
मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 11 फरबरी 2025 | जयपुर : राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर उथल-पुथल मच गई है। अपनी ही सरकार के खिलाफ लगातार मुखर रहने वाले कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा पर भारतीय जनता पार्टी ने सख्त कदम उठाया है। राजस्थान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिससे सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं।
फोन टैपिंग से राजस्थान की राजनीति में फिर से उथल-पुथल, बीजेपी के 18-20 विधायक बगावत को तैयार
राजस्थान की राजनीति में उथल-पुथल का तूफान मंडराता नजर आ रहा है। संकेतों से साफ है कि बीजेपी की आग थमने वाली नहीं है। इस मोड़ पर कोई फैसला लेना खतरे से खाली नहीं है। ऐसे में साफ है कि राजस्थान में बीजेपी विधायकों का विद्रोह कभी भी विकराल रूप ले सकता है।

बीजेपी में अंदरूनी उठापटक की सियासी तपिश थमने और हाईकमान नाराजगी नरम पड़ने का कोई संकेत अनहि दिखलायी नहीं पड़ा रहा है बल्कि सियासी पारा सातवें आसमान पर है। नेतृत्व परिवर्तन जैसी अटकलों पर पार्टी में आधिकारिक और अनौपचारिक तौर पर चर्चाएँ गर्म है।
राजस्थान में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के फोन टैपिंग के आरोप के बाद बवाल मचा हुआ है। इधर, इस मामले में शिवसेना नेता (UBT) अरविंद सावंत ने एएनआई से बातचीत में भजनलाल सरकार पर जमकर निशाना साधा उन्होंने कहा कि ‘शिवसेना पार्टी तो पहले से ही कहती आ रही है कि फोन टैपिंग हो रहा है और जो हो रहा है, वह गलत है।’ उन्होंने बीजेपी पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि ‘जनता को आज भी समझ में नहीं आ रहा है कि बीजेपी की कथनी और करनी में अंतर है।’
पार्टी अनुशासन पर सवाल
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष द्वारा भेजे गए नोटिस में किरोड़ी लाल मीणा को तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है। यह कदम तब उठाया गया जब मीणा ने राज्य सरकार के खिलाफ लगातार बयानबाजी की और कई आरोप लगाये। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि इस प्रकार की बयानबाजी सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है।
इस्तीफे और फोन टेपिंग के आरोप
नोटिस में यह भी उल्लेख किया गया है कि किरोड़ी लाल मीणा ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा देने की बात कही थी और सरकार पर फोन टेपिंग का आरोप लगाया था। भाजपा नेतृत्व ने इस दावे को झूठा बताते हुए कहा कि ऐसे बयान पार्टी अनुशासन का उल्लंघन हैं।
हम तो पहले से ही कह रहे हैं कि यह हो रहा है- सावंत
फोन टैपिंग को लेकर किरोड़ी के बयानों से सियासी टेंपरेचर चढ़ा हुआ है। इस बीच शिवसेना (UBT) भी अब बीजेपी को घेरने में पीछे नहीं है। इस दौरान न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि ‘हम तो पहले से ही कहते आ रहे हैं कि फोन टैपिंग हो रही है और जो हो रहा है, वह गलत हो रहा है। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को अभी तक भी बीजेपी के बारें में समझ में नहीं आ रहा है। इस दौरान सावंत ने देश की न्यायपालिका पर ही बड़ा सवाल खड़ा कर दिया।
न्यायपालिका नहीं रही है, आखिर किससे न्याय मांगे?
शिवसेना के नेता अरविंद सावंत ने बातचीत के दौरान न्यायपालिका पर भी बड़ा सवाल उठा दिया। उन्होंने एएनआई से बातचीत के दौरान कहा कि देश में न्यायपालिका कहां है? देश की सारी एजेंसियां तो गुलाम हो चुकी है, आखिर किससे न्याय मांगा जाये?
उन्होंने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है और मतदाताओं को यह समझ में नहीं आ रहा है कि हम किसके बहाने भूले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं आज फिर कहता हूं कि संविधान खतरे में है, क्योंकि रेवड़िया बेची जा रही है। रेवड़ियों के कारण हम अपने मूलभूत हक भूल गये हैं। सावंत ने किरोड़ी का हवाला देते हुए कहा कि उन्हीं के मंत्री ने सरकार को आईना दिखा दिया। अब इससे ज्यादा क्या कहें?
यह भी पढ़ें : किरोड़ी लाल मीणा को अनुशासनहीनता का नोटिस, भजन लाल सरकार पर मंडराये संकट के बादल
किरोड़ी लाल के इन आरोपों की वजह से मचा हुआ बवाल
बता दें कि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का वीडियो सामने आया। जिसमें बीते गुरुवार को जयपुर के आमागढ़ मंदिर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में किरोड़ी ने अपनी ही सरकार पर जासूसी करने और फोन टैपिंग के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मेरी जासूसी हो रही है, मेरे फोन टैप किए जा रहे हैं।
पिछली सरकार में भी यही किया गया था, लेकिन मैंने सभी को चकमा दे दिया था, अब फिर से वही हो रहा है। किरोड़ी लाल मीणा ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने भ्रष्टाचार के कुछ मामलों को उजागर किया, तो सरकार ने उनकी गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू कर दी।