मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 11 जुलाई 2024 | जयपुर : REET पेपर लीक प्रकरण में देर रात अब ED की एंट्री कर ली हैं। ईडी के अधिकारियों ने पूर्व जिला कोऑर्डिनेटर प्रदीप पाराशर को गिरफ्तार कर जज के घर पर पेश किया। कोर्ट ने प्रदीप को तीन की रिमांड पर ईडी को सौंप दिया हैं।
REET पेपर लीक प्रकरण में ED की एंट्री प्रदीप पाराशर गिरफ्तार
ईडी मुख्यालय में प्रदीप पाराशर से ईडी के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। चर्चा यह है कि देर रात ईडी को आखिर प्रदीप को गिरफ्तार करने की क्या जरूरत पड़ी। क्या ईडी को प्रदीप और उस से जुड़े लोगों के बारे में कोई ठोस सबूत मिले है जिस पर यह कार्रवाई की गई हैं।
रीट पेपर स्ट्रॉन्ग रूम से लीक गिरोह का मुख्य सरगना है प्रदीप पाराशर से राजस्थान की जिला पुलिस के साथ-साथ सभी एजेंसिया लगभग पूछताछ कर चुकी हैं। यह पहला मामला होगा जब ईडी ने रीट पेपर लीक मामले में प्रदीप की गिरफ्तारी की हैं। ईडी से मिली जानकारी के अनुसार उनके पास रीट पेपर लीक मामले में कई अहम जानकारी हाथ लगी हैं।
जानकार सूत्रों की माने तो पिछले कुछ समय से ईडी के अधिकारी एसओजी के सम्पर्क में हैं। एसओजी से ईडी को पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों की एक डिटेल मिली हैं जिस के आधार पर ईडी निरंतर एक्शन करने में लगी हुई हैं।
उल्लेखनीय है कि रीट पेपर लीक मामले की एसओजी की जांच में जिला कोर्डिनेटर रहे प्रदीप पाराशर की भूमिका सामने आई थी। इसके बाद एसओजी ने उसे 30 जनवरी 2022 को गिरफ्तार कर लिया था। जांच में सामने आया कि प्रदीप पाराशर के जरिए ही रामकृपाल मीना को पर्चा मिला था, जिसने अपने नेटवर्क के जरिए कई अभ्यर्थियों को पर्चा पढ़वाया।
आरटेट परीक्षा में भी कोऑर्डिनेटर था पाराशर
प्रदीप पाराशर को 2011 और 2012 में कांग्रेस सरकार में भी आरटेट परीक्षा में कोऑर्डिनेटर बनाया गया था। तब बोर्ड चेयरमैन मंत्री सुभाष गर्ग थे। प्रदीप पाराशर मंत्री सुभाष गर्ग और बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारौली का करीबी दोस्त है। ऐसे में प्रदीप पाराशर को शिक्षा संकुल में कोऑर्डिनेटर बनाया गया था। उसके साथ ही चार कोऑर्डिनेटर भी थे। प्रदीप पाराशर से पूछताछ के बाद उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है।
नकल में शामिल कैंडिडेट की मुश्किलें
एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि जिन अभ्यर्थियों ने नकल के सहारे रीट पास की है, उनकी बोर्ड से डिटेल लेकर रिजल्ट रद्द करवाया जाएगा। ऐसे सभी अभ्यर्थियों को अयोग्य घोषित करवाकर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एसओजी ऐसे 13 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। रीट परीक्षा लेवल 2 की एसओजी जांच कर रही है। लेवल 1 की परीक्षा के संबंध में उनके पास कोई मामला दर्ज नहीं है और कोई जांच भी नहीं की जा रही है।