुकी है। नरेश मीणा के वकील ने बताया कि जिला कोर्ट में फिर से याचिका दायर की गई है जिसको लेकर अब 17 दिसंबर को सुनवाई हुई। पर जमानत अभी तक नहीं हुई है।

नरेश की रिहाई को लेकर गरमा रहा है मुद्दा

इधर, एक महीने से टोंक जेल में बंद नरेश मीणा की रिहाई का मामला गर्माता जा रहा है। नरेश मीणा के समर्थक उनकी रिहाई को लेकर लगातार एक्टिव दिखाई दे रहे हैं। बीते दिनों सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा में सर्व समाज की महापंचायत हुई।

इधर, नरेश के समर्थक टोंक सरपंच संघ अध्यक्ष मुकेश मीणा ने भी प्रशासन को चुनौती देते हुए कहा कि आने वाले दिनों में इस तरह का आंदोलन खड़ा किया जाएगा जो प्रशासन ने सोचा भी नहीं होगा। 

नरेश मीणा की जमानत पर फिर टली सुनवाई

बता दें कि थप्पड़ कांड के बाद से निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा 14 नवंबर से टोंक जेल में बंद है। इस बीच दो बार उनकी जमानत अर्जी भी खारिज हो चुकी है। टोंक जिला न्यायालय में आज एक बार फिर नरेश मीणा की जमानत अर्जी की सुनवाई टल गई है।

अब 4 जनवरी को जमानत पर सुनवाई होगी। बता दें कि नरेश मीणा सहित 18 आरोपियों के लिए उनियारा एसीजेएम कोर्ट मेें दो बार अर्जी खारिज हो चुकी है। इधर, 29 दिसंबर को नरेश के समर्थक उनकी रिहाई के लिए महापंचायत बुला रहे हैं। इस दौरान टोंक कलेक्ट्रेट और टोंक हाईवे पर बड़ा प्रदर्शन करने का प्रस्तावित कार्यक्रम रखा गया है।

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सुशीला मीणा को लेकर BCCI और RCA घोर उदासीन, नेताओं ने TRP बढ़ाई धरातल पर कोई सहायता नहीं

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 24 दिसंबर 2024 | जयपुर : क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने जैसे ही ये लिखकर वीडियो शेयर किया। कुछ ही मिनटों में प्रतापगढ़ के धरियावद तहसील की 12 साल की सुशीला मीणा देशभर में चर्चित हो गई। राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले की सुशीला मीणा लगातार सोशल मीडिया पर छाई हुईं हैं।

सुशीला मीणा को लेकर BCCI और RCA घोर उदासीन

पांचवीं कक्षा की छात्रा सुशीला मीणा अपनी शानदार गेंदबाजी के कारण चर्चा का विषय बनी हुई है। उनकी गेंदबाजी का एक्शन पूर्व भारतीय क्रिकेटर जहीर खान की याद दिलाता है। भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने भी सुशीला मीणा का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था। 

सुशीला मीणा को लेकर BCCI और RCA घोर उदासीन

दुनियाभर में सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई वैसे तो सारे विश्व में कई देशों को आर्थिक और तकनीकी सहयोग डेटा है, पर आदिवासी बालिका सुशीला मीणा को लेकर अब तक कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है। यह बहुत ही अफसोसजनक है।

नेताओं ने TRP बढ़ाई धरातल पर कोई सहायता नहीं

क्रिकेटर जहीर खान, बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा, राजस्थान की डिप्टी CM दीया कुमारी और आप सांसद संजय सिंह जैसे बड़े लोगों ने तारीफों के पुल बांध दिए। लेकिन सुशीला की कहानी सिर्फ 30 सेकेंड की रील भर नहीं है। रील से इतर सुशीला की रियल स्टोरी जानने के लिए मूकनायक मीडिया टीम उनके घर पहुंची। 

राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) ने ग्रामीण प्रतिभाओं को निखारने के उद्देश्य से सुशीला मीणा को गोद लेने के लिए कहा है।  एडहॉक कमेटी के संयोजक विधायक जयदीप बिहानी ने बताया कि RCA सुशीला की पढ़ाई, कोचिंग और खेल से जुड़ा सारा खर्च वहन करेगा। 

27-28 दिसंबर को जयपुर में इस पहल की आधिकारिक घोषणा की जायेगी। यह कदम प्रदेश की अन्य प्रतिभाओं के लिए भी एक प्रेरणा साबित होगा। पर अभी तक किसी भी पदाधिकारी ने सुशीला मीणा से कोई संपर्क नहीं किया है।

सचिन तेंदुलकर द्वारा वीडियो साझा किए जाने के बाद वह सुर्खियों में आ गईं। उनकी बाएं हाथ की गेंदबाजी शैली को क्रिकेट प्रेमियों ने जहीर खान से जोड़कर देखा है। राजस्थान रॉयल्स के उपाध्यक्ष राजीव खन्ना ने कहा कि होनहार बालिका सुशीला मीणा को एकेडमी से जोड़ा जायेगा। ताकि उसे अच्छी ट्रेनिंग दी जा सके और उसकी प्रतिभा में और ज्यादा निखार लाया जा सके।

राजस्थान रॉयल्स की ओर से लड़कियों के लिए एकेडमी का संचालन करती है जहां कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महिला खिलाड़ी प्रशिक्षण लेती हैं। इस एकेडमी से सुशीला को भी जोड़ा जाएगा। अब देखना ये है, कि RCA सुशीला मीणा को कितना तराश पाता है?

चूल्हे पर खाना बनातीं सुशीला की मां। घर में गैस चूल्हा है, लेकिन सिलेंडर भरवाने के पैसे नहीं हैं।
चूल्हे पर खाना बनातीं सुशीला की मां घर में गैस चूल्हा है लेकिन सिलेंडर भरवाने के पैसे नहीं

दो साल से सिलेंडर नहीं भरवाया

सुशीला के पिता रतन मीणा अहमदाबाद में मजदूरी करते हैं। पहले मां शांतिबाई भी मजदूरी करती थीं। अब बच्चों की पढ़ाई के लिए घर संभालती हैं। रतन ने बताया कि 2017 में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत गांव में ही छोटा प्लॉट मिला था। पहली किस्त के बाद घर का काम पूरा नहीं करवा सके।

पत्नी की बीमारी में योजना के तहत मिले 80,000 रुपए खर्च हो गए। एक बाइक ली थी। उसकी भी दो महीने की किस्त बाकी है। सरकार की ओर से गैस चूल्हा और LPG कनेक्शन मिला था। बीते दो साल से सिलेंडर नहीं भरवाया है। शांति चूल्हे पर ही खाना बनाती हैं। शांति ने बताया कि सुशीला का वीडियो सामने आने के बाद रविवार को इतने मेहमान आए कि चीनी-दूध खत्म हो गया।

जिस घर में रह रहे हैं वह छप्पर और घास–फूस से बना है। इसी घर में सुशीला माता-पिता और दो भाई रवीन्द्र और जितेन्द्र के साथ रहती हैं। रतन कहते हैं मुफ्त बिजली का भी कोई लाभ नहीं, क्योंकि गांव में लाइट बहुत कम रहती है।

घर में न टीवी है न कोई अन्य सुविधा। पढ़ाई के लिए तीनों भाई–बहन इमरजेंसी लाइट का इस्तेमाल करते हैं। रतन बोले कि मेरे पास बेटी के क्रिकेट का सामान खरीदने का भी पैसा नहीं है। भामाशाह अब मदद कर रहे हैं तो उम्मीद है बेटी आगे बढ़ सकेगी। कई बड़े लोग सुशीला से फोन पर बात कर रहे हैं या मिलने आ रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी ने मदद का जज्बा नहीं दिखाया है।

सरकारों के तमाम दावों के बाद भी राजस्थान के दूर-दराज इलाकों में लाइट न के बराबर ही आती है। सुशीला और उसके भाई-बहन भी लाइट कटौती के कारण काफी परेशान रहते हैं।

सरकारों के तमाम दावों के बाद भी राजस्थान के दूर-दराज इलाकों में लाइट न के बराबर ही आती है। सुशीला और उसके भाई-बहन भी लाइट कटौती के कारण काफी परेशान रहते हैं।

स्कूल के पास लेदर बॉल खरीदने तक के पैसे नहीं

गांव के जिस प्राइमरी स्कूल में सुशीला पढ़ती है, वहां न ग्राउंड है न खेलने की सुविधा। क्रिकेट खेलने का सामान भी सुशीला को उनके अध्यापक ईश्वरलाल ने खरीदकर दिया है। वायरल वीडियो में जिस जगह सुशीला बॉलिंग करते दिख रही है वह स्कूल का कंपाउंड है।

सुशीला पहले यहीं दीवार पर कोयले से विकेट बनाकर वह प्रैक्टिस करती थी। किट आने के बाद विकेट के सामने बॉल करने लगीं। जर्जर स्कूल में 9 अध्यापक थे। कुछ महीने पहले एक साथ चार अध्यापकों का ट्रांसफर हो गया। तब से कोई टीचर नहीं आया है। पांच अध्यापकों के भरोसे स्कूल के सारे बच्चे हैं।

स्कूल के बाद ईश्वर बच्चों को प्रैक्टिस करवाते हैं। लेदर बॉल महंगी होने के कारण वह टेनिस बॉल से प्रैक्टिस करती हैं। स्कूल ही नहीं पूरे गांव और धरियावद में बच्चों के खेलने के लिए कोई ग्राउंड नहीं है।

प्रतापगढ़ और धरियावद के सरकारी अधिकारी, राजनेता और प्रतापगढ़ विधायक राजस्व मंत्री हेमंत मीणा भी सुशीला से मिलने आए। भास्कर ने जब गांव में सुविधा बढ़ाने का सवाल किया तो किसी के पास जवाब नहीं था। मंत्री जी वायरल वीडियो को ही मदद पाने की व्यवस्था बताकर चले गए।

सुशीला नंगे पांव ही खेलने की आदी है। जूते पहनकर वह बॉल नहीं कर पाती।
सुशीला नंगे पांव ही खेलने की आदी है जूते पहनकर वह बॉल नहीं कर पाती

तीन साल पहले शुरू किया खेलना, 12 महीने में सीखा एक्शन

सुशीला ने बताया कि उन्हें क्रिकेट का शौक तीन–चार साल पहले लगा। उनके ताऊ की बेटी रेणुका मीणा भी कुछ समय पहले ऐसे ही बैटिंग करते वायरल हुई थीं। अब वह जयपुर में ट्रेनिंग कर रही हैं। उससे भी काफी प्रेरणा मिली।

बीते तीन साल से स्कूल में अपने टीचर ईश्वरलाल मीणा के साथ क्रिकेट की बारीकियां सीख रही हैं। साल भर पहले इस तरह का हाई आर्म एक्शन करना चालू किया। करीब 1 साल दिन-रात प्रैक्टिस कर एक्शन को सुधारा। सुशीला का कहना है कि-

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मुझे नहीं पता था कि मेरा बॉलिंग एक्शन किसी बड़े गेंदबाज (जहीर खान) जैसा है। मैं सचिन तेंदुलकर को भी नहीं जानती, लेकिन बड़ी होकर क्रिकेटर बनना है।

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सुशीला ने गांव और स्कूल में लड़कों को देख क्रिकेट खेलना शुरू किया था। आज उनकी तेज बॉलिंग के सामने गांव का कोई लड़का नहीं टिक पाता। स्कूल का ग्राउंड छोटा होने के कारण उनका रनअप बमुश्किल 10 कदम का है, लेकिन इसके बावजूद जो स्पीड उनकी बॉल में है वह कमाल है।

टीचर ईश्वरलाल मीणा सुशीला को क्रिकेट की बारीकियां सिखा रहे हैं।
टीचर ईश्वरलाल मीणा सुशीला को क्रिकेट की बारीकियां सिखा रहे हैं

यूट्यूब ट्यूटोरियल से सीखे गुर, वेरिएशन पर कर रहीं काम

पांचवीं कक्षा की छात्रा सुशीला के कोच ईश्वरलाल कहते हैं कि 2017 में सुशीला के गांव के प्राइमरी स्कूल में पोस्टिंग हुई। इसी दौरान सुशीला ने ड्रॉपआउट के बाद दोबारा तीसरी कक्षा में प्रवेश लिया था। तीन साल से उसे खेल सिखा रहे हैं।

मीणा ने बताया कि पहले उसका एक्शन ऐसा नहीं था। बॉलिंग में उसका हाई एंड एक्शन देखकर उसे सुधारना शुरू किया। वह बॉल की ग्रिप, आउट स्विंग, इन स्विंग और यॉर्कर बहुत अच्छी करती है। सुशीला को यूट्युूब पर बॉलिंग ट्यूटोरियल देखकर ईश्वर ने ही ट्रेंड किया है।

सुशीला का पहला वीडियो 7 दिन पहले वायरल हुआ था, जिस पर 28 मिलियन व्यूज थे। दूसरे वीडियो को 38.6 मिलियन लोगों ने देखा। वहीं जिस वीडियो ने सबसे ज्यादा धूम मचाई उस पर 44.6 मिलियन व्यूज आ चुके हैं और यह अब भी वायरल है। ईश्वरलाल का कहना है कि सरकार की ओर से स्कूल को सुविधाएं मिले तो हर घर में सुशीला जैसी खिलाड़ी निकल सकती हैं।

घर के बाहर सुशीला के माता-पिता व परिचित।
घर के बाहर सुशीला के माता-पिता व परिचित

मां बोली मैं नहीं पढ़ सकी, बेटी को जरूर आगे बढ़ाऊंगी

सुशीला की मां शांति बाई खुद 5वीं तक पढ़ी हैं। शादी भी 20 की उम्र में हो गई। आज तीन बच्चे हैं। सुशीला को मिली तारीफें सुनकर कहती हैं- चाहे कुछ हो जाए, बेटी को पढ़ाऊंगी और खेल में आगे बढ़ाऊंगी। हर कोशिश करुंगी जिससे बेटी का क्रिकेटर बनने का सपना पूरा हो सके।

वहीं सुशीला की दादी सुखमी बोलीं- हमारी उम्र में घर से बाहर निकलने दिया जाता था, वही बहुत था। आज मेरी दो पोतियां क्रिकेट खेल रही हैं बड़ी बात है। मेरी यही दुआ है कि खूब खेलें और नाम रोशन करें।

फोरी तौर पर अब तक इन्होंने बढ़ाए मदद को हाथ

  • आदित्य बिरला ग्रुप ने बच्ची को देश में कहीं भी पढ़ने और ट्रेनिंग लेने का आश्वासन दिया है।
  • मिस इंडिया 2022 की ओर से 51,000 की राशि देने की घोषणा की गई है।
  • क्रिकेटर अशोक मेनारिया के कोच ने भी उदयपुर में अपनी कोचिंग में ट्रेंड करने की बात कही है।
  • रोहित शर्मा और शार्दुल ठाकुर के कोच ने भी सुशीला को मुंबई बुलाया है।
वीडियो सामने आने के बाद राजस्व मंत्री हेमंत मीणा भी सुशीला से मिलने पहुंचे।
वीडियो सामने आने के बाद राजस्व मंत्री हेमंत मीणा भी सुशीला से मिलने पहुंचे

60 किमी दूर कैसे खेलने जायें बेटियां

राजस्व मंत्री हेमंत मीणा ने रविवार को सुशीला के घर पहुंचकर उससे मुलाकात की। भास्कर रिपोर्टर ने उनसे गांव में खेल की सुविधाएं और ग्राउंड विकसित करने के बारे में पूछा। मीणा बोले- यह सही है कि धरियावद में ग्राउंड और सुख सुविधाओं की समस्या है। प्रतापगढ़ में जिला हेडक्वार्टर पर आएं। यहां बालिकाओं के लिए खेल छात्रावास की पूरी व्यवस्था है।

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मंत्री जी यह भूल गए कि सुशीला के गांव रमेरा तालाब से प्रतापगढ़ की दूरी करीब 60 किमी है। हालांकि, बाद में उन्होंने कहा- अगर गांव के लिए भी भविष्य में जरूरत पड़ती है तो ग्राउंड के लिए जमीन देने का काम हम करेंगे।

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