खोह नागोरियान थाना बदमाशों ने घर में घुसकर महिला की हत्या की

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 20 जुलाई 2024 | जयपुर : जयपुर में आज दोपहर करीब 1.30 बजे बदमाशों ने घर मे घुसकर महिला की हत्या कर दी। घटना की सूचना मिलने पर खोह नागोरियान थाना पुलिस मौके पर पहुंची है। महिला को एसएमएस अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया।

खोह नागोरियान थाना बदमाशों ने घर में घुसकर महिला की हत्या की

खोह नागोरियान थाना बदमाशों ने घर में घुसकर महिला की हत्या की

डीसीपी ईस्ट कावेन्द्र सागर ने बताया- गोनेर रोड राधा कृष्ण मंदिर के सामने गौरव वाटिका में रहने वाले सतीश चंद्र शर्मा की पत्नी मंजू शर्मा की हत्या की गई है। सतीश चंद्र शर्मा प्रॉपर्टी डीलर और स्टांप विक्रेता हैं। मौके पर एफएसएल की टीम को बुलाकर सबूत जुटाए जा रहे हैं।

खोह नागोरियान थाना इलाके में गौरव वाटिका स्थित मृतक का घर।

खोह नागोरियान थाना इलाके में गौरव वाटिका स्थित मृतक का घर।

सीसीटीवी से कुछ बदमाशों की जानकारी मिली

पुलिस को आसपास लगे हुए सीसीटीवी से कुछ बदमाशों की जानकारी मिली है। इस पर पुलिस टीम काम कर रही है। कॉलोनी के लोगों में बताया- दोपहर 12 बजे मंजू शर्मा को घर के अंदर ही देखा गया था। इस दौरान कौन घर में घुसा। इसकी कोई जानकारी नहीं है। लोगों से पुलिस टीमें अलग-अलग पूछताछ कर रही हैं।

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MOOKNAYAK MEDIA

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कलेक्टर टीना डाबी ने स्पा-सेंटर का गेट तुड़वाया, संदिग्धावस्था में 5 लड़कियां मिलीं

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 02 अक्टूबर 2024 | जयपुर – बाड़मेर :  बाड़मेर कलेक्टर टीना डाबी ने शहर में सफाई अभियान के निरीक्षण के दौरान एक स्पा सेंटर पर भी छापा मारा। कलेक्टर को देखकर सेंटर मालिक ने अंदर से लॉक लगा लिया। जब काफी कोशिश के बाद भी उसने गेट नहीं खोला तो डाबी ने यूआईटी अधिकारियों की मदद से गेट तोड़ दिया।

कलेक्टर टीना डाबी ने स्पा-सेंटर का गेट तुड़वाया, संदिग्धावस्था में 5 लड़कियां मिलीं

कलेक्टर टीना डाबी ने स्पा-सेंटर का गेट तुड़वाया, संदिग्धावस्था में 5 लड़कियां मिलीं

सेंटर से 5 लड़कियों सहित 7 लोगों को हिरासत में लिया गया है। कलेक्टर टीना डाबी ने देह व्यापार की आशंका जताई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर टीना डाबी पूरी कार्रवाई के दौरान वहीं मौजूद रहीं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मामले की पूरी जांच होनी चाहिए।

कलेक्टर टीना डाबी पूरी कार्रवाई के दौरान वहीं मौजूद रहीं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मामले की पूरी जांच होनी चाहिए।

डाबी ने धमकाया – क्यों छुप रहा है, अब तो मैं यहीं खड़ी रहूंगी

दरअसल, बाड़मेर में ‘नवो बाड़मेर अभियान’ चलाया जा रहा है। बुधवार को सुबह 9 बजे चामुंडा सर्किल से चौहटन सर्किल पर सफाई की जा रही थी। इस दौरान करीब 9 बजे जिला कलेक्टर टीना डाबी भी पहुंची थीं।

कलेक्टर और प्रशासनिक अधिकारियों को देख स्पा सेंटर संचालक ने मुख्य दरवाजे के साथ एंट्री गेट को बंद कर दिया था। इस पर टीना डाबी को शक हुआ तो उन्होंने सेंटर संचालक को गेट खोलने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं माना।

वे करीब 30 मिनट तक यहां खड़ी रहीं

डाबी ने बाहर से फटकार लगाते हुए कहा- छुप क्यूं रहा है.. अब तो मैं तब तक खड़ी रहूंगी जब तक गेट नहीं खुल जाए। चाहे दरवाजा तोड़ना पड़े। हिरासत में लिए गए सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है। सेंटर के लाइसेंस व दूसरे डॉक्युमेंट भी चेक किए जा रहे हैं।

हिरासत में लिए गए सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है। सेंटर के लाइसेंस व दूसरे डॉक्युमेंट भी चेक किए जा रहे हैं।

अतिरिक्त कलेक्टर छत से सेंटर के अंदर घुसे

गेट तोड़ने की कार्रवाई के दौरान बाड़मेर शहर के अतिरिक्त कलेक्टर राजेंद्र चांदावत सेंटर के अंदर छत पर मौजूद दूसरे गेट से घुस गए। सेंटर का एक गेट बाहर से तोड़ा गया व दूसरा अंदर से एडीएम ने खोला। इसके बाद अंदर घुसे अधिकारियों ने वहां मौजूद 7 लोगों को हिरासत में लिया।

2 लड़के और 5 लड़कियां शांतिभंग में गिरफ्तार

सदर सीआई सत्यप्रकाश ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों को वेरिफिकेशन के लिए कोतवाली थाने भेजा गया है। दो लड़के और 5 लड़कियों को शांतिभंग में गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक जानकारी में सामने आया कि इन 5 लड़कियों में से ही कोई एक स्पा संचालक है, जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है।

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नग्नता का नंगा नाच करते सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 01 अक्टूबर 2024 |  जयपुर : (प्रियंका सौरभ का आलेख) जीवन का चरमसुख अब फॉलोअर्स पाने और कमेंट आने पर निर्भर हो गया है। फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर नग्न अवस्था में तस्वीरें शेयर कर आज लड़कियां लाइक कमेंट पाकर खुद को अनुगृहित करती दिखाई देती है मानो जीवन की सबसे अहम और जरूरी ऊंचाई को उन्होंने पा लिया हो।

नग्नता का नंगा नाच करते सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स

नग्नता को हम आधुनिकता के इस दौर में न्यू फैशन कहते हैं। सोशल मीडिया पर फैशन की उबाल आई तो सोशल नेटवर्क पर युवा पीढ़ी ने खुद को खूबसूरत युवतियों से पीछे पाया, फिर क्या युवकों ने खुद की नग्नता का नंगा नाच शुरू किया कहा मैं पीछे कैसे ?

नग्नता का नंगा नाच करते सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स

युवा अपने यौवन को दिखाते घूम रहे हैं मैं किसी से कम नहीं। पहले के जमाने में बड़े बुजुर्ग इस तरह की हरकतों पर नकेल कसते थे। खैर जमाना आधुनिक है इस लिए समाज इसे स्वीकारता और आनंदित होता है। ऐसे बिगड़ैल यूट्यूबर के इंटरव्यूज होना और भी अचरज की बात है।सोशल मीडिया पर आजकल जो ये फॉलोवर बढ़ाने के लिए जो नग्नता परोसी जा रही है। क्या उसमें परोसने वाले ही दोषी हैं? क्या उसको लाइक और शेयर करने वाले दोषी नहीं हैं ? मेरे हिसाब से तो वो ज्यादा दोषी हैं। अगर हम ऐसी पोस्ट या वीडियो को लाइक शेयर करना ही बंद कर दें तो क्या ये बंद नहीं हो सकता ?

पूरा देश नग्नता के लिए फिल्मों को दोष देता है परंतु आज सोशल मीडिया (सामाजिक पटल) पर इतनी भयंकर नग्नता है कि हमारी जो भारतीय फिल्में को भी शर्म आ जाए। आज कोई भी सोशल प्लेटफार्म अछूता नहीं है फूहड़पन और नग्नता से। सोशल मीडिया के अंधे दौर में कुछ लाइक और व्यू पाने के लिए हमारे समाज की नारियों को कैसे लक्षित किया जा रहा है और उन्हें नग्नता परोसना पड़ रहा है। और वो लाइक और व्यू के आसमान में उड़ने के लिए नग्नता परोस स्वयं के मान सम्मान स्वाभिमान का सौदा आसानी से कर रही है।

कुछ चप्पल छाप यूट्यूबर्स लोग केवल व्यू पाने के लिए हमारी आस्था पर इस तरह के अश्लीलता वाले थम्बनेल लगाते हैं। किससे क्या कहें? जीवन का चरमसुख अब फॉलोअर्स पाने और कमेंट आने पर निर्भर हो गया है। फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर नग्न अवस्था में तस्वीरें शेयर कर आज लड़कियां लाइक कमेंट पाकर खुद को अनुगृहित करती दिखाई देती है, मानो जीवन की सबसे अहम और जरूरी ऊंचाई को उन्होंने पा लिया हो।

इस नग्नता को हम आधुनिकता के इस दौर में न्यू फैशन कहते हैं। सोशल मीडिया पर फैशन की उबाल आई तो सोशल नेटवर्क पर युवा पीढ़ी ने खुद को खूबसूरत युवतियों से पीछे पाया, फिर क्या युवकों ने खुद की नग्नता का नंगा नाच शुरू किया और कहा, मैं पीछे कैसे ? युवा अपने यौवन को दिखाते घूम रहे हैं मैं किसी से कम नहीं। ऐसे बिगड़ैल यूट्यूबर के इंटरव्यूज होना और भी अचरज की बात है। पहले के जमाने में बड़े बुजुर्ग इस तरह की हरकतों पर नकेल कसते थे। खैर जमाना आधुनिक है इस लिए समाज इसे स्वीकारता और आनंदित होता है।

गम्भीरता से सोचने का विषय

पर ये बहुत ही गम्भीरता से सोचने का विषय है – हमारे घरों के छोटे-छोटे बच्चे किस दिशा में जा रहे हैं। माता-पिता क्यों जानबूझ कर अनदेखा कर रहें हैं? क्यों नहीं अपने बच्चों को टाईम और संस्कार देना चाहते हैं? क्यों अपने हाथो अपने बच्चो को दलदल में धकेल रहें हैं। आजकल के माता-पिता बहुत ज्यादा मार्डन है और उन्हें नंगापन, बॉयफ्रेंड और मार्डन परिवेश बेहद आकर्षित करती है। ये आने वाली पीढ़ी और समाज के लिए घातक सिद्ध होगा। टीनएजर लड़कियों की मनःस्थिति को अपने खास मकसद के मुताबिक ढाला जा रहा है।

अब तो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मस आभासी नग्नता के अड्डे बने हुए हैं। वल्गर रील्स और वीडियोस तो अब हर घर के टीनेजरस बना ही रहे हैं। अब तो ऐसा महसूस होने लगा है कि वैश्यावृति के अड्डे भी नये विकल्पों के साथ हवस परस्त मर्दो के लिए उपलब्ध हो गए हैं। सोशल मीडिया पर आजकल जो ये फॉलोवर बढ़ाने के लिए जो नग्नता परोसी जा रही है। क्या उसमें परोसने वाले ही दोषी हैं? क्या उसको लाइक और शेयर करने वाले दोषी नहीं हैं ? मेरे हिसाब से तो वो ज्यादा दोषी हैं। अगर हम ऐसी पोस्ट या वीडियो को लाइक शेयर करना ही बंद कर दें तो क्या ये बंद नहीं हो सकता ?

आज सामाजिक विकार अपने सफर के सफलतम पड़ाव में है। रोकथाम की कोई गुंजाइश नही है। अब तो प्रलय ही इसकी गति को रोक सकती है। सोशल मीडिया में रील्स पर नग्न और अश्लील नृत्य की नौटंकी करने वाली बेटियों से निवेदन है कि चंद काग़ज़ के टुकड़ों के लिए अपने परिवार और धर्म की इज्जत तार-तार ना करो। पैसे आपको आज नृत्य के लिए नही अपितु नग्नता परोसने के लिए दिए जा रहे है ताकि पूरे समाज को एक दिन रसातल में धकेल कर नीचा दिखाया जा सके।

चाहिए अश्लीलता और नग्नता मुक्त समाज

हमारी संस्कृति ही नहीं बचेगी तो तो हमारे राष्ट्र का और आने वाली पीढ़ियों का दुर्गुणों से विनाश होने से कोई बचा नहीं सकता है। अभी समझे कि संस्कृति क्या है और इसे बचाना क्यों जरूरी है। यह हमारे राष्ट्र का स्वाभिमान है। हमें चाहिए अश्लीलता और नग्नता मुक्त समाज अपनी नष्ट हो रहे सभ्यता और संस्कृति की रक्षा करें। बॉलीवुड की अश्लीलता, नग्नता और गाली गलौज से भरी फिल्मों और वेब सीरीज का बहिष्कार करें।

अश्लील गाना एवं अश्लील फिल्मों का बहिष्कार करें। सोशल मीडिया में ट्वीटर, फेसबुक आदि ऐसे प्लेटफार्म हैं जिसके माध्यम से लोग अपने विचार, अभिव्यक्ति के साथ किसी महत्वपूर्ण जानकारी का प्रेषण करते हैं। किन्तु वर्तमान में इन प्लेटफार्मो मे अश्लील,आपत्तिजनक व नग्नता पूर्ण मैसेज व विज्ञापन की भरभार होने के साथ जुए जैसे खेलों को खेलने के लिए प्रोत्साहित कर सामाजिक प्रदूषण फैलाया जा रहा है। हमारे नौनिहाल, बहन बेटी भी इन प्लेटफार्मो का बहुतायत उपयोग करते है। इस प्रदूषण पर अंकुश लगवाने के लिए सभी को सोचना होगा और खुद पहल करनी होगी। आज चेतना चाहिए नहीं तो कल रास्तों में होगा नंगा नाच। आप देश का भविष्य हो, कठपुतली मत बनो।

स्वच्छंदता के नाम पर फूहड़ता सोशल मीडिया के इस दौर में अपने चरम पर है। हमारी संस्कृति में स्त्री को धन की संज्ञा से नवाजा गया वो भी बहुमूल्य न कि टके बराबर। इसलिए राजदरबारो में होने वाले मुजरे भी चारदीवारो के अंदर ही होते थे। सत्य यह है की अश्लीलता को किसी भी दृष्टिकोण से सही नहीं ठहराया जा सकता। ये कम उम्र के बच्चों को यौन अपराधों की तरफ ले जाने वाली एक नशे की दुकान है और इसका उत्पादन आज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म स्त्री समुदाय के साथ मिलकर कर रहा है। मस्तिष्क विज्ञान के अनुसार 4 तरह के नशों में एक नशा अश्लीलता से भी है।

कौटिल्य ने चाणक्य सूत्र में वासना’ को सबसे बड़ा नशा और बीमारी बताया है। यदि यह नग्नता आधुनिकता का प्रतीक है तो फिर पूरा नग्न होकर स्त्रियां पूर्ण आधुनिकता का परिचय क्यों नहीं देती? गली- गली और हर मोहल्ले में जिस तरह शराब की दुकान खोल देने पर बच्चों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है उसी तरह अश्लीलता समाज में यौन अपराधों को जन्म देती है। इसको किसी भी तरह उचित नहीं ठहराया जा सकता है। विचार करिए और चर्चा करिए या फिर मौन धारण कर लीजिए।

प्रियंका सौरभ
रिसर्च स्कॉलर इन पोलिटिकल साइंस,
कवयित्री, स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार,
उब्बा भवन, आर्यनगर, हिसार (हरियाणा)-127045

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