मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 23 जुलाई 2024 | जयपुर : परिवहन विभाग में अवैध वसूली के आरोप में अजमेर ACB की टीम ने भीलवाड़ा आरटीओ इंस्पेक्टर समेत 6 को चेकिंग स्पॉट से डिटेन किया है। इनके पास से 1 लाख 47 हजार 440 रुपए बरामद हुए हैं।
भीलवाड़ा-चित्तौड़ हाईवे पर परिवहन विभाग की फ्लाइंग टीम पर ACB ट्रैप
ACB की टीम सभी को पूछताछ के लिए भीलवाड़ा के पुर थाने लेकर पहुंची। एसीबी अजमेर के एडिशनल एसपी भाग चंद मीणा ने बताया- भीलवाड़ा-चित्तौड़ हाईवे पर परिवहन विभाग की फ्लाइंग टीम की ओर से वाहन चालकों से अवैध वसूली किए जाने की शिकायत एसीबी मुख्यालय को मिली थी।
भीलवाड़ा के पुर थाने में डिटेन की गई आरटीओ टीम। सबसे दाएं आरटीओ इंस्पेक्टर महेश पारीक। एसीबी के महानिदेशक एसपी मीणा के निर्देश पर मंगलवार दोपहर टीम 4 कारों से भीलवाड़ा पहुंची। 4 घंटे तक आरटीओ फ्लाइंग टीम की रेकी की।
इसके बाद पुर बाइपास स्थित हजारी खेड़ा एरिया में पहुंची, जहां परिवहन विभाग की फ्लाइंग टीम वाहनों की चेकिंग करती मिली। इस टीम में इंस्पेक्टर महेश पारीक, संविदा कर्मचारी लक्ष्मण गुर्जर, हरि सिंह, डीटू खान, तेज सिंह और रमेश कुमार शामिल थे। वे वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। मौके पर उनकी कार की तलाशी ली गई। एसीबी को 1 लाख 47 हजार 440 रुपए मिले।
एसीबी ने दी यह जानकारी
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अजमेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भागचंद मीणा ने पूरे मामले की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि भीलवाड़ा चित्तौड़गढ़ नेशनल हाईवे पर परिवहन विभाग की फ्लाइंग टीम की ओर से वाहन चालकों से अवैध रूप से वसूली किए जाने की लगातार शिकायतें मिल रही थी। मंगलवार दोपहर ब्यूरो के ASP बीसी मीणा के डायरेक्शन में टीम ने भीलवाड़ा बाइपास पर हजारी खेड़ा के परिवहन विभाग की फ्लाइंग टीम वाहनों की चेकिंग करते हुए मिली।
अजमेर एसीबी की टीम ने मौके से करीब 1.47 लाख रुपए, पोस मशीन और दस्तावेज बरामद किए। वाहनों की चेकिंग करने के दौरान पूछताछ की तो इनके जवाब से संतोषप्रद नहीं थे। ऐसे में ACB ने आरटीओ इंस्पेक्टर और पांचों संविदा कर्मियों को डिटेन कर लिया और उन्हें लेकर पुर थाने आई।
पुर थाने में देर शाम तक एसीबी टीम काटे गए चालान, डेटा और कैश की एंट्री चेक कर रही थी। कैश अवैध रूप से वाहन चालकों से वसूल किया गया है या चालान की राशि है, इसकी जांच की जा रही है। अजमेर एसीबी टीम की गिरफ्त में आरोपी आरटीओ इंस्पेक्टर महेश पारीक। तस्वीर भीलवाड़ा के पुर थाने की है।
डिपार्टमेंट के कई अधिकारी और बाबू ऑफिस से गायब हो गए। करीब 4 घंटे तक रेकी करने के बाद एसीबी की टीम ने कार्रवाई की और एक कार में बैठाकर सभी 6 आरोपियों को पुर थाने ले गई।
कैश का डॉक्युमेंट से किया जाएगा मिलान
एडिशनल एसपी भाग चंद मीणा ने बताया- पोस मशीन, रजिस्टर और अन्य डॉक्युमेंट की जांच की जाएगी। इसके बाद ही क्लीयर हो पाएगा कि राशि रिश्वत की है या चेकिंग की। इधर, अजमेर एसीपी की टीम द्वारा अचानक हुई कार्रवाई से आरटीओ ऑफिस में हड़कंप मच गया।
टीम को संतोषप्रद जवाब नहीं मिला तो पूछताछ शुरू की
इस टीम में इंस्पेक्टर महेश पारीक और 5 संविदा कर्मी शामिल थे। मौके पर उनकी कार की तलाशी ली गई तो उसमें 147000 संदिग्ध रूप से मिले। पूछताछ में इस रकम के बारे में एसीबी टीम को संतोषप्रद जवाब नहीं मिला। लिहाजा पूरी फ्लाइंग टीम को पुर थाने ले जाकर गहनता से पूछताछ की जा रही है।
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भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अजमेर की टीम को इस फ्लाइंग टीम को रंगे हाथ पकड़ने के लिए 4 घंटे तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर रैकी की थी। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने ट्रांसपोर्ट विभाग के इंस्पेक्टर महेश पारीक संविदा कर्मी लक्ष्मण गुर्जर हरि सिंह खान तेज सिंह और रमेश कुमार को डिटेन किया है।