यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में प्रोफेसर भर्ती योग्यता के बदलेंगे नियम, बिना पीजी 4 वर्षीय स्नातक बन सकेंगे सहायक प्रोफ़ेसर

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 12 नवंबर 2024 | जयपुर : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में प्रोफेसर भर्ती योग्यता नियमों में बदलाव करेगा। इसके लिए यूजीसी 2018 के नियमन में बदलाव की तैयारी कर रहा है। मौजूदा समय में यूनिवर्सिटी में शिक्षक के पद पर पढ़ाने लिए यूजी,पीजी के साथ पीएचडी न्यूनतम योग्यता है।

आइए जानते हैं कि नय नियमों के तहत विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में शिक्षक भर्ती के लिए न्यूनतम योग्यता क्या होगी। नये नियम के अनुसार अभी तक चार वर्षीय ग्रेजुएशन/ पीजी के साथ पीएचडी होना भर्ती के लिए न्यूनतम योग्यता है। इसके साथ ही पुराने नियम के मुताबिक अभी तक ग्रेजुएशन/ पोस्ट ग्रेजुएशन एवं पीएचडी एक ही विषय से होना अनिवार्य है

UGC: यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में प्रोफेसर भर्ती योग्यता के बदलेंगे नियम, यूजीसी 2018 के नियमन में होगा बदलाव

यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में प्रोफेसर भर्ती योग्यता के बदलेंगे नियम, बिना पीजी 4 वर्षीय स्नातक बन सकेंगे सहायक प्रोफ़ेसर

UGC: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने शिक्षकों को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। दरअसल, यूजीसी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में प्रोफेसर भर्ती योग्यता नियमों में बदलाव करने जा रहा है। इसके लिए यूजीसी 2018 के नियमन में बदलाव की जायेगी। इसके तहत अगर ग्रेजुएशन, पीजी तथा पीएचडी के विषय अलग हैं तो भी शिक्षक बन सकेंगे।

मौजूदा यूजीसी नियमों से अनुसार अभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में पढ़ने के लिए कैंडिडेट के पास एक ही सब्जेक्ट में ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी की डिग्री होनी चाहिए। अलग-अलग विषयों से यूजी, पीजी और पीएचडी वाले कैंडिडेट कॉलेजों में पढ़ाने के लिए योग्य नहीं हैं।

यूजीसी नियमों से अनुसार अभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में पढ़ने के लिए कैंडिडेट के पास एक ही सब्जेक्ट में ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी की डिग्री होनी चाहिए। अलग-अलग विषयों से यूजी, पीजी और पीएचडी वाले कैंडिडेट कॉलेजों में पढ़ाने के लिए योग्य नहीं हैं। वहीं नये नियमों के अनुसार अलग- अलग विषयों से यूजी, पीजी और पीएचडी करने वाले कैंडिडेट को भी कॉलेजों में पढ़ाने के योग्य माना जायेगा और ऐसे सभी अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं।

University Professor Recruitment 2024 Rule: पात्रता परीक्षा में शामिल होंगे ये नये मानक

वहीं यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में शिक्षक भर्ती के लिए होने वाले पात्रता परीक्षा में स्टार्टअप, आइडिया, पेटेंट और उद्यमिता जैसे मानकों को जोड़ा जायेगा। विश्वविद्यालय अनुसान आयोग की ओर से नये नियमों का नोटिफिकेशन जल्द ही जारी किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए कैंडिडेट यूजीसी की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।

UGC NET 2024: UGC NET परीक्षा में नया सब्जेक्ट शामिल

वहीं दिसंबर में होने वाले यूसीजी नेट परीक्षा में आयुर्वेद जीवविज्ञान नया सब्जेक्ट जोड़ा गया है। अब कुछ 84 विषयों के लिए नेट की परीक्षा होगी। अभी तक यूसीजी नेट परीक्षा में कुल 83 विषय थे। इस संबंध में UGC की ओर से नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। दिसंबर सेशन के लिए यूसीजी नेट परीक्षा की अधिसूचना जल्द ही जारी की जा सकती है।

मौजूदा समय में शिक्षक पद के लिए क्या है नियम ?

मौजूदा समय में यूनिवर्सिटी में शिक्षक के पद पर पढ़ाने लिए यूजी, पीजी के साथ पीएचडी न्यूनतम योग्यता है। वहीं नये नियमों के अनुसार अलग- अलग विषयों से यूजी, पीजी और पीएचडी करने वाले कैंडिडेट को भी कॉलेजों में पढ़ाने के योग्य माना जायेगा और ऐसे सभी अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं।

पुराने नियम के अनुसार अभी तक चार वर्षीय ग्रेजुएशन/ पीजी के साथ पीएचडी होना भर्ती के लिए न्यूनतम योग्यता है। इसके साथ ही इस नियम के मुताबिक अभी तक ग्रेजुएशन/ पोस्ट ग्रेजुएशन एवं पीएचडी एक ही विषय से होना अनिवार्य है। अब इसी में बदलाव किये जाने की तैयारी की जा रही है। पिछले 6 महीने में इस पर विस्तृत समीक्षा की गई है जिसके बाद ड्राफ्ट तैयार किया गया है।

अब शोध पर ज्यादा दिया जायेगा ध्यान

यूजीसी चैयरमैन के मुताबिक अब शोध पर जरूरत से ज्यादा जोर दिया जायेगा। वर्तमान समय में रिसर्च के लिए गैर प्रमाणित व संदिग्ध प्रकाशन से लिए गए तथ्य पेश किये जाते हैं जिससे चीजें बेहतर होकर बाहर नहीं आ पा रहीं हैं।

ऐसे में इस संकीर्ण सोच को बदलने के लिए शोध पर जरूरत से ज्यादा काम किया जायेगा ताकि आने वाले समय में समाज एवं उद्योग के लिए जरूरी कौशल से तैयार ग्रेजुएट युवा बाहर आ सकें और देश की प्रगति में भाग दे सकें।

चार वर्षीय स्नातक डिग्री रखने वाले छात्र बिना पीजी बन सकेंगे सहायक प्रोफ़ेसर

चार वर्षीय स्नातक डिग्री रखने वाले छात्र अब राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) देकर अपनी पीएचडी आकांक्षाओं की ओर सीधे कदम बढ़ा सकते हैं। यह नेट पात्रता के लिए मास्टर डिग्री की पारंपरिक शर्त से अलग है।

UGC NET JRF Prep

4 वर्षीय यूजी डिग्री (पूरा हो चुका या अंतिम सेमेस्टर/वर्ष में) वाले छात्रों को पीएचडी के लिए आवेदन करने के लिए मास्टर डिग्री की आवश्यकता नहीं होगी। यह एक शर्त के साथ आता है: पीएचडी के लिए आवेदन करने के लिए छात्र के पास कुल मिलाकर न्यूनतम 75% अंक या समकक्ष ग्रेड होना चाहिए।

विशिष्ट श्रेणियों के लिए 5% की छूट है। यदि किसी छात्र के पास चार वर्षीय स्नातक डिग्री में अपेक्षित प्रतिशत नहीं है, तो वे मास्टर डिग्री पूरी करने के बाद पीएचडी कार्यक्रम में शामिल होने के पात्र होंगे।

यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को यह भी लिखा है कि वे 3 वर्षीय यूजी कार्यक्रम में छात्रों को ब्रिज कोर्स की मदद से 4 वर्षीय यूजी कार्यक्रम में शामिल होने दें। इससे उन छात्रों को लाभ होगा जो अपने तीसरे वर्ष को आगे बढ़ाना चाहते हैं और चौथे वर्ष को शोध के लिए समर्पित करना चाहते हैं।

यूजीसी सक्रिय रूप से विश्वविद्यालयों के साथ इस मुद्दे को उठा रहा है और उन्हें शिक्षार्थियों को स्वतंत्रता, लचीलापन और विकल्प प्रदान करने के लिए इन प्रावधानों को लागू करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।

UGC New Rule: यूजीसी ने बदले एडमिशन के नियम, सितंबर से हो जायेंगे लागू, अब करना होगा ये काम

UGC New Rule: यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) ने सितंबर से लागू होने वाले कुछ नये नियमों की घोषणा की है, जो विशेष रूप से डिस्टेंस और ऑनलाइन कोर्सों से संबंधित हैं। यदि आप बारहवीं कक्षा पास कर कॉलेज में एडमिशन ले चुके हैं, तो ये नये नियम आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं।

इनमें संभवतः कोर्स की मान्यता, पंजीकरण प्रक्रिया, या अध्ययन के तरीके में बदलाव शामिल हो सकते हैं। इन बदलावों की विस्तृत जानकारी के लिए यूजीसी की आधिकारिक अधिसूचना या आपके कॉलेज की प्रशासनिक विभाग से संपर्क करना उचित रहेगा।

यूजीसी ने इस एकेडमिक ईयर से ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ODL) और ऑनलाइन कोर्सों के लिए नया एनरोलमेंट प्रोसेस लागू करने का निर्णय लिया है। इस बदलाव का उद्देश्य छात्रों को धोखाधड़ी से बचाना है।

नये नियमों के अनुसार, छात्र केवल यूजीसी द्वारा अनुमोदित हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट के ODL और ऑनलाइन कोर्स में ही दाखिला ले सकेंगे। इससे केवल मान्यता प्राप्त और विश्वसनीय संस्थानों से ही शिक्षा प्राप्त की जा सकेगी, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता और सुरक्षा बढ़ेगी।

नई योजना के तहत, ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ODL) और ऑनलाइन कोर्स में दाखिला लेने वाले छात्रों को सबसे पहले डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो के वेब पोर्टल और अपने एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (ABC) के साथ रजिस्ट्रेशन करना होगा।

विदेशी छात्रों को छोड़कर, मान्यता प्राप्त ऑनलाइन कार्यक्रमों में दाखिला लेने वाले सभी छात्रों के लिए यह प्रक्रिया अनिवार्य होगी और यह रजिस्ट्रेशन जीवनभर के लिए वैध रहेगा। इस नये नियम से छात्रों को मान्यता प्राप्त और विश्वसनीय संस्थानों से ही शिक्षा प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी, और इससे धोखाधड़ी की संभावनाएं कम होंगी। इस कदम से मान्यता प्राप्त और विश्वसनीय संस्थानों से शिक्षा प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में धोखाधड़ी की संभावनाएं कम होंगी।

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MOOKNAYAK MEDIA

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Top 10 Agricultural Universities in India 2024

MOOKNAYAK MEDIA BUREAU | 21 September 2024 | Jaipur : Society is long dependent on education to provide the necessary stepping stone on one’s path towards individual growth, which contributes directly to the growth of a society and country as a whole.

In view of the ever-increasing demand for professionally qualified youth, it has become imperative to increase the availability of quality higher education in diverse fields.

Top 10 Agricultural Universities in India 2024

These are the top places to study agriculture and learn how to make a real impact on farming and food production. Explore these universities to see how they can help you achieve your goals in agriculture.

Top 10 Agriculture Universities in India

Imagine a place where every seed you plant can make a big difference in people’s lives and help the environment. Welcome to India’s agriculture universities—a world where you can turn your dreams into reality and grow your ambitions. These universities offer a mix of classroom learning and hands-on experience, with large fields, modern labs, and inspiring teachers.

Top 10 Agricultural Universities in India 2024

These universities are more than just places to learn; they are launchpads for making a difference in agriculture. From the lively Indian Agricultural Research Institute (IARI) in New Delhi to the peaceful Tamil Nadu Agricultural University (TNAU) in Coimbatore, each university offers its special mix of discovery and development.

Take advantage of the opportunities these campuses offer to shape the future of farming and leave a lasting mark on the agricultural world.

Ranking Parameters of Agriculture Universities

The National Institutional Ranking Framework (NIRF) evaluates universities, institutes, and colleges based on a range of criteria. For Agriculture and Allied Sectors, the NIRF uses the following parameters:

Sr. No.        Parameter                                                  Marks                                      Weightage

1                  Teaching, Learning & Resources           100                                           0.30
2                 Research and Professional Practice       100                                           0.30
3                 Graduation Outcomes                               100                                           0.20
4                 Outreach and Inclusivity                          100                                           0.10
5                 Perception                                                   100                                            0.10

Top Agricultural Universities

India is home to several top universities specializing in agriculture, crucial for training students in food production, plant care, and animal husbandry. These universities provide hands-on experience in labs and on farms and offer valuable insights from experienced faculty. They help farmers improve food quality and drive innovation in farming practices. Here are the Top 10 Agriculture Universities in India, as ranked by NIRF:

Top 10 Agriculture Universities in India

Rank University Location
1 Indian Agricultural Research Institute New Delhi, Delhi
2 ICAR – National Dairy Research Institute Karnal, Haryana
3 Punjab Agricultural University, Ludhiana Ludhiana, Punjab
4 Tamil Nadu Agricultural University Coimbatore, Tamil Nadu
5 Indian Veterinary Research Institute, Izatnagar Bareilly, Uttar Pradesh
6 Central Institute of Fisheries Education, Fisheries University Mumbai, Maharashtra
7 G.B. Pant University of Agriculture and Technology Pantnagar, Uttarakhand
8 Sher-e-Kashmir University of Agricultural Science & Technology of Kashmir Srinagar, Jammu and Kashmir
9 Chaudhary Charan Singh Haryana Agricultural University Hisar, Haryana
10 University of Agricultural Sciences, Bangalore Bangalore, Karnataka

Let’s look into detail for every university now.

Indian Agricultural Research Institute (IARI)

The Indian Agricultural Research Institute (IARI) is India’s leading institution for agricultural research, education, and training. Founded by the Government of India in 1905 in Pusa, Bihar, and moved to New Delhi in 1936, IARI, commonly known by its acronym, is celebrated for its vast infrastructure.

This includes about twenty divisions, five multidisciplinary centers, eight regional stations, two off-season nurseries, and ten national centers. Additionally, IARI oversees three major research projects across India, highlighting its pivotal role in advancing agricultural research and education.

ICAR – National Dairy Research Institute

Founded in 1923 as the Imperial Institute for Animal Husbandry and Dairying in Bangalore, the institution was later renamed the National Dairy Research Institute (NDRI). It is now recognized as a leading center for dairy research and education.

Originally set up at the Military Dairy Farm in Bangalore, the institute moved to Karnal as part of a plan to create a specialized dairy research and training center under the Union Ministry of Food and Agriculture. By June 1955, the Director of Dairy Research had officially relocated to Karnal, establishing NDRI as a key player in dairy science.

Punjab Agricultural University

Founded in 1962 to support agricultural development in Punjab, the Punjab Agricultural University (PAU) was officially inaugurated by Prime Minister Pt. Jawahar Lal Nehru on July 8, 1963.

Since then, the university has expanded significantly and now includes six constituent colleges, eight research stations, three fruit research stations, four seed farms, and eighteen Krishi Vigyan Kendras (KVKs) throughout the districts.

Tamil Nadu Agricultural University

The Tamil Nadu Agricultural University (TNAU) is based in Coimbatore, Tamil Nadu, India. It began as an Agricultural School in Saidapet, Madras, in 1868, before moving to Coimbatore. TNAU provides a wide array of academic programs, including 13 undergraduate courses, 40 graduate programs, and 27 doctoral degrees.

Indian Veterinary Research Institute

The Imperial Bacteriological Laboratory (IBL), founded in Pune in 1889 under Dr. Alfred Lingard, has grown into a prominent institution. It expanded by establishing Regional Stations in Palampur and Kolkata, and campuses in Bengaluru and Pune.

The institute also features the National Animal Science & Veterinary Educational Museum and a Mini Zoo for both educational and recreational use. Now known as the IVRI-Deemed University, it offers Master’s degrees in 22 fields and Doctoral degrees in 19 fields, renowned for its high-quality education in veterinary science.

Central Institute of Fisheries Education, Fisheries University

Established in 1961, the Central Institute of Fisheries Education (CIFE) originally served as an in-service training center to offer specialized education to fisheries professionals. It was created to tackle the growing challenges in the fisheries sector.

In 1981, CIFE was brought under the Indian Council for Agricultural Research (ICAR), and, in 1989, it was granted Deemed University status by the University Grants Commission.

G.B. Pant University of Agriculture and Technology

The G. B. Pant University of Agriculture and Technology, often called Pantnagar University, is India’s first agricultural university. It was inaugurated by Jawahar Lal Nehru on November 17, 1960, originally as the Uttar Pradesh Agricultural University (UPAU).

Pantnagar University played a crucial role in India’s Green Revolution and is known for its impact on agricultural development. It operates as a non-affiliating institution with its academic programs organized through nine constituent colleges, offering a wide range of undergraduate programs.

Sher-e-Kashmir University of Agricultural Science & Technology of Kashmir

The Sher-e-Kashmir University of Agricultural Sciences and Technology of Jammu (SKUAST-J) is a respected agricultural university in the Jammu division of Jammu and Kashmir. It was established on September 20, 1999, through an amendment to the Sher-e-Kashmir University of Agricultural Sciences and Technology Act of 1982. SKUAST-J focuses on advancing agricultural education and research and features several specialized faculties, including:

Faculty of Agriculture
Faculty of Veterinary Sciences & Animal Husbandry
Faculty of Horticulture and Forestry
Faculty of Dairy Technology
Faculty of Agricultural Engineering
School of Biotechnology

Chaudhary Charan Singh Haryana Agricultural University

Chaudhary Charan Singh Haryana Agricultural University (HAU), based in Hisar, Haryana, is one of Asia’s largest agricultural universities. Named after India’s seventh Prime Minister, Chaudhary Charan Singh, HAU covers 8,645 acres, with about 7,219 acres at its main campus and 1,426 acres at various outstations. The university includes four constituent colleges:

College of Agriculture
College of Agricultural Engineering & Technology
College of Basic Sciences & Humanities
College of Home Science

University of Agricultural Sciences

The University of Agricultural Sciences, Bangalore (UAS Bangalore) was established in 1964 through a legislative act and is situated in Bengaluru, India. It was founded to improve agricultural practices and address the challenges of famines.

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UAS Bangalore has gained notable recognition for its excellence, receiving the Sardar Patel Outstanding ICAR Institution Award from the Indian Council of Agricultural Research in 2012 for its contributions to teaching, research, and extension. In 2021, the university was recognized as the best agricultural university in South India and ranked third among state universities in India.

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देश के टॉप 10 एग्रीकल्चर कॉलेज, पहले नंबर पर IARI दिल्ली

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 21 सितंबर 2024 | जयपुर : देशभर में 12वीं के बाद एग्रीकल्चर की पढ़ाई के लिए एंट्रेंस एग्जाम हो चुके हैं। एग्रीकल्चर के लिए देश में सबसे प्रतिष्ठित दिल्ली के इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट 23 सितंबर को पहले चरण की काउंसलिंग के बाद सीट अलॉटमेंट रिजल्ट जारी कर देगा।

देश के टॉप 10 एग्रीकल्चर कॉलेज, पहले नंबर पर IARI दिल्ली

देश के टॉप 10 एग्रीकल्चर कॉलेज

ऐसे में इस बार टॉप कॉलेज में जानेंगे एग्रीकल्चर की पढ़ाई के लिए देश के टॉप 10 कॉलेज, कोर्सेज और एडमिशन प्रोसेस..

1. इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट, दिल्ली

ICAR दिल्ली एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट है। यहां एग्रीकल्चरल केमिकल्स, एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चरल फिजिक्स, बायोकेमिस्ट्री, कंप्यूटर एप्लिकेशन जैसे 26 एकेडमिक डिपार्टमेंट्स हैं। इस इंस्टीट्यूट की स्थापना 1923 में हुई थी।

कोर्सेज : यहां 12वीं के बाद BSc Hons एग्रीकल्चर, BTech एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग, BTech बायोटेक्नोलॉजी जैसे कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : इन कोर्सेज में 12वीं के बाद ICAR UG एंट्रेंस एग्जाम क्वालिफाई करना जरूरी है।

इस इंस्टीट्यूट की स्थापना 1923 में हुई थी।

2. ICAR – नेशनल डेरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, करनाल

ये एक सरकारी रिसर्च इंस्टीट्यूट है। इसे डीम्ड यूनिवर्सिटी का स्टेटस दिया गया है। यहां फूड टेक्नोलॉजी, एनिमल केयर जैसे डिपार्टमेंट्स हैं। इस इंस्टीट्यूट की स्थापना 1923 में हुई थी।

कोर्सेज : यहां BTech डेरी टेक्नोलॉजी, BTech फूड टेक्नोलॉजी जैसे दो अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम और 14 पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम ऑफर किए जाते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : इन कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए ICAR UG एग्जाम क्वालिफाई करना जरूरी है।

इस इंस्टीट्यूट की स्थापना 1923 में हुई थी।

3. पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना

इस यूनिवर्सिटी में कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर, कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कॉलेज ऑफ होम साइंस एंड कॉलेज ऑफ बेसिक साइंसेज एंड ह्यूमैनिटीज जैसे कॉलेज जुड़े हैं। इस यूनिवर्सिटी की स्थापना 1962 में हुई थी।

कोर्सेज : यहां से 12वीं के बाद BTech फूड टेक्नोलॉजी, BSc Hons एग्रीकल्चर, BTech बायोटेक्नोलॉजी, BSc Hons न्यूट्रीशियन एंड टेक्नोलॉजी जैसे 7 अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : इन कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए यूनिवर्सिटी लेवल पर होने वाला CET एग्जाम क्वालिफाई करना जरूरी है।

इस यूनिवर्सिटी की स्थापना 1962 में हुई थी।

4. बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी

बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में एग्रीकल्चर की पढ़ाई के लिए अलग से डेडिकेटेड इंस्टीट्यूट है – इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज। इस यूनिवर्सिटी की स्थापना 4 फरवरी 1916 को हुई थी।

कोर्सेज : यहां से 12वीं के बाद BSc Hons एग्रीकल्चर और MSc में एग्रीकल्चर से जुड़े अलग-अलग 6 स्पेशलाइजेशन में पढ़ाई कर सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : इन कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए यूनिवर्सिटी लेवल पर होने वाला UET-Ag एग्जाम क्वालिफाई करना जरूरी है।

इस यूनिवर्सिटी की स्थापना 4 फरवरी 1916 को हुई थी।

5. इंडियन वेटेरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, बरेली

इंडियन वेटेरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट वेटेरनरी मेडिसिन में एडवांस्ड रिसर्च इंस्टीट्यूट है। ये एक सरकारी इंस्टीट्यूट है। इसे डीम्ड यूनिवर्सिटी का स्टेटस दिया गया है। देश भर में इस इंस्टीट्यूट के 7 रीजनल कैंपस हैं। इस इंस्टीट्यूट की स्थापना 1889 में हुई थी।

कोर्सेज : यहां 12वीं के बाद बैचलर्स ऑफ वेटेरनरी साइंसेज में एडमिशन ले सकते हैं।

इस इंस्टीट्यूट की स्थापना 1889 में हुई थी।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : NEET UG , ICAR UG जैसे एंट्रेंस एग्जाम के स्कोर के बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं।

6. तमिलनाडु एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, कोयंबटूर

ये तमिलनाडु की सरकारी एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी है। मद्रास के एग्रीकल्चर कॉलेज और रिसर्च इंस्टीट्यूट को मिलाकर ये यूनिवर्सिटी बनाई गई है। इस यूनिवर्सिटी की स्थापना 1965 में हुई थी।

कोर्सेज : यहां से BSc Hons एग्रीकल्चर, BSc Hons बिजनेस मैनेजमेंट, BSc Hons सेरीकल्चर, BTech फूड टेक्नोलॉजी, BTech बायोटेक्नोलॉजी जैसे कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : इन कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए कोई एंट्रेंस एग्जाम देना जरूरी नहीं है। 12वीं के मार्क्स के बेसिस पर अप्लाई कर सकते हैं।

इस यूनिवर्सिटी की स्थापना 1965 में हुई थी।

7. चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, हिसार

ये हरियाणा की सरकारी यूनिवर्सिटी है। ये एशिया की सबसे बड़ी एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी है। यूनिवर्सिटी कैंपस 8,645 एकड़ एरिया में बसा है। इस यूनिवर्सिटी की स्थापना 1970 में हुई थी।

कोर्सेज : यहां BSc Hons एग्रीकल्चरल और BTech एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग जैसे कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : इन कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए इंस्टीट्यूट लेवल पर होने वाले एग्रीकल्चरल एप्टीट्यूड टेस्ट में अप्लाई कर सकते हैं।

इस यूनिवर्सिटी की स्थापना 1970 में हुई थी।

8. जी बी पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, पंतनगर

ये देश की पहली एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी है। यहां एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट, बेसिक साइंसेज एंड ह्यूमैनिटीज, कम्युनिटी साइंस, वेटरनेरी एंड एनिमल साइंसेज जैसे 8 डिपार्टमेंट्स हैं। इस यूनिवर्सिटी की स्थापना देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1960 में की थी।

कोर्सेज : यहां BSc इन एग्रीकल्चर, BE फूड टेक्नोलॉजी जैसे कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : इन कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए यूनिवर्सिटी लेवल एंट्रेंस एग्जाम देना जरूरी है। इसके अलावा NEET UG, JEE मेन्स जैसे एग्जाम के बेसिस पर एडमिशन के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

इस यूनिवर्सिटी की स्थापना देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1960 में की थी।

9. सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फिशरीज एजुकेशन, फिशरीज यूनिवर्सिटी

ये इंस्टीट्यूट ICAR की एकेडमिक ब्रांच है। यहां एक्वाकल्चर, फिशरीज रिसोर्सेज, हार्वेस्ट एंड पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट, फिश जेनेटिक्स एंड बायोटेक्नोलॉजी, सोशल साइंसेज जैसे डिपार्टमेंट्स हैं।

कोर्सेज : यहां ग्रेजुएशन के बाद 11 अलग-अलग स्पेशलाइजेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : इन कोर्सेज में मेरिट बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं।

इस इंस्टीट्यूट की स्थापना 1961 में हुई थी।

10. शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी, श्रीनगर

ये एक सरकारी यूनिवर्सिटी है। यहां एग्रीकल्चर, हॉर्टिकल्चर, एनवायर्नमेंटल, वेटेरनरी एंड एनिमल साइंसेज जैसे डिपार्टमेंट्स हैं। इस इंस्टीट्यूट की स्थापना 1961 में हुई थी।

कोर्सेज : यहां BSc वेटेरनरी साइंसेज, BSc इन फॉरेस्ट्री, BSc ऑफ फिशरीज साइंस जैसे कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं।

इस यूनिवर्सिटी की स्थापना 1982 में हुई थी।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : इन कोर्सेज में SKUAST एग्जाम यानी यूनिवर्सिटी लेवल एंट्रेंस एग्जाम के बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं।

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