युवती की सिर में धारदार हथियार से प्रहार कर बर्बरतापूर्ण हत्या

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 16 जुलाई 2024 | बरेली :  बरेली के हाफिजगंज थाना इलाके में एक युवती की सिर में धारदार हथियार से प्रहार कर हत्या कर दी गई। उसके बांये हाथ की अंगुलियां भी कटी हुईं हैं। सोमवार सुबह उसका शव सड़क के किनारे भरे पानी में उतराता मिला। सूचना पर पुलिस और परिजन पहुंच गए। हाफिजगंज पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा करना शुरू कर दिया।

युवती की सिर में धारदार हथियार से प्रहार कर बर्बरतापूर्ण हत्या

इस दौरान पुलिस को शव उठाने नहीं दिया। फुफेरी बहन ने किराना व्यापारी व उसकी पत्नी पर कार से अगवा कर हत्या का आरोप लगाया। एसपी उत्तरी के समझाने पर परिजन शांत हुए, तब जाकर तीन घंटे बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

युवती की सिर में धारदार हथियार से प्रहार कर बर्बरतापूर्ण हत्या

नवाबगंज के गांव सरदार नगर निवासी लक्ष्मी (22) वर्ष पुत्री धर्मपाल अपनी फुफेरी बहन सपना के साथ रविवार शाम स्कूटी से बरेली के मॉल में शॉपिंग करने गई थी। रात सात बजे दोनों स्कूटी से घर आ रही थीं। सपना के मुताबिक हाफिजगंज क्षेत्र में पीलीभीत हाईवे पर उनकी स्कूटी के पास एक कार रुकी। कार में नवाबगंज के किराना व्यापारी मोनू गुप्ता व उसकी पत्नी बैठे थे। 

 उन्होंने स्कूटी से लक्ष्मी को उतारकर अपनी कार में बैठा लिया। लक्ष्मी ने सपना से कहा कि कुछ देर रुको, अभी आती हूं। कहकर वह चली गई। जब काफी देर तक लक्ष्मी वापस नहीं आई तब सपना ने उसके परिवारवालों को सूचना दी। भाई अरुण व सपा समेत परिवारवाले थाना हाफिजगंज पहुंच गए और पुलिस को सूचना दी। 

पुलिस ने फुसलाकर ले जाने की रिपोर्ट मोनू गुप्ता व उसकी पत्नी के खिलाफ दर्ज कर ली। जबकि परिवारवालों का आरोप है कि वह पुलिस से लक्ष्मी के अपहरण की बात कह रहे थे, लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी। सोमवार सुबह सात बजे राहगीरों ने फैजुल्लापुर मार्ग किनारे गड्ढे में भरे पानी में युवती का शव देखकर पुलिस को सूचना दी। 

पुलिस ने शव निकालकर पहचान कराई तो पता लगा कि शव लक्ष्मी का है। मौके पर पहुंचे परिवार के लोगों ने मोनू गुप्ता व उसकी पत्नी पर अपहरण व हत्या का आरोप लगाया। पुलिस पर शिकायत को हल्के में लेने का आरोप लगाया गया।

MOOKNAYAK MEDIA

At times, though, “MOOKNAYAK MEDIA’s” immense reputation gets in the way of its own themes and aims. Looking back over the last 15 years, it’s intriguing to chart how dialogue around the portal has evolved and expanded. “MOOKNAYAK MEDIA” transformed from a niche Online News Portal that most of the people are watching worldwide, it to a symbol of Dalit Adivasi OBCs Minority & Women Rights and became a symbol of fighting for downtrodden people. Most importantly, with the establishment of online web portal like Mooknayak Media, the caste-ridden nature of political discourses and public sphere became more conspicuous and explicit.

Related Posts | संबद्ध पोट्स

कोलकाता रेप मर्डर मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 20 अगस्त 2024 | दिल्ली | कोलकाता रेप-मर्डर मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में कुछ देर में सुनवाई जारी है। चीफ जस्टिस (CJI) डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच मामले की सुनवाई कर रही है। CJI ने कहा- ये सिर्फ कोलकाता का नहीं, पूरे देश के डॉक्टर्स की सुरक्षा का मामला है, इसलिए हमने स्वत: संज्ञान लिया। सुप्रीम कोर्ट ने 18 अगस्त को स्वतः नोटिस लिया था।

कोलकाता रेप मर्डर मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी

कोलकाता रेप मर्डर मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी

दरअसल, 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या की गई थी। उसके बाद डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया। देशभर के डॉक्टर हड़ताल पर चले गए। वहीं 14 अगस्त की देर रात इसी अस्पताल में भीड़ ने घुसकर तोड़फोड़ की थी।

19 अगस्त को डॉक्टरों और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के बीच मीटिंग हुई थी। इसमें सहमति नहीं बन पाई। FAIMA (फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन) ने अपनी हड़ताल जारी रखी।

CJI: हम एक नेशनल टास्क फोर्स का गठन कर रहे हैं, जिसमें कई डॉक्टर शामिल होंगे जो पूरे भारत में अपनाए जाने वाले सुरक्षा के तौर-तरीकों का सुझाव देंगे, ताकि काम की सुरक्षा की स्थिति बनी रहे और डॉक्टर अपने आप को सुरक्षित रखें। हम डॉक्टरों से अनुरोध करते हैं कि वे काम पर लौट आएं। हम डॉक्टरों से अपील करते हैं कि हम उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यहां हैं।

कोर्ट रूम Live

CJI: जब प्रिंसिपल का आचरण जांच के दायरे में है तो उसको तुरंत दूसरे कॉलेज का प्रिंसिपल कैसे नियुक्त किया गया। सीबीआई को गुरुवार को स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर हमें स्थिति से अवगत कराना चाहिए। यह संवेदनशील मामला है, इसलिए इसे हमें ही दिया जाए। आज हम आदेश पारित करेंगे।

कोर्ट रूम Live

सिब्बल: हमने आरोपी को पकड़ लिया, जो सिविल वालंटियर था।

CJI: घटना के अगले दिन डॉक्टर विरोध कर रहे थे और भीड़ ने अस्पताल पर हमला किया। महत्वपूर्ण सुविधाओं को नुकसान पहुंचाया। कोलकाता पुलिस क्या कर रही थी? घटनास्थल अस्पताल में है। पुलिस को इसकी सुरक्षा करनी है। वे क्या कर रहे हैं?

कोर्ट रूम Live

CJI: सुबह-सुबह घटना सामने आने के बाद प्रिंसिपल ने इसे आत्महत्या बताने की कोशिश की। माता-पिता को शव देखने की अनुमति नहीं दी गई।

सिब्बल: यह सही नहीं है।

CJI: देर रात तक कोई एफआईआर नहीं हुई।

सिब्बल: अप्राकृतिक मौत का मामला तुरंत दर्ज किया गया, जो कि एफआईआर में है।

CJI: क्या एफआईआर में कहा गया है कि यह हत्या थी।

कोर्ट रूम Live

CJI: प्रोटोकॉल कागज पर नहीं हो सकता, बल्कि पूरे भारत में लागू किया जा सकता है। कोलकाता के मामले में हम इस बात से बहुत चिंतित हैं कि पीड़ित का नाम और फोटो, वीडियो सभी मीडिया में प्रकाशित हो रहे हैं। ग्राफिक में उसका शव दिखाया गया है] जो घटना के बाद का है।

सिब्बल: हमने 50 FIR की हैं।

CJI: क्या अब हम इस तरह से विक्टिम का सम्मान करेंगे?

कोर्ट रूम Live

CJI: हम इस बात से बहुत चिंतित हैं कि अस्पतालों में काम करने वाले डॉक्टरों, महिला डॉक्टरों, रेजिडेंट और नॉन रेजिडेंट डॉक्टरों को सुरक्षा नहीं मिल रही। पुरुष और महिला डॉक्टरों के लिए कोई अलग से रेस्ट रूम और ड्यूटी रूम नहीं है। आखिरकार संविधान के तहत समानता किस बात की है, अगर महिलाएं अपने वर्कप्लेस पर सुरक्षित नहीं रह सकतीं।

सीनियर एडवोकेट मनिंदर सिंह: मैं IMA की ओर से पेश हो रहा हूं।

सीजेआई: हमने स्वत: संज्ञान लेने का फैसला क्यों किया, जबकि हाईकोर्ट इस पर सुनवाई कर रहा था, क्योंकि यह सिर्फ कोलकाता के अस्पताल में हुई हत्या का मामला नहीं है, बल्कि यह पूरे भारत में डॉक्टरों की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है।

कोर्ट रूम Live

सीजेआई: हम आपस में चर्चा कर रहे थे।
एसजी: क्या आप अपनी चिंताओं को साझा कर सकते हैं, जिसके समाधान में हम सहायता कर सकते हैं।

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है। सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल, मनिंदर सिंह, एएम सिंघवी, विजय हंसारिया आगे की लाइन में बैठे हैं। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता भी कोर्ट में मौजूद हैं। केंद्र सरकार का सभी सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश । आरोपी का लाई डिटेक्टर टेस्ट होगा, CBI को इजाजत मिली । 

पुलिस ने संजय को सेमिनार रूम में मिले उसके इयरफोन और CCTV फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया था।

पुलिस ने संजय को सेमिनार रूम में मिले उसके इयरफोन और CCTV फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया था। ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में आरोपी संजय रॉय का लाई डिटेक्टर टेस्ट होगा। कोलकाता की अदालत ने CBI को इसकी इजाजत दे दी है। संजय 10 अगस्त से पुलिस गिरफ्त में है। CBI की एक टीम सोमवार (19 अगस्त) शाम को कुछ इलाकों के CCTV कैमरों के सीसीटीवी फुटेज हासिल करने के लिए कोलकाता पुलिस हेडक्वार्टर पहुंची।

पहले कहा जा रहा था कि आरजी कर अस्पताल से पहली बार निकलने के बाद आरोपी सेक्स वर्कर्स के मोहल्ले में गया था, लेकिन उसने वहां महज शराब पी थी। अब सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि वह ठीक कहां-कहां और किस घर में गया था?

पूर्व प्रिंसिपल जांच के दायरे में, लगातार चार दिन पूछताछ हुई

ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर केस में CBI ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से भी पूछताछ कर रही है। उनसे शुक्रवार (16 अगस्त) से लगातार चार दिन पूछताछ की गई। बीच-बीच में उन्हें कुछ समय का ब्रेक भी मिल रहा था। CBI सूत्रों के मुताबिक, डॉ घोष जांच एजेंसी के 10 सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए हैं।

संदीप घोष के कार्यकाल के दौरान वित्तीय लेनदेन की होगी जांच

पश्चिम बंगाल सरकार ने सोमवार (19 अगस्त) को पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के कार्यकाल के दौरान मेडिकल कॉलेज में हुए वित्तीय लेनदेन की जांच के आदेश दिए हैं। रेप-मर्डर की घटना के बाद आर जी कर अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं के कई आरोप लग रहे थे।

राज्य सरकार के अपने आदेश में कहा गया है कि वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया गया है। यह टीम जनवरी 2021 से अब तक हुए लेनदेन की जांच करेगी और एक महीने के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी।

केंद्र ने डॉक्टरों के लिए कमेटी बनाने का आश्वासन दिया

स्वास्थ्य मंत्रालय ने 17 अगस्त को बयान जारी कर कहा था- डॉक्टरों की मांग को लेकर कमेटी बनाई जाएगी। सुरक्षा के लिए राज्य सरकारों से भी सुझाव मांगे जाएंगे। केंद्र के फैसले के बाद IMA ने भी बयान जारी किया। इसमें कहा गया, ‘IMA सभी पहलुओं पर सावधानीपूर्वक विचार करने और अपनी सभी स्टेट ब्रांच से सलाह लेने के बाद जवाब देगा। हम हेल्थ मिनिस्ट्री की ओर से जारी स्टेटमेंट की स्टडी कर रहे हैं।

5 दिन तक पुलिस ने जांच की फिर HC ने दिया CBI जांच का आदेश

रेप-मर्डर की घटना के पांच दिनों तक कोलकाता पुलिस जांच करती रही। बाद में 13 अगस्त को कलकत्ता हाईकोर्ट ने इस केस की जांच CBI को सौंप दी। चीफ जस्टिस टीएस शिवगणनम की अध्यक्षता वाली डिवीजन बेंच ने केंद्रीय एजेंसी को मामले की जांच सौंपते हुए केवी राजेंद्रन मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला दिया था। कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि दुर्लभ मामलों में निष्पक्ष और सही जांच के लिए यह जरूरी है।

हाईकोर्ट ने कहा कि हमने पुलिस को जांच के लिए समय दिया होता, लेकिन मामला अजीब है। घटना के 5 दिनों के बाद भी पुलिस किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंची है। इस बात की पूरी संभावना है कि सबूत मिटा दिए जाएंगे। इसलिए हमें लगता है कि मामला तुरंत CBI को ट्रांसफर किया जाना चाहिए।

घटना के 4 दिन बाद पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, ट्रेनी डॉक्टर से बर्बरता का खुलासा

पुलिस ने ट्रेनी डॉक्टर के परिवार को 12 अगस्त को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सौंपी, जिसमें बताया गया कि 8-9 अगस्त की रात रेप और मारपीट के बाद ट्रेनी डॉक्टर की गला और मुंह दबाकर हत्या हुई थी। घटना 9 अगस्त की सुबह 3 से 5 बजे के बीच होने का अनुमान है। चार पेज की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बताया गया कि आरोपी ने डॉक्टर का बुरी तरह शोषण किया था।

बिरसा अंबेडकर फुले फातिमा मिशन को आगे बढ़ाने के लिए ‘मूकनायक मीडिया’ को आर्थिक सहयोग जरूर कीजिए 

ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस की जांच कलकत्ता हाईकोर्ट ने CBI को सौंपी

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 13 अगस्त 2024 |  जयपुर : कलकत्ता हाईकोर्ट ने मंगलवार, 13 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस की जांच CBI को सौंप दी। राज्य सरकार कल सुबह 10 बजे तक CBI को केस डायरी और दूसरे रिकॉर्ड ट्रांसफर करेगी।

ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस की जांच कलकत्ता हाईकोर्ट ने CBI को सौंपी

चीफ जस्टिस टीएस शिवगणनम की अध्यक्षता वाली डिवीजन बेंच ने केंद्रीय एजेंसी को मामले की जांच सौंपते हुए केवी राजेंद्रन मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला दिया। कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि दुर्लभ मामलों में निष्पक्ष और सही जांच के लिए यह जरूरी है।

ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस की जांच कलकत्ता हाईकोर्ट ने CBI को सौंपी

हाईकोर्ट ने कहा कि हमने पुलिस को जांच के लिए समय दिया होता, लेकिन मामला अजीब है। घटना के 5 दिनों के बाद भी पुलिस किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंची है। इस बात की पूरी संभावना है कि सबूत मिटा दिए जाएंगे। इसलिए हमें लगता है कि मामला तुरंत CBI को ट्रांसफर किया जाना चाहिए।

कोर्ट ने कहा- प्रिंसिपल ने इस्तीफा क्यों दिया, यह समझना मुश्किल

हाईकोर्ट ने घटना के बाद मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन प्रिंसिपल डॉ संदीप कुमार घोष के इस्तीफे और दूसरी कॉलेज में उनकी नियुक्ति पर भी सवाल उठाए। कोर्ट ने कहा कि यह जानकर दुख होता है कि घटना को लेकर अस्पताल प्रशासन और तत्कालीन प्रिंसिपल संदीप कुमार घोष सक्रिय नहीं थे।

प्रिंसिपल ने अपना इस्तीफा दे दिया, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि उनके इस्तीफे पर क्या आदेश जारी किए गए थे। बल्कि इस्तीफे के 12 घंटे के भीतर 12 अगस्त को उन्हें एनएमसी, कोलकाता का प्रिंसिपल बना दिया गया। यह समझना मुश्किल है कि उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया और दूसरे मेडिकल कॉलेज का प्रिंसिपल बनाने की क्या जल्दी थी।

हाईकोर्ट बोला- प्रिंसिपल को छुट्टी पर भेजो या हम ऑर्डर पास करें

हाईकोर्ट ने डॉ संदीप कुमार घोष को छुट्टी पर जाने का आदेश दिया है। कोर्ट ने बंगाल सरकार से कहा कि उनको लंबी छुट्टी पर भेजिए। ऐसा नहीं हुआ तो हमें ऑर्डर पास करना होगा। उन्हें कहीं काम करने की जरूरत नहीं है। उनको कहिए घर पर रहें।

कोर्ट ने सरकार से यह भी पूछा कि पुलिस ने डॉ संदीप घोष से अब तक पूछताछ क्यों नहीं की है। हाईकोर्ट ने कहा कि जांच में कुछ मिसिंग है। जब डॉ. संदीप घोष ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दिया था, तो उन्हें इस्तीफे के तुरंत बाद दूसरे मेडिकल कॉलेज में कैसे नियुक्त किया जा सकता है?

उनसे सबसे पहले पूछताछ होनी चाहिए थी, जबकि ऐसा नहीं हुआ। आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या का आरोपी संजय रॉय। (लाल घेरे में)

आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या का आरोपी संजय रॉय। (लाल घेरे में)

प्रिंसिपल ने कहा था- ट्रेनी डॉक्टर मेरी बेटी की तरह

डॉ संदीप घोष ने सोमवार (12 अगस्त) को यह कहते हुए इस्तीफा दिया था कि ट्रेनी डॉक्टर मेरी बेटी की तरह थी। एक पेरेंट के रूप में, मैं इस्तीफा दे रहा हूं। हालांकि, 12 घंटे भीतर राज्य सरकार ने उन्हें कलकत्ता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का प्रिंसिपल नियुक्त कर दिया। इसके लेकर डॉक्टर्स काफी नाराज हैं।

कलकत्ता हाईकोर्ट ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस से जुड़ी कई याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है। इनमें एक याचिका ट्रेनी डॉक्टर के माता-पिता की शामिल है, जिसमें उन्होंने अपनी बेटी की मौत की जांच कोर्ट की निगरानी में कराने की मांग की थी।

कोर्ट रूम लाइव…

  • विकास रंजन भट्टाचार्य (डॉक्टर के पेरेंट्स के वकील): हमें पहले बताया गया कि वह (पीड़ित) बीमार थी। फिर कहा गया कि उसने आत्महत्या कर ली। पेरेंट्स को अस्पताल बुलाया गया। उन्हें तीन घंटे तक बैठाए रखा गया। पुलिस ने उन्हें मामला सेटल करने को कहा। सीएम का कहना है कि कुछ दिनों बाद CBI को मामला सौंपेंगे। तब तक तो सबूत ही मिटा दिए जाएंगे।
  • चीफ जस्टिस शिवगणनम: अगर यह सच है कि किसी ने माता-पिता को यह बताया कि यह बीमार थी और फिर आत्महत्या की, तो कहीं न कहीं चूक हुई है।
  • विकास रंजन भट्टाचार्य (डॉक्टर के पेरेंट्स के वकील): यह रिकॉर्ड में है कि पुलिस ने आत्महत्या का मामला दर्ज किया है।
  • राज्य सरकार: ऐसे सभी मामले अननेचुरल डेथ के रूप में दर्ज किए जाते हैं।
  • कोर्ट: पीड़ित सिस्टम का हिस्सा थी। उसके प्रति कुछ संवेदना दिखाना चाहिए थी। उन्होंने अपना जीवन सिस्टम के लिए काम करते हुए बिताया। अगर यह सच है कि उनके पेरेंट्स को अस्पताल में इंतजार कराया गया और गुमराह किया गया तो प्रशासन उनके साथ खिलवाड़ कर रहा है। आप मृतक के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं कर सकते।
  • कोर्ट: प्रिंसिपल ने नैतिक जिम्मेदारी के कारण पद छोड़ दिया था। सरकार ने 12 घंटे के भीतर उन्हें दूसरी नियुक्ति पत्र का रिवॉर्ड दिया। फिर आशंका है कि जांच में समय बर्बाद होने पर कुछ गलत हो जाएगा।
  • विकास रंजन भट्टाचार्य (डॉक्टर के पेरेंट्स के वकील): उन्हें केस डायरी देने के लिए कहिए। ऐसा पहले भी हो चुका है। मौजूदा सीपी पहले भी जांच में गड़बड़ी कर चुके हैं। दोपहर 2 बजे केस डायरी लाई जाए।
  • राज्य सरकार: हम कल एक रिपोर्ट दिखाएंगे।
  • कोर्ट: हम आपको समय देंगे लेकिन आप यह कैसे सुनिश्चित करेंगे कि इस बीच कुछ भी गलत नहीं होगा?
  • राज्य सरकार: एसीपी-I देखरेख कर रहे हैं।
  • विकास रंजन भट्टाचार्य (डॉक्टर के पेरेंट्स के वकील): फिर उनका ट्रांसफर हो जाएगा।
  • कोर्ट: प्रिंसिपल काम नहीं करेंगे। उन्हें लंबी छुट्टी पर जाने दिया जाए। नहीं तो हम ऑर्डर देंगे।
  • कोर्ट: प्रिंसिपल ने बयान दिया?
  • राज्य: नहीं। हम ले लेंगे।
  • कोर्ट: ये क्या है? उनका बयान सबसे पहले होना चाहिए। वे कानून से ऊपर नहीं हैं। यह कैसे हो गया। आप उन्हें क्यों बचा रहे हैं? उन्हें सच बोलने दीजिए। यहां कुछ चूक हुई है।

हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल में ट्रेनी डॉक्टर की बॉडी मिली थी

शुक्रवार (9 अगस्त) की सुबह आरजी कर हॉस्पिटल की इमरजेंसी बिल्डिंग के सेमिनार हॉल में 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था। वह नाइट ड्यूटी पर थीं। डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट, आंखों और मुंह से खून बह रहा था। उसकी गर्दन की हड्डी भी टूटी हुई पाई गई थी।

डॉक्टर की बॉडी के पास एक हेडफोन मिला था। पुलिस ने इस केस में कोलकाता पुलिस में काम करने वाले सिविक वॉलंटियर संजय रॉय को 9 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। CCTV कैमरे में संजय शुक्रवार सुबह करीब 4 बजे इमरजेंसी बिल्डिंग में घुसते हुए दिखा था। तब उसके गले में हेडफोन था। हालांकि, सुबह करीब 6 बजे बिल्डिंग से बाहर निकलते समय उसके गले में हेडफोन नहीं था।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ट्रेनी डॉक्टर से बर्बरता का खुलासा

पुलिस ने ट्रेनी डॉक्टर के परिवार को सोमवार (12 अगस्त) को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सौंपी, जिसमें बताया गया कि रेप और मारपीट के बाद आरोपी ने डॉक्टर की गला और मुंह दबाकर हत्या कर दी। घटना शुक्रवार सुबह 3 से 5 बजे के बीच होने का अनुमान है।

चार पेज की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बताया गया कि आरोपी ने डॉक्टर के साथ बुरी तरह शोषण किया था। उनके प्राइवेट पार्ट्स पर गहरा घाव पाया गया। आरोपी ने डॉक्टर आवाज दबाने के लिए उनकी नाक, मुंह और गले को लगातार दबाया गया। गला घोंटने से थायराइड कार्टिलेज टूट गया।

डॉक्टर की सिर को दीवार से सटा दिया गया था, जिससे वह चिल्ला न सके। पेट, होंठ, उंगलियों और बाएं पैर पर चोटें पाई गईं। फिर उनपर इतनी जोर से हमला किया कि चश्मा टूट गया। चश्मे का शीशा टूटकर उनकी आंखों में घुस गए। दोनों आंखों, मुंह और प्राइवेट पार्ट्स से खून बह रहा था।

आरोपी ट्रेंड बॉक्सर, रेप के दौरान मारपीट की

कोलकाता पुलिस ने आरोपी संजय को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

कोलकाता पुलिस ने आरोपी संजय को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

कोलकाता पुलिस ने आरोपी संजय रॉय को लेकर कई खुलासे हुए हैं। पुलिस ने सोमवार (12 अगस्त) को बताया कि संजय एक ट्रेंड बॉक्सर है। 8-9 अगस्त की रात उसने हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल में डॉक्टर से दरिंदगी के दौरान बुरी तरह मारपीट की थी।

संजय ने डॉक्टर को इतनी जोर से मारा कि उनके चश्मे का शीशा टूटकर उनकी आंखों में घुस गए। इसके कारण आंखों से ब्लीडिंग हुई थी। गिरफ्तारी के बाद संजय ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बेफिक्री से कहा कि चाहो तो मुझे फांसी दे दो।

बिरसा अंबेडकर फुले फातिमा मिशन को आगे बढ़ाने के लिए ‘मूकनायक मीडिया’ को आर्थिक सहयोग जरूर कीजिए 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Color

Secondary Color

Layout Mode