गर्भवती पत्नी के पेट पर बैठकर घोंटा गला गर्भ से बाहर आ गया 7 महीने का भ्रूण

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 23 जनवरी 2025 | जयपुर : हैदराबाद में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसको सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में 21 साल के युवक ने कथित तौर पर केवल शक की वजह से अपनी गर्भवती पत्नी की हत्या कर दी। उसने अपनी पत्नी को इतने बेतरतीब तरीके से मारा कि महिला के गर्भ से सात महीने का भ्रूण बाहर आ गया।

गर्भवती पत्नी के पेट पर बैठकर घोंटा गला गर्भ से बाहर आ गया 7 महीने का भ्रूण

पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि 16 जनवरी को जब आरोपी की पत्नी घर में सो रही थी, तो वह उसके पेट पर बैठ गया और उसने तकिये से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी, जिसके परिणामस्वरूप भ्रूण गर्भ से बाहर आ गया।

गर्भवती पत्नी के पेट पर बैठकर घोंटा गला गर्भ से बाहर आ गया 7 महीने का भ्रूण

हैदराबाद में एक युवक ने अपनी गर्भवती पत्नी की निर्मम हत्या कर दी और फिर इसे दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया। बेवफाई के शक में युवक ने पत्नी की हत्या के लिए निर्ममता की सारी सीमाएं लांघ डाली। इस घटना के बारे में जिसने भी सुना उसने अपने दांतों तले उंगलियां दबा दीं।

अजन्मे बच्चे की भी मौत

21 वर्षीय युवक ने बेवफाई के शक में अपनी पत्नी की हत्या कर दी। इस वीभत्स घटना में महिला का भ्रूण गर्भ से बाहर आ गया। 21 वर्षीय महिला गर्भावस्था के सातवें महीने में थी। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

यह भी पढ़ें : जयपुर में बुजुर्ग महिला को बंधक बनाकर 50 लाख के गहने लूटने नौकरानी ने की साजिश

यह वीभत्स घटना 16 जनवरी को कुशाईगुडा पुलिस स्टेशन क्षेत्र में हुई। पुलिस ने बताया कि 16 जनवरी को जब आरोपी की पत्नी घर में सो रही थी, तो वह उसके पेट पर बैठ गया और उसने तकिये से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी, जिसके परिणामस्वरूप भ्रूण गर्भ से बाहर आ गया।

गैस सिलेंडर का वाल्व खोलकर लगा दी आग

पुलिस ने बताया कि इसके बाद आरोपी ने गैस सिलेंडर का वाल्व खोलकर उसमें आग लगाकर घटना को आग दुर्घटना में हुई मौत के रूप में दिखाने की कोशिश की। कुशाईगुड़ा थाना के एक अधिकारी ने बताया कि मृत महिला की मां की शिकायत के आधार पर एक मामला दर्ज किया गया और जांच के दौरान 20 जनवरी को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।

2022 में हुई थी शादी

पुलिस के मुताबिक, दोनों की दोस्ती ऑनलाइन माध्यम से हुई थी, जिसके बाद 2022 में दोनों ने शादी कर ली। पुलिस ने बताया कि कुछ विवाद के बाद वे कुछ महीनों तक अलग-अलग रहे और एक महीने पहले से वे यहां एक किराए के मकान में साथ रह रहे थे। (भाषा इनपुट्स के साथ)

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संविधान बदलने की माँग करने वाले बिबेक देबरॉय को मरणोपरांत पद्म भूषण, क्रिकेटर आर अश्विन को पद्मश्री

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 26 जनवरी 2025 | जयपुर : गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार को पद्म पुरस्कारों का एलान कर दिया गया है। इसके तहत पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित किए जाने वाली हस्तियों के नामों का एलान किया गया। इस बार राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति ने 139 पद्म पुरस्कारों को मंजूरी दी है।

संविधान बदलने की माँग करने वाले बिबेक देबरॉय को मरणोपरांत पद्म भूषण, क्रिकेटर आर अश्विन को पद्मश्री

देर रात जारी सूची में सात पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण शामिल हैं। इसके अलावा 113 पद्म श्री पुरस्कारों का भी एलान किया गया है। पुरस्कार पाने वालों में 23 महिलाएं हैं। सूची में 10  विदेशी,  एनआरआई, पीआईओ, ओसीआई श्रेणी के व्यक्ति शामिल हैं।

संविधान बदलने की माँग करने वाले बिबेक देबरॉय को मरणोपरांत पद्म भूषण, क्रिकेटर आर अश्विन को पद्मश्री

वहीं, 13 मरणोपरांत पुरस्कार भी दिए जाने का एलान किया गया है। इसमें भोजपुरी गायिका शारदा सिन्हा (मरणोपरांत), जस्टिस (सेवानिवृत्त) जगदीश सिंह खेहर और सुजुकी कंपनी के ओसामु सुजुकी (मरणोपरांत)  बिबेक देबरॉय, सुशील मोदी और मनोहर जोशी (मरणोपरांत) के नाम शामिल हैं।

नए संविधान की मांग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएएसी-पीएम) के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय ने इंडियन एक्सप्रेस अख़बार में नए संविधान की मांग करते हुए लेख लिखा था। इसे लेकर पर विवाद बढ़ा तो प्रधानमंत्री पैनल से सफ़ाई पेश करते हुए ख़ुद को और केंद्र सरकार को इससे अलग कर लिया था। देबरॉय ने एक स्टडी के हवाले से बताया कि लिखित संविधान का जीवनकाल महज़ 17 साल होता है। भारत के वर्तमान संविधान को उन्होंने “औपनिवेशिक विरासत” बताया था।

विवादित लेख में दूसरी बार कहा था कि “ये पूछना चाहिए कि संविधान की प्रस्तावना में समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक, न्याय, स्वतंत्रता और समानता जैसे शब्दों का अब क्या मतलब है। हमें ख़ुद को एक नया संविधान देना होगा। देबरॉय इससे पहले यह कहा था कि “मैंने पहले भी ऐसे मुद्दे पर इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए लिखा है। मामला बहुत आसान है। मुझे लगता है कि हमें संविधान पर दोबारा विचार करना चाहिए।”

केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को 2025 के लिए 139 पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया। शारदा सिन्हा, ओसामु सुजुकी समेत 7 हस्तियों को पद्म विभूषण सम्मान दिया गया है।

वहीं पूर्व हॉकी गोलकीपर पीआर श्रीजेश, पंकज उधास और सुशील मोदी समेत 19 हस्तियों को पद्म भूषण के लिए चुना गया। इनके अलावा, राजस्थान की लोक गायिका बतूल बेगम, दिल्ली की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरजा भटला समेत 113 हस्तियों को इस बार पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा।

पद्म पुरस्कार विजेताओं में से 23 महिलाएं हैं। इनमें 10 विदेशी/NRI/PIO/OCI कैटेगरी के लोग भी हैं। 13 हस्तियां ऐसी हैं, जिन्हें मरणोपरांत पुरस्कार दिए जा रहे हैं।

पद्म पुरस्कारों की पूरी लिस्ट 

4 हस्तियों को मरणोपरांत पद्म भूषण

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, मनोहर जोशी, संविधान बदलने की माँग करने वाले विवादित अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय, गजल गायक पंकज उधास को मरणोपरांत पद्म भूषण दिया गया है।

पद्मश्री पुरस्कार में कई गुमनाम हस्तियां, क्रिकेटर आर अश्विन का नाम भी

पद्मश्री पुरस्कार ऐसे 113 लोगों को दिया जा रहा है, जिनमें कई गुमनाम हैं। कुवैत की योगा ट्रेनर और ब्राजील के मैकेनिकल इंजीनियर से हिंदू आध्यात्मिक और वेदांत गुरु बने जोनास मासेटी का नाम भी है। 100 साल की लीबिया लोबो सरदेसाई को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है।

पश्चिम बंगाल के 57 साल के गोकुल चंद्र दास को यह अवॉर्ड मिला है। इन्होंने 150 महिलाओं को ढाक बजाने की ट्रेनिंग दी। राजस्थान की लोक गायिका बतूल बेगम, दिल्ली की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरजा भटला, सामाजिक कार्यकर्ता भीम सिंह भावेश, दक्षिण भारतीय संगीतकार पी. दत्चनमूर्ति, नगालैंड के फल किसान एल. हैंगथिंग का भी पद्मश्री की लिस्ट में नाम है।

SBI की पूर्व अध्यक्ष अरुंधति भट्टाचार्य और हाल ही में रिटायर हुए क्रिकेटर आर अश्विन को पद्म श्री दिया गया है।

अल सबाह ने गल्फ में योग को तो मैसेट ने ब्राजील में भारतीय दर्शन को फैलाया

  • शेख एजे अल सबा: कुवैत की योग प्रैक्टिशनर अल सबाह को योग मेडिसिन में पद्मश्री अवॉर्ड दिया गया। इन्होंने अपने देश में पहला लाइसेंस प्राप्त योग स्टूडियो की स्थापना की। इसके जरिए अल सबा ने गल्फ देशों में आधुनिक विधियों से योग को बढ़ावा दिया। साथ ही शेम्स यूथ योगा डेवलप किया।
  • जोनास मैसेट: ब्राजील के मैकेनिकल इंजीनियर से हिंदू आध्यात्मिक गुरु बने जोनास ने भारतीय अध्यात्म, दर्शन और संस्कृति को बढ़ावा दिया। साथ ही उन्होंने वेदांत ज्ञान पर वैश्विक स्तर पर शिक्षा आसान बनाई। मैसेट ‘विश्वनाथ’ के नाम से जाने जाते हैं। उन्होंने 2014 में विश्व विद्या की स्थापना की। इसका कार्यालय रियो डी जनेरियो में है।

3 श्रेणियों में दिया जाता है पद्म पुरस्कार

देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में शामिल पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों- पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण में प्रदान किए जाते हैं। ये पुरस्कार कला, समाज सेवा, साइंस, इंजीनियरिंग, बिजनेस, इंडस्ट्री, चिकित्सा, साहित्य, शिक्षा, खेल और सिविल सेवा जैसे विविध क्षेत्रों में उत्कृष्टता के लिए दिए जाते हैं।

पहले जानें पद्म पुरस्कारों के बारे में

  • भारत सरकार ने देश के दो सर्वोच्च नागरिक सम्मान – भारत रत्न और पद्म पुरस्कारों की शुरुआत वर्ष 1954 में की थी। 
  • इन पुरस्कारों से देश-विदेश के उन लोगों को सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने किसी क्षेत्र में कोई प्रतिष्ठित व असाधारण कार्य किया हो, जिसमें लोक सेवा का तत्व जुड़ा हो।
  • हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर इन पुरस्कारों की घोषणा की जाती है। फिर मार्च या अप्रैल में होने वाले समारोह में राष्ट्रपति द्वारा विजेताओं को सम्मानित किया जाता है।
  • सामान्यत: मरणोपरांत ये पुरस्कार दिए जाने का प्रावधान नहीं है। लेकिन कुछ विशिष्ट मामलों में सरकार के पास ये निर्णय लेने का पूरा अधिकार है।
  • नियम के अनुसार, किसी को अगर वर्तमान में पद्मश्री दिया गया है, तो फिर उसे पद्म भूषण या पद्म विभूषण अब से पांच साल बाद ही दिया जा सकता है। लेकिन यहां भी कुछ विशिष्ट मामलों में पुरस्कार समिति छूट दे सकती है।
  • जिस दिन समारोह में राष्ट्रपति द्वारा सम्मान दिया जाता है, उसके बाद सभी विजेताओं के नाम भारत के राजपत्र में प्रकाशित किए जाते हैं।

पिछले साल चिरंजीवी, वैजयंती माला को मिला था सम्मान

पिछले साल पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, साउथ फिल्म एक्टर चिरंजीवी, एक्ट्रेस वैजयंतीमाला, भरतनाट्यम नृत्यांगना पद्मा सुब्रह्मण्यम पद्म विभूषण प्राप्त करने वाली कुछ प्रमुख हस्तियां थीं। इसके अलावा सर्वोच्च न्यायालय की पहली महिला जज एम फातिमा बीबी को मरणोपरांत पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

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जयपुर में बुजुर्ग महिला को बंधक बनाकर 50 लाख के गहने लूटने नौकरानी ने की साजिश

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 23 जनवरी 2025 | जयपुर : राजधानी जयपुर के मोती डूंगरी थाना क्षेत्र से लूट की घटना सामने आई। यहां बुजुर्ग महिला और दो नौकरों को बंधक बनाकर 50 लाख रुपये के जेवरात एवं सात लाख रुपये नकदी लूटने की शिकायत पुलिस को मिली है।

जयपुर में बुजुर्ग महिला को बंधक बनाकर 50 लाख के गहने लूटने नौकरानी ने की साजिश

जयपुर में बुजुर्ग महिला को बंधक बनाकर 50 लाख के गहने लूटने वाली नौकरानी ने पहले दिन से ही साजिश रच ली थी। नेपाल की सावित्री को 10 दिन पहले ही देवी पथ की रहने वाली मंजू कोठारी (75) ने 10 हजार महीना तनख्वाह पर रखा था।

जयपुर में बुजुर्ग महिला को बंधक बनाकर 50 लाख के गहने लूटने नौकरानी ने की साजिश

तब वह एक व्यक्ति को अपना चाचा बताकर साथ लाई थी। उसे भी नौकरी पर रखने को कहा था। लेकिन जरूरत नहीं होने पर बुजुर्ग महिला ने मना कर दिया था। ऐसे में आशंका है महिला लुटेरों को किसी बहाने से नौकरी लगवाकर बड़ी लूट के इरादे से आई थी।

वह रविवार (19 जनवरी) को ही बुजुर्ग महिला को लूटना चाहती थी। बेहोश करने के लिए दूध में नशे की गोलियां घोलकर लाई थी। लेकिन महिला ने दूध पीने से मना कर दिया था। लेकिन 20 जनवरी की रात को नौकरानी इसमें कामयाब रही। वारदात के दौरान क्या कुछ और हुआ।

इसकी जानकारी करने के लिए मूकनायक मीडिया टीम मौके पर पहुंची। लूट की वारदात के बाद 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला मंजू सदमे में है। परिवार वालों ने बताया कि बार-बार उस घटना को याद कर मंजू सहम जाती है। ऐसे में वे लोग अब उनसे कुछ नहीं पूछ रहे।

लूट की वारदात के बाद 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला मंजू सदमे में है। परिवार वालों ने बताया कि बार-बार उस घटना को याद कर मंजू सहम जाती है। ऐसे में वे लोग अब उनसे कुछ नहीं पूछ रहे।

एक व्यक्ति को लेकर आई थी, चाचा बताया था

वारदात का शिकार हुई महिला मंजू के भतीजे अनिल ने बताया कि नौकरानी सावित्री को घर आए महज 10 दिन हुए थे। सावित्री पास ही एक होटल में मैनेजर अमित के पास काम मांगने के लिए पहुंची थी। अमित, मंजू कोठारी परिवार को जानता है। मंजू ने भी एक नौकरानी की जरूरत होने का कह रखा था।

ऐसे में उसने सावित्री को मंजू के घर भेजा था। आरोपी ने अपने एक और साथी को चाचा बताकर काम पर रखवाने की कोशिश की थी। मना करने पर सावित्री ने ये भी कहा था कि घर पर काम की जरूरत नहीं है तो फॉर्म हाउस पर चाचा को काम पर रख लो।

वारदात के बाद नौकरानी सावित्री अपने साथियों के साथ दिखी थी। उसने अपना चेहरा मास्क से कवर कर लिया था।

लेकिन मंजू ने इनकार कर दिया कि उन्हें और नौकर या गार्ड की जरूरत नहीं है। क्योंकि पहले से घर में यूपी निवासी संदीप और पश्चिम बंगाल निवासी प्रतिमा काम कर रहे थे। सावित्री अमित के पास भी एक अन्य नेपाली व्यक्ति के जरिए पहुंची थी।

पुलिस ने उसे हिरासत में ले रखा है और पूछताछ में जुटी है। परिवार को शक है कि लूट में वही लोग शामिल हैं, जिन्हें सावित्री अपना रिश्तेदार बताकर नौकरी पर रखवाना चाहती थी। यह उसकी बड़ी साजिश का हिस्सा था। वारदात के बाद नौकरानी सावित्री अपने साथियों के साथ दिखी थी। उसने अपना चेहरा मास्क से कवर कर लिया था।

दिन में 5-6 घंटे फोन पर बात करती थी नौकरानी

सावित्री 10 हजार रुपए में 24 घंटे काम को आसानी से तैयार हो गई थी। इस दौरान उससे आधार कार्ड मांगा गया तो वह बार-बार बहाने लगती। कहती थी कि उसका भाई बाहर गया है। उसका आधार कार्ड उसके पास है। कभी कहती कि आधार कार्ड चाचा के पास रखा है, वो आएंगे तो ले आएंगे।

बातचीत में सामने आया कि सावित्री 5-6 घंटे तक फोन पर किसी से बात करती रहती थी। अब ये माना जा रहा है कि वह अपने साथियों को मंजू और उसके रूटीन के बारे में जानकारी देती थी। ताकि लूट को लेकर प्लानिंग तैयार की जा सके। नौकरानी सावित्री आई तो घर पर काम करने के लिए थी लेकिन हाई प्रोफाइल तरीके से रहती थी। कुछ दिन पहले ही वह बुजुर्ग महिला के साथ ही एक धार्मिक कार्यक्रम में भी साथ गई थी।

लूट की वारदात के बाद एफएसएल टीम ने जांच के लिए नमूने जुटाए हैं।

लूट की वारदात के बाद एफएसएल टीम ने जांच के लिए नमूने जुटाये

घटना की जानकारी मिलने पर डीसीपी ईस्ट, एडिशनल डीसीपी ईस्ट मौके पर पहुंचे। एफएसएल की टीम को भी मौके पर बुलाया। डीसीपी ईस्ट ने बदमाशों को पकड़ने के लिए कुछ टीमें बनाई हैं। जो टीम बदमाशों के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।

वहीं, एक टीम पीड़िता के साथ घटना से जुड़ी जानकारी के लिए विस्तार से बात कर रही है। नौकरानी सावित्री को लेकर पुलिस के हाथ कई सुराग लगे है। पुलिस इस आधार पर नौकरानी और उसके साथियों की तलाश कर रही है।

रविवार को थी लूट की प्लानिंग, दूध में मिलाया नशीला पदार्थ

अनिल ने बताया कि उनकी ताई मंजू को दूध पिलाने की जिम्मेदारी घर में काम करने वाली पुरानी नौकरानी प्रतिमा के पास थी। रविवार रात को उसने जैसे ही दूध तैयार किया, सावित्री किचन में पहुंची। आगे बढ़कर दूध का गिलास पकड़ा और खुद देने के लिए गई। लेकिन उस रात ताई मंजू ने दूध नहीं पिया। ऐसे में उसकी पूरी प्लानिंग फेल हो गई।

सोमवार रात को फिर से पुरानी नौकरानी ने दूध बनाया। लेकिन उसे सर्व करने के लिए सावित्री लेकर गई। इस दौरान उसने दूध में नशीली गोलियां घोलकर मिला दी, ताकि मंजू बेहोश हो जाए। मंजू दूध पीने के बाद अचेत होकर सो गई। इसके बाद निगरानी के लिए सावित्री वहीं जमीन पर ही सो गई थी। मंजू को नींद आने के बाद उसने अपने साथियों को अंदर एंट्री करवाई।

पुलिस टीम ने महिला और घर के नौकरों के बयान लिए हैं।

पुलिस टीम ने महिला और घर के नौकरों के बयान लिए हैं।

नौकर का गला दबाने की कोशिश, कॉलोनी में पीछे के रास्ते से आये

जिस कॉलोनी में ये वारदात हुई उसकी एक ही एंट्री पर गेट लगा हुए है। वहां गार्ड भी नहीं रहता। ऐसे में बदमाश कॉलोनी के पीछे वाले रास्ते से ही दाखिल हुए। बदमाशों ने लूट को अंजाम देने से पहले मकान के बिल्कुल सामने लगे सीसीटीवी की डायरेक्शन चेंज की।

मकान के सामने खंभे पर दो सीसीटीवी लगे हैं। जिनमें एक कैमरे का डायरेक्शन दूसरे मकान की तरफ तो एक का कॉलोनी की सड़क की तरफ था। लेकिन लुटेरों ने रोड वाले कैमरे को नीचे की तरफ कर दिया।

कॉलोनी में एक तरफ तो गेट है जो जेएलएन मार्ग पर खुलता है। लेकिन दूसरी तरफ गेट भी नहीं है और गार्ड भी नहीं है।

अब मकान के अंदर घुसने के बाद बाहर सो रहे नौकर का गला दबाने की कोशिश की। नौकर संदीप ने बचने की कोशिश की जिसमें उसके गले पर चोट के निशान भी आए। इसके बाद उसके साथ मारपीट की। नौकर संदीप और महिला नौकर प्रतिमा को बंधक बनाया। फिर बुजुर्ग महिला को बांधा। इसके बाद लूट की वारदात को अंजाम दिया।

नौकरी पर आते ही लूट की प्लानिंग या ढूंढ रहे थे शिकार

मामले में वारदात का खुलासा करने के लिए पुलिस की कई टीम में लगी हुई हैं। पुलिस लूट की इस वारदात में 2 थ्योरी पर काम कर रही है। कॉलोनी में एक तरफ तो गेट है जो जेएलएन मार्ग पर खुलता है। लेकिन दूसरी तरफ गेट भी नहीं है और गार्ड भी नहीं है।

पहली : नौकरानी सावित्री और उसके साथी जयपुर में किसी बड़े घर में लूट की प्लानिंग के साथ ही आए थे। नौकरी के बहाने वो किसी बड़े घर की तलाश में थे। महिला होने के चलते सावित्री को काम आसानी से मिल जाता, लोग भरोसा कर लेते। ऐसे ही काम तलाशते हुए वे मंजू के घर तक पहुंच गए होंगे।

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दूसरी : सावित्री काम के लिए ही मंजू के घर तक पहुंची। यहां आकर उसे पता लगा कि मंजू काफी पैसे वाली है। परिवार के सदस्य यहां रहते नहीं हैं। रात में नौकर और नौकरानी ही घर में रहते हैं। इस दौरान उसने कैश और गहनों की जानकारी जुटाई होगी। फिर अपने साथियों को बताने के बाद लूट की प्लानिंग की होगी। नौकरानी ने अपना नाम सावित्री बताया वो भी सही है या नहीं इसे लेकर भी संशय है।

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