अभिनेता अल्लू अर्जुन को मजिस्ट्रेट से 14 दिन की जेल फिर हाईकोर्ट से जमानत

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 13 दिसंबर 2024 | जयपुर : हैदराबाद के संध्या थिएटर में ‘पुष्पा 2: द रूल’ के प्रीमियर के दौरान भगदड़ के मामले में तेलुगु एक्टर अल्लू अर्जुन को शुक्रवार (13 दिसंबर) को तेलंगाना हाईकोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई। हैदराबाद पुलिस ने उन्हें अल सुबह घर से गिरफ्तार कर लिया, जब अभिनेता चाय पी रहे थे।

अभिनेता अल्लू अर्जुन को मजिस्ट्रेट द्वारा 14 दिन की जेल फिर हाईकोर्ट से जमानत

पुलिस ने भगदड़ केस में पूछताछ के बाद अल्लू अर्जुन को निचली अदालत में पेश किया, जहां कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। हालांकि, शाम होते-होते तेलंगाना हाईकोर्ट से एक्टर को 4 हफ्ते के लिए बेल मिल गई।

अभिनेता अल्लू अर्जुन को मजिस्ट्रेट से 14 दिन की जेल फिर हाईकोर्ट से जमानत

बता दें कि हैदराबाद में पुष्पा 2 मूवी के प्रीमियर के दौरान भीड़ बेकाबू हो गई थी और भगदड़ में 35 वर्षीय महिला की मौत हो गई और उनके नाबालिग बेटे (9 साल) को गंभीर चोटें आई हैं। इस घटना के 8 दिन बाद तेलंगाना पुलिस हरकत में आई। अभिनेता अल्लू अर्जुन की रिहाई का आदेश देते हुए हाईकोर्ट ने कहा- ‘सिर्फ इसलिए कि वह एक एक्टर हैं… उन्हें इस तरह नहीं रखा जा सकता।’

अब केस में आगे क्या होगा?

अभिनेता अल्लू अर्जुन ने तेलंगाना हाईकोर्ट में याचिका दायर कर एफआईआर से अपना नाम हटाने की मांग की है। यह मामला भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा प्रबंधन में लापरवाही के कारण बड़े आयोजनों में सुरक्षा उपायों की जरूरत को उजागर करता है। दूसरी ओर, मामले में एक ट्विस्ट ये भी है कि मृतका के पति ने केस वापस लेने की बात कही है। उसने कहा कि भगदड़ मामले में एक्टर की कोई गलती नहीं है।

भीड़ नियंत्रण के लिए नहीं थे पुख्ता इंतजाम

4 दिसंबर को संध्या थिएटर में बड़ी संख्या में प्रशंसक अल्लू अर्जुन और उनकी को-एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना को देखने पहुंचे थे। थिएटर मैनेजमेंट द्वारा भीड़ को कंट्रोल करने की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। अभिनेता के आने की पूर्व सूचना पुलिस को भी नहीं दी गई। भीड़ के दबाव से थिएटर के गेट गिर गए, जिससे भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में एक महिला की जान चली गई और उनका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया।

गैर-इरादतन हत्या के आरोपी हैं अल्लू

अल्लू अर्जुन, उनकी सिक्योरिटी टीम और थिएटर मैनेजमेंट के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 (गैर-इरादतन हत्या) और धारा 118(1) (चोट पहुंचाने के लिए दंड) के तहत मामला दर्ज किया गया। संध्या थिएटर के मालिक और दो कर्मचारियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

अल्लू ने गिरफ्तारी के तरीके पर जताई आपत्ति

पुलिस ने शुक्रवार को अभिनेता को उनके घर से गिरफ्तार किया। इस दौरान अल्लू अर्जुन ने गिरफ्तारी के तरीके पर आपत्ति जताई। उन्होंने पुलिस से कहा, “आप मुझे मेरे बेडरूम से सीधे ले गए। मैंने कपड़े बदलने का समय मांगा, लेकिन आपने इसकी अनुमति नहीं दी।”

इस कार्रवाई के दौरान एक्टर ने पुष्पा 2 के चर्चित डायलॉग लिखी हुडी पहन रखी थी: “फूल नहीं, आग हूं मैं।” बाद में पुलिस ने चिक्कडपल्ली थाने में बयान दर्ज किए और फिर उस्मानिया हॉस्पिटल में मेडिकल जांच कराई।

अल्लू ने 25 लाख की मदद का ऐलान किया

थिएटर में भगदड़ के बाद अभिनेता ने गहरा दुख जताते हुए कहा था कि वह इस हादसे से “दिल टूटने” जैसा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने मृतक महिला के परिवार को 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की।

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साथ ही घायल लड़के के इलाज का पूरा खर्च उठाने का वादा किया था। 7 दिसंबर को पुष्पा 2 की सक्सेस पार्टी में अल्लू ने कहा, “इस घटना को समझने और प्रतिक्रिया देने में मुझे कई घंटे लग गए। यह मेरे लिए मानसिक रूप से झकझोरने वाला था।”

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दिल्ली के जवाहर लाल यूनिवर्सिटी में साबरमती रिपोर्ट फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान पथराव

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 13 दिसंबर 2024 | जयपुर : दिल्ली से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दिल्ली के प्रसिद्ध जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में साबरमती रिपोर्ट की स्क्रीनिंग के दौरान भारी बवाल हो गया है।

दिल्ली के जवाहर लाल यूनिवर्सिटी में साबरमती रिपोर्ट फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान पथराव

इस फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान पथराव कर दिया गया है, जबकि फिल्म के पोस्टर भी फाड़ दिए गए हैं। छात्रों ने फिल्म की स्क्रीनिंग के खिलाफ हल्ला बोल दिया और नारेबाजी शुरू कर दी। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है और स्थिति को काबू में करने के प्रयास में जुटी हुई है।

दिल्ली के जवाहर लाल यूनिवर्सिटी में साबरमती रिपोर्ट फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान पथराव

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है  कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में साबरमती रिपोर्ट फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान बाहर से पथराव किया गया जिसमें कुछ छात्र घायल हो गए। जेएनयू के एवीबीपी विंग के अध्यक्ष राजेश्वर कांत दुबे ने कहा, “कुछ छात्रों को मामूली चोटें आई हैं। कुछ देर के लिए स्क्रीनिंग रोक दी गई थी, लेकिन कुछ देर बाद इसे फिर से शुरू कर दिया गया।”

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूनिवर्सिटी में यह स्क्रीनिंग एबीवीपी की ओर से किया जा रहा था, लेकिन तभी लेफ्ट पार्टियों ने हंगामा शुरू कर दिया और पथराव के साथ नारेबाजी करने लगे। एबीवीपी ने लेफ्ट पार्टी पर ये गंभीर आरोप लगाया है।

दिल्ली के जवाहर लाल यूनिवर्सिटी में साबरमती रिपोर्ट फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान हंगामा हो गया है। एबीवीपी ने इसको लेकर लेफ्ट पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है।

हंगामा होने के कारण स्क्रीनिंग को रोक दिया गया है। एबीवीपी से जुड़े छात्र ने पथराव को लेकर आरोप लगाते हुए कहा कि यह बेहद दुखद है। लेफ्ट से जुड़े छात्रों का हमेशा से यही रवैया रहा है। बताया जा रहा है कि पत्थरबाजी के कारण एक छात्र गंभीर रूप से घायल भी हो गया है। एबीवीपी ने कहा कि इसको लेकर हम औपचारिक शिकायत करेंगे।

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बता दें कि इस फिल्म को लेकर इसलिए इतना बवाल हो रहा है, क्योंकि इस फिल्म में गुजरात में हुए गोधरा कांड के बाद की कहानी दिखाई गई है, इस फिल्म में इसका जिक्र नहीं है कि गोधरा कांड से पहले क्या हुआ था, ऐसी क्या नौबत आ गई जिसके कारण गोधरा कांड हुआ था। 

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विशनाराम मेघवाल के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए बालोतरा में आक्रोश रैली

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 13 दिसंबर 2024 | जयपुर : बालोतरा में मंगलवार को दिनदहाड़े हुई हत्या के मामले में आरोपियों को पकड़ने की मांग को लेकर लोगों ने धरना स्थल मॉर्च्युरी से कलेक्ट्रेट तक आक्रोश रैली निकाली।

विशनाराम मेघवाल के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए बालोतरा में आक्रोश रैली

इस दौरान प्रथम रेलवे अंडर ब्रिज के पास सड़क पर टायर जलाए गए। जुलूस के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचकर कार्यालय का घेराव किया गया। यहां कलेक्टर ज्ञापन सौंपकर आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग की गई। इधर, घटना के विरोध में बालोतरा का बाजार बंद है।

विशनाराम मेघवाल के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए बालोतरा में आक्रोश रैली

दलित मामलों के विशेषज्ञ भंवर मेघवंशी ने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि “एक दर्द आरोपी ने दिया और दूसरा ज़िद्दी प्रशासन दे रहा है,जो न्याय की लड़ाई लड़ रहे लोगों को देखना भी नही चाहता। कल बालोतरा बंद के दौरान 10 हजार लोग सड़कों पर थे। ये हज़ारों लोग एसपी,कलेक्टर के कार्यालय गए और उनसे मिलने की कोशिश की। दोनों आला अफ़सर ऑफ़िस में थे पर लोगों से मिलना तो दूर,ज्ञापन तक नहीं लिया। अंतत: निराश लोग ज्ञापन कलक्टर ऑफ़िस के एक क्लर्क की टेबल पर रख कर धरनास्थल पर लौट गए। हठधर्मिता की पराकाष्ठा है !” 

मेघवंशी ने लिखा कि “बालोतरा मामले में अपडेट 10 दिसंबर को राजस्थान के बालोतरा जिले के असाडा गाँव में दलित युवा विशना राम की हिस्ट्रीशीटर हर्षदान चारण ने निर्मम हत्या कर दी। चाकू से उसका पेट चीर दिया,हार्ट काट डाला,चाकू से छलनी युवा को हॉस्पिटल लाया गया। स्थिति गम्भीर होने पर रेफ़र किया गया। रात को एक बजे प्रशासन जागा। धरने पर आया और बोला कि वार्ता करते है। पोस्ट मार्टम करवा लो। हज़ारों लोग 3 दिन से मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे हैं।”

मेघवंशी ने यह भी कहा कि “वहाँ से बार बार कहा गया कि हमसे चर्चा करो,तब कोई नही आया। रात को एक बजे कलक्टर,एसपी और पूरी टीम आकर बात और पोस्टमार्टम करने का दबाव बनाती है। कल बालोतरा बंद था, लोग बहुत आक्रोश में थे, फिर भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। परंतु राज्य सरकार का रूख उपेक्षा का है,वह सुनवाई को तैयार नहीं है।”

आदिवासी और दलित मामलों के विशेषज्ञ प्रोफ़ेसर राम लखन मीणा ने ट्विट्टर हैंडल लिखा 

आदिवासी और दलित मामलों के विशेषज्ञ प्रोफ़ेसर राम लखन मीणा ने गुजरात में एक महिला को अपने प्रसव के लिए समुचित चिकित्सीय सुविधा नहीं मिलने और बालोतरा में विशनाराम मेघवाल के परिजनों को न्याय नहीं मिलने की घटनाओं के संबंध में महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित अपील अपने ट्विटर हैंडल @ProfRLMeena पर पोस्ट की। 

प्रोफ़ेसर मीणा ने दोनों दुर्तांत घटनाओं के वीडियो भी अपने ट्विट्टर हैंडल पर पोस्ट किये और साथ में लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गाँधी, गृहमंत्री अमित शाह, वायनाड सांसद प्रियंका गाँधी, बीजेपी और कांग्रेस के राष्ट्रीय ट्विटर हैंडल्स को टैग किया। इसमें लिखा कि;

प्रतिष्ठा में, महामहिम राष्ट्रपति जी

प्रतिलिपि: सूचनार्थ एवं आवश्यक अग्रिम कार्रवाई हेतु  

माननीय प्रधानमंत्री जी

माननीय गृह मंत्री जी

आपसे आग्रह है कि राजस्थान और गुजरात में घटित इन दो दुर्दांत घटनाओं का संज्ञान लें और अगर थोड़ी भी मानवीय संवेदना बची हो तो दोषियों के खिलाफ़ त्वरित कार्रवाई करें। 

बता दें, हिस्ट्रीशीटर हर्षदान चारण द्वारा विशनाराम मेघवाल की चाकू से हत्या के बाद परिजन और समाज के लोग बालोतरा के राजकीय नाहटा अस्पताल की मॉर्च्युरी के बाहर तीन दिन से धरने पर बैठे हैं। लोगों का आरोप है कि अभी तक मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूरी है।

विशनाराम मेघवाल हत्याकांड की आवाज संसद में भी गूंजेगी

आजाद समाज पार्टी कांशीराम के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने परिजनों से बात की। विशनाराम मेघवाल हत्याकांड की आवाज संसद में भी गूंजेगी। उन्होंने परिजनों को आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे को संसद में उठायेंगे। 

लोगों ने निकाली आक्रोश रैली

घटना के बाद तीन से धरने पर बैठे समाज और परिवार के लोगों ने गुरुवार को आक्रोश रैली निकाली। इस दौरान सड़क पर टायर जलाए गए। वहीं जुलूस के रूप में भीड़ कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची। जहां घेराव करने के बाद मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। मामले में आरोपियों को जल्द पकड़ने और मुआवजा दिलवाने की मांग की गई।

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