मप्र RTO को खुली छूट सरकार अंधी है जितना मर्ज़ी लूट करोड़ों के भ्रष्टाचार का भंडाफोड़

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 23 दिसंबर 2024 | जयपुर : भोपाल में मेंडोरी के जंगल से गुरुवार रात 52 किलो सोना और 11 करोड़ कैश के साथ इनोवा कार जब्त की गई थी। मामले की पड़ताल के दौरान आयकर विभाग के अधिकारियों के हाथ एक डायरी और कुछ ऐसे दस्तावेज लगे हैं, जिनमें खुलासा हुआ है कि RTO के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा ने परिवहन विभाग के अफसरों के साथ सालभर में 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का लेन-देन किया है।

मप्र RTO को खुली छूट सरकार अंधी है जितना मर्ज़ी लूट करोड़ों के भ्रष्टाचार का भंडाफोड़

आयकर विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सौरभ को VRS (स्‍वैच्छिक सेवानिवृत्ति) लेने के बाद भी सारे RTO पैसे भेजते थे। जिसे वह इधर-उधर करता था। अब इस मामले में परिवहन विभाग के आला अफसरों की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

मप्र RTO को खुली छूट सरकार अंधी है जितना मर्ज़ी लूट करोड़ों के भ्रष्टाचार का भंडाफोड़

52 जिलों के RTO के नाम और नंबर भी मिले

आयकर विभाग को सौरभ शर्मा से संबंधित जांच में जो रिकॉर्ड मिले हैं, उसमें प्रदेश के 52 जिलों के RTO के नाम और नंबर भी मिले हैं। इसके साथ ही यह भी लिखा है कि किस RTO से कितनी राशि मिली है। बताया जा रहा है कि राशि किसे दी गई, इसके भी कुछ दस्तावेज मिले हैं। हालांकि, अभी इसे जांच के दायरे में बताकर सामने नहीं लाया गया है।

लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार को सौरभ शर्मा के घर और दफ्तर पर छापा मारा था।

लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार को सौरभ शर्मा के घर और दफ्तर पर छापा मारा था। चेतन से पूछताछ पूरी, सौरभ अभी तलब नहीं जिस चेतन सिंह गौर की कार से 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपए कैश बरामद किए गए, उससे आयकर विभाग ने पूछताछ लगभग पूरी कर ली है।

वह अभी आयकर विभाग के अफसरों के संपर्क में है। उसके बयान के आधार पर मुख्य किरदार सौरभ शर्मा से पूछताछ की जानी है। बताया जा रहा है कि अभी सौरभ शर्मा को तलब नहीं किया गया है, लेकिन जल्दी ही उसे पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।

जांच के घेरे में आ सकते हैं परिवहन आयुक्त

इस पूरे मामले में जिलों के RTO की भूमिका सामने आने के बाद अब परिवहन मुख्यालय के मुखिया और परिवहन आयुक्त की भूमिका भी जांच के घेरे में आ सकती है। आयकर विभाग फिलहाल इतना ही कह रहा है कि परिवहन विभाग इसमें इन्वॉल्व है, लेकिन किसी IPS अधिकारी को लेकर अभी जांच शुरू नहीं है।

चेतन गौर के नाम रजिस्टर्ड इसी कार में सोना और कैश मिला था।

चेतन गौर के नाम रजिस्टर्ड इसी कार में सोना और कैश मिला था।

मेंडोरी की कार्रवाई सिर्फ इनकम टैक्स की

आयकर अफसरों के मुताबिक मेंडोरी से जब्त कैश और गोल्ड को आयकर अधिनियम की धारा 132 के आधार पर जब्ती बताकर SBI में जमा करा दिया गया है। धारा 132 का इस्तेमाल आयकर विभाग तब करता है, जब यह कार्रवाई किसी अन्य जांच एजेंसी की मदद के बगैर की गई हो। अगर किसी अन्य जांच एजेंसी को इसमें शामिल किया जाता है तो आयकर अधिनियम की धारा 132 ए के अंतर्गत कार्रवाई की जाती है।

आयकर अधिकारियों का कहना है कि मेंडोरी में इनोवा कार में गोल्ड और कैश होने की सूचना अज्ञात सोर्स से मिली थी। मौके पर पहुंचने पर वहां कुछ पुलिसकर्मी पाए गए और उन्होंने कार में जांच से इनकार कर दिया। इसके बाद TI से लिखित में लेने के बाद पूरे मामले की जांच अकेले आयकर विभाग ने की है।

पिस्टल लेकर कार की देखरेख कर रहे थे कुछ लोग

जिस खाली प्लॉट में कार को छिपाया गया था, वहां आसपास खेतों में काम कर रहे लोगों का दावा है कि गुरुवार शाम 4 बजे दो कार इस प्लॉट पर आई थी। इनमें से एक को प्लॉट के अंदर ले जाया गया, जबकि दूसरी बाहर थी। दोनों वाहनों में 5 से 6 लोग थे।

इन्होंने कार के आगे लगी RTO की प्लेट हटाई और उसे मिट्टी में दबा दिया। इसके बाद कार ढंककर चले गए। इन सभी के पास पिस्टल समेत अन्य हथियार थे। ये देख लोग सहम गए। कार छिपाने के बाद भी ये लोग दूसरी कार से यहां हर 10 से 15 मिनट में यहां आते-जाते रहे।

पुलिस ने लिखित में दिया- कार्रवाई नहीं करेंगे पुलिस को गुरुवार शाम 4 बजे लावारिस कार की सूचना मिल गई थी। आधे घंटे बाद दो पुलिसकर्मी पहुंचे। इसके बाद पुलिसकर्मी आते-जाते रहे, पर रात 11 बजे तक कार्रवाई नहीं की गई।

फिर रात 11:30 बजे आयकर टीम मौके पर पहुंची। तब भी वहां 7-8 पुलिसकर्मी थे, जो धीरे-धीरे निकल गए। मौके पर एक हेड कॉन्स्टेबल ही बचा। कार्रवाई पर बहस चली तो पुलिस अफसर ने कार्रवाई नहीं करने की बात लिखित में दी।

आरक्षक से बिल्डर बना सौरभ शर्मा

परिवहन विभाग में पदस्थ सीनियर अफसर बताते हैं कि सौरभ के पिता स्वास्थ्य विभाग में थे। साल 2016 में उनकी अचानक मृत्यु के बाद उनकी जगह अनुकंपा नियुक्ति के लिए सौरभ की तरफ से आवेदन दिया गया।

स्वास्थ्य विभाग ने स्पेशल नोटशीट लिखी कि उनके यहां कोई पद खाली नहीं है। RTO विभाग के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के ठिकानों से अब तक 7.98 करोड़ रुपए की संपत्ति बरामद की गई है।

अक्टूबर 2016 में कॉन्स्टेबल के पद पर भर्ती सौरभ की पहली पोस्टिंग ग्वालियर परिवहन विभाग में हुई। मूल रूप से ग्वालियर के साधारण परिवार से संबंध रखने वाले सौरभ का जीवन कुछ ही वर्षों में पूरी तरह बदल गया। नौकरी के दौरान ही उसका रहन-सहन काफी आलीशान हो गया था, जिससे उसके खिलाफ शिकायतें विभाग और अन्य जगहों पर होने लगीं।

कार्रवाई से बचने के लिए सौरभ ने वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम के तहत सेवानिवृति ले ली। इसके बाद उसने भोपाल के नामी बिल्डरों के साथ मिलकर प्रॉपर्टी में बड़े पैमाने पर निवेश करना शुरू कर दिया।

सौरभ शर्मा के घर 235 किलो की चांदी मिली हैं। इनमें चांदी की सिल्लियां और जेवर शामिल हैं।

सौरभ शर्मा के घर 235 किलो की चांदी मिली हैं। इनमें चांदी की सिल्लियां और जेवर शामिल हैं।

PA सत्यप्रकाश पर FIR हुई तब सौरभ की नजदीकी अफसरों में बढ़ी

सौरभ शर्मा 3 वर्ष पूर्व विभाग की शिकायतें ऊपर तक पहुंचने पर विभाग के मंत्री व प्रमुख लोगों के नजदीक आया था। 2021 में विभाग के मंत्री व आयुक्त की शिकायतें ऊपर तक पहुंची थी।

इन शिकायतों के मामले में बाद में आयुक्त पीए रहे सत्यप्रकाश शर्मा और उनके ड्राइवर के खिलाफ क्राइम ब्रांच में प्रकरण भी दर्ज हुआ था। इस प्रकरण में सत्यप्रकाश का ड्राइवर भी आरोपी है, क्योंकि डाकघर में शिकायतें ले जाते हुए उसके फुटेज पुलिस को मिले थे।

चेतन बोला- मैं वर्कर की हैसियत से काम करता था

आयकर विभाग को दिए बयान में चेतन सिंह गौर ने खुद को सौरभ शर्मा का साधारण वर्कर बताया है। चेतन का कहना है कि ​​​​​सौरभ जहां कहता था, मैं वहां साइन कर दिया करता था। मेरे दस्तावेज वह अलग-अलग काम बताकर ले लेता था।

चेतन ने यह भी बताया कि वे दोनों पुराने परिचित थे और उसे काम की जरूरत थी। इसी कारण उसने सौरभ से कभी कोई सवाल नहीं किया। चेतन के अनुसार, सौरभ ने इसी भरोसे का फायदा उठाकर उसके दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। चेतन ने कहा- सौरभ ने उसके नाम से कार खरीद ली। चेतन के दस्तावेजों पर पेट्रोल पंप का आवंटन करा लिया। इसके अलावा भी कई संपत्तियां चेतन के नाम से खरीदीं।

बिरसा अंबेडकर फुले फातिमा मिशन को आगे बढ़ाने के लिए ‘मूकनायक मीडिया’ को आर्थिक सहयोग कीजिए 

MOOKNAYAK MEDIA

At times, though, “MOOKNAYAK MEDIA’s” immense reputation gets in the way of its own themes and aims. Looking back over the last 15 years, it’s intriguing to chart how dialogue around the portal has evolved and expanded. “MOOKNAYAK MEDIA” transformed from a niche Online News Portal that most of the people are watching worldwide, it to a symbol of Dalit Adivasi OBCs Minority & Women Rights and became a symbol of fighting for downtrodden people. Most importantly, with the establishment of online web portal like Mooknayak Media, the caste-ridden nature of political discourses and public sphere became more conspicuous and explicit.

Related Posts | संबद्ध पोट्स

सॉफ्टवेयर इंजीनियर को डिजिटल अरेस्ट कर 11.8 करोड़ ठगे, TRAI अधिकारी – फर्जी पुलिस अधिकारी बने ठग

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 23 दिसंबर 2024 | जयपुर : बेंगलुरु के हेब्बल में 39 साल के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर डिजिटल अरेस्ट का शिकार हुए। ठगों ने उन्हें डरा-धमकाकर 11.8 करोड़ रुपए वसूल लिए। बाद में शक होने पर इंजीनियर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर को डिजिटल अरेस्ट कर 11.8 करोड़ ठगे, TRAI अधिकारी – फर्जी पुलिस अधिकारी बने ठग

मामला एक महीने पुराना है। पुलिस को दिए बयान के मुताबिक शख्स ने 25 नवंबर से 12 दिसंबर के बीच पैसे गंवाए। ठगों ने इंजीनियर को TRAI (टेलिकॉम रेगुलेरिटी ऑफ इंडिया) अधिकारी बनकर कॉल किया था और आधार-सिम के फर्जी इस्तेमाल की जानकारी देकर डराया था।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर को डिजिटल अरेस्ट कर 11.8 करोड़ ठगे

11 नवंबर को पहली कॉल आई TRAI अधिकारी बनकर धमकाया

जालसाज ने उन्हें बताया कि इसके लिए उनके आधार का इस्तेमाल किया गया है। फिलहाल अब उनके सिम को ब्लॉक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और मुंबई के कोलाबा साइबर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।

इंजीनियर को स्काइप एप डाउनलोड करने को कहा गया

इंजीनियर को आखिर में तीसरी बार एक और कॉल आया। जालसाजों ने उससे स्काइप एप डाउनलोड करवाया। इसके बाद, पुलिस की वर्दी में एक व्यक्ति ने वीडियो कॉल किया, जिसमें उसने मुंबई पुलिस से होने का दावा किया।

उसने आरोप लगाया कि व्यवसायी नरेश गोयल ने विक्रम के आधार का इस्तेमाल करके केनरा बैंक में खाता खोला और लगभग 6 करोड़ रुपए का लेनदेन किया। 25 नवंबर को, एक अन्य नकली पुलिस अधिकारी ने विक्रम से स्काइप पर संपर्क किया, और दावा किया कि उसके खिलाफ मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है।

दूसरी कॉल फर्जी पुलिस अधिकारी ने की, मनी लॉन्ड्रिंग के केस में डराया

कुछ दिनों बाद एक दूसरे ठग ने मोबाइल नंबर 7420928275 से इंजीनियर से संपर्क किया और खुद को पुलिस अधिकारी बताया। उसने विक्रम से कहा कि उसके आधार का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए बैंक अकाउंट खोलने में किया गया है।

उन्होंने विक्रम को चेतावनी दी कि वह अपने परिवार सहित किसी को भी कॉल के बारे में न बताएं, क्योंकि धोखाधड़ी में प्रभावशाली व्यक्ति शामिल हैं, जो पहले से ही मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में गिरफ्तार हैं। ठगों ने इंजीनियर को वर्चुअल जांच में सहयोग न करने पर फिजिकली अरेस्ट करने की धमकी दी थी।

अकाउंट वैरिफाई के नाम पर करोड़ों रुपए ट्रांसफर करवाए

ठगों ने इंजीनियर से कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दिशानिर्देशों के अनुसार, उन्हें उसके बैंक अकाउंट के लेन-देन को सत्यापित करने की आवश्यकता है। वैरिफिकेशन के लिए इंजीनियर से पैसे ट्रांसफर करने को कहा गया।

यह भी पढ़ें : किताबों से प्रेम करने वाले डॉ अंबेडकर ने मनुस्मृति को क्यों जलाया

गिरफ्तारी के डर से, विक्रम ने पहले एक बैंक अकाउंट में 75 लाख और बाद में 3.41 करोड़ रुपए दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दिए। 12 दिसंबर तक उन्होंने ठगों के विभिन्न अकाउंट में 11.8 करोड़ रुपए ट्रांसफर कर दिए थे। जब धोखेबाजों ने और पैसे मांगे तब विक्रम को अहसास हुआ कि कुछ गड़बड़ है। 12 दिसंबर को इंजीनियर ने पुलिस में शिकायत की। जांच जारी है।

बिरसा अंबेडकर फुले फातिमा मिशन को आगे बढ़ाने के लिए ‘मूकनायक मीडिया’ को आर्थिक सहयोग कीजिए 

रूस के कजान शहर में अमेरिका के 9/11 जैसा हमला

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 21 दिसंबर 2024 | जयपुर : रूस के कजान शहर में शनिवार सुबह अमेरिका के 9/11 जैसा हमला हुआ। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, यूक्रेन ने कजान पर 8 ड्रोन अटैक किए। इनमें से 6 अटैक रिहायशी इमारतों पर हुए। कजान शहर रूस की राजधानी मॉस्को से 720 किलोमीटर दूर है।

अभी तक हमले में किसी के मारे जाने की खबर नहीं है। सोशल मीडिया पर हमले के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें कई ड्रोन इमारतों से टकराते नजर आ रहे हैं। इन हमलों के बाद कजान समेत रूस के दो एयरपोर्ट्स को बंद कर दिया गया है।

रूस के कजान शहर में अमेरिका के 9/11 जैसा हमला

अमेरिका में 2001 में आतंकियों ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर इसी तरह से 4 प्लेन हाईजैक कर हमला किया था। इनमें से 3 प्लेन एक-एक कर अमेरिका की 3 अहम इमारतों में क्रैश कराए गए। पहला क्रैश 8 बजकर 45 मिनट पर हुआ। बोइंग 767 तेज रफ्तार से वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के नॉर्थ टॉवर से जा टकराया। 18 मिनट बाद एक दूसरा बोइंग 767 बिल्डिंग के साउथ टॉवर से जा टकराया था। इन हमलों में लगभग 3000 लोग मारे गए थे।

हमला रूस के कजान शहर में किया गया है। हमले में अभी तक किसी के मारे जाने की खबर नहीं है।

हमला रूस के कजान शहर में किया गया है। हमले में अभी तक किसी के मारे जाने की खबर नहीं है।

कजान शहर रूस की राजधानी मॉस्को से 720 KM दूर है।
कजान शहर रूस की राजधानी मॉस्को से 720 KM दूर

शुक्रवार को यूक्रेन ने कुर्स्क तो रूस ने कीव पर किया था हमला

इससे पहले शुक्रवार को यूक्रेन ने रूस के कुर्स्क बॉर्डर पर अमेरिकी मिसाइलें दागीं थीं। इसमें 6 लोग मारे गए थे। इसके तुरंत बाद रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमला किया, जिसमें एक की मौत हुई।

यूरोपियन यूनियन की चीफ उर्सुला वॉन डेर लेयन के मुताबिक रूस ने कीव में जिस इमारत को निशाना बनाया था, वहां से कई देशों के डिप्लोमेटिक मिशन ऑपरेट होते थे। जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने कहा है कि वे जंग खत्म करने पर पुतिन से बात करेंगे।

रूस पर 4 महीने में दूसरी बार 9/11 जैसा हमला

रूस पर 4 महीने पहले भी 9/11 जैसा हमला हुआ था। यूक्रेन ने रूस के सारातोव शहर में 38 मंजिला रिहायशी इमारत वोल्गा स्काई को निशाना बनाया था। इस शहर में रूस का स्ट्रैटजिक बॉम्बर मिलिट्री बेस भी है। हमले में 4 लोग घायल हुए थे। जिसके बाद रूस ने पलटवार करते हुए यूक्रेन पर 100 मिसाइल और 100 ड्रोन दागे थे। इनमें 6 लोगों की मौत हुई थी और 150 से ज्यादा घायल हुए थे।

यूक्रेन पर रूस के न्यूक्लियर चीफ की हत्या के भी आरोप

4 दिन पहले ही रूस के न्यूक्लियर चीफ इगोर किरिलोव की मॉस्को में हुए एक ब्लास्ट में मौत हो गई थी। हमले के वक्त किरिलोव अपार्टमेंट से बाहर निकल रहे थे, उसी वक्त नजदीक खड़े स्कूटर में ब्लास्ट हो गया। इसमें किरिलोव के साथ-साथ उनका अस्टिटेंट भी मारा गया था।

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने यूक्रेन के अधिकारियों के हवाले बताया था कि किरिलोव की हत्या यूक्रेन ने ही कराई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूक्रेन की सिक्योरिटी सर्विस एजेंसी (SBU) से जुड़े एक सूत्र ने इसकी जिम्मेदारी ली थी।

यूक्रेन सिक्योरिटी सर्विसेज (SBU) का आरोप था कि कि किरिलोव के लीडरशिप में रूस ने लगभग 5,000 बार रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया था। इनमें 700 से ज्यादा बार इनका इस्तेमाल इस साल मई में ही हुआ था।

पुतिन ने दो दिन पहले ही कहा था जंग रोकने को तैयार है

दो दिन पहले ही रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा था कि वे यूक्रेन जंग को रोकने के लिए तैयार हैं। इसके लिए वे ट्रम्प से बातचीत करने को तैयार हैं। पुतिन ने कहा कि उनके बीच चार साल से भी ज्यादा वक्त से कोई बातचीत नहीं हुई है, लेकिन अगर ट्रम्प चाहें तो वे उनसे मिलने को तैयार हैं।

बिरसा अंबेडकर फुले फातिमा मिशन को आगे बढ़ाने के लिए ‘मूकनायक मीडिया’ को आर्थिक सहयोग जरूर कीजिए 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Color

Secondary Color

Layout Mode