कांवड़ मार्ग पर दुकानदारों के नाम लिखवाने से NDA में फूट JDU RLD नाराज

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 21 जुलाई 2024 | जयपुर : यूपी में कांवड़ यात्रा मार्ग पर दुकानदारों के नाम लिखवाने के योगी सरकार के फैसले से NDA के सहयोगी दल सहमत नहीं हैं। राष्ट्रीय लोकदल (RLD) अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने कहा- यह फैसला ज्यादा सोच-समझकर नहीं लिया गया। अब फैसला ले लिया है तो सरकार उस पर टिकी हुई है।

कांवड़ मार्ग पर दुकानदारों के नाम लिखवाने से NDA में फूट JDU RLD नाराज

जयंत चौधरी ने नेमप्लेट वाले फैसले को वापस लेने की बात कही। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा- अभी भी समय है, सरकार को फैसला वापस लेना चाहिए। अब कहां-कहां लिखें, अपना नाम। क्या अपने कुर्ते पर भी लिख लें अपना नाम कि नाम देखकर हाथ मिलाओगे मुझसे?

कांवड़ मार्ग पर दुकानदारों के नाम लिखवाने से NDA में फूट JDU RLD नाराज

जयंत चौधरी ने यह बातें रविवार को मुजफ्फरनगर में कहीं। RLD अध्यक्ष भोपा क्षेत्र के यूसुफपुर गांव में बलिदानी की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे थे। यूसुफपुर गांव में प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे जयंत चौधरी का कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया।

यूसुफपुर गांव में प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे जयंत चौधरी का कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया।

जयंत की 3 बड़ी बातें पढ़िए

सेवा करने से पहले जाति-धर्म नहीं पूछते: कांवड़ यात्रा में लाखों श्रद्धालु गंगाजल लेकर आते हैं। उनकी सेवा करने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं। वे सेवा करने से पहले यह नहीं पूछते कि उनकी जाति और धर्म क्या है?

मैकडॉनल्ड्स और बर्गर किंग क्या नाम लिखेंगे: मैकडॉनल्ड्स और हमारे यहां खतौली में बर्गर किंग है, अब ये लोग क्या नाम लिखेंगे। बहुत से ब्रांड हैं और बड़ी कंपनियां हैं, जो इस नाम से संचालित होती हैं, क्या अब कुर्ते पर भी नाम लिखवाया जाएगा।

बिना सोचे-समझे लिया गया फैसला: क्या नाम पूछकर और धर्म पूछकर हाथ मिलाया जाएगा। यह ठीक नहीं है। सरकार ने बिना सोचे-समझे जल्दबाजी में फैसला लिया है। इसे वापस लेना चाहिए। रालोद का स्टैंड शुरू से क्लियर है और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। वही हमारा भी मत है।

पढ़िए अखिलेश यादव, असदुद्दीन ओवैसी, बाबा रामदेव और केएल शर्मा ने क्या कहा?

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कोलकाता में हैं। उन्होंने कांवड़ यात्रा मार्ग पर दुकानदारों के नाम लिखवाने के फैसले पर निशाना साधा।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कोलकाता में हैं। उन्होंने कांवड़ यात्रा मार्ग पर दुकानदारों के नाम लिखवाने के फैसले पर निशाना साधा।

यूपी में भाजपा नफरत फैला रही: कोलकाता में अखिलेश यादव ने कहा- ​​उत्तर प्रदेश में भाजपा नफरत फैला रही है। वे इसमें सफल नहीं होंगे। अभी अभी हारे हैं। उनसे क्या उम्मीद की जा सकती है? उत्तर प्रदेश की जनता उन्हें शून्य पर कर देगी।

रहमान को अपनी पहचान बताने में दिक्कत क्यों?: बाबा रामदेव ने कहा, अगर रामदेव को अपनी पहचान बताने में दिक्कत नहीं है तो रहमान को अपनी पहचान बताने में क्यों दिक्कत होनी चाहिए? अपने नाम पर गौरव सबको होता है। नाम छिपाने की कोई जरूरत नहीं है, काम में शुद्धता चाहिए बस।

खुले तौर पर भेदभाव किया जा रहा: AIMIM अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- हमने इस मुद्दे को उठाया है और कहा है कि यदि कोई सरकार संविधान के खिलाफ कोई निर्देश पास करती है तो उस पर केंद्र सरकार को संज्ञान लेना चाहिए। इससे छूआ-छूत को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने किस बुनियाद के अनुसार ये निर्णय दिया? खुले तौर पर भेदभाव किया जा रहा है।

सरकार को राजधर्म का पालन करना चाहिए: अमेठी के सांसद केएल शर्मा ने कहा- योगी सरकार का आदेश देश के लिए ठीक नहीं है। अगर बाहर के देश हमारे नागरिकों के साथ ऐसा बर्ताव करें तो कैसा लगेगा। सरकार जनता के लिए होती है। सभी धर्म व जातियों का विकास करना और सब की भावना का ख्याल रखना सरकार का कार्य होता है। सरकार को राजधर्म का पालन करना चाहिए। 

क्या है आदेश, सरकार और पुलिस की क्या है दलील?

मुजफ्फरनगर पुलिस ने सबसे पहले दुकानों पर दुकानदारों का नाम लिखने का आदेश जारी किया था।

मुजफ्फरनगर पुलिस ने सबसे पहले दुकानों पर दुकानदारों का नाम लिखने का आदेश जारी किया था।

22 जुलाई से सावन शुरू हो रहा है। इसके साथ कांवड़ यात्रा भी शुरू हो जाएगी। उससे पहले मुजफ्फरनगर में पुलिस ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर होटल-ढाबा और दुकानदारों से बोर्ड पर उनके नाम लिखवा रही है। 

पहले पढ़िए पुलिस की दलील

  • 17 जुलाई को मुजफ्फरनगर के SSP अभिषेक सिंह ने कहा- जिले के करीब 240 किमी एरिया में कांवड़ मार्ग पड़ता है। सभी होटल, ढाबा, दुकान और ठेले, जहां से कांवड़िए खाने का सामान खरीद सकते हैं, सभी को अपनी दुकान के बाहर मालिक का नाम और नंबर साफ अक्षरों में लिखना पड़ेगा।
  • ऐसा करना इसलिए जरूरी था, ताकि कांवड़ियों में कोई कन्फ्यूजन न रहे और कानून व्यवस्था में बाधा न आए। सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के लिए ये कदम उठाना जरूरी था।

अब पढ़िए सरकार ने क्या कहा?

  • 19 जुलाई को सरकार ने इसे पूरे राज्य में लागू कर दिया। सरकार के मुताबिक, कांवड़ियों की शुचिता बनाए रखने के लिए ये फैसला लिया गया है। हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचने वालों पर भी कार्रवाई हो।

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मनीष सिसोदिया को जमानत, 17 महीने बाद तिहाड़ जेल से बाहर

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 09 अगस्त 2024 |  जयपुर : दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (9 अगस्त) को जमानत दे दी। सिसोदिया 17 महीने से तिहाड़ जेल में बंद हैं। उनके आज जेल से बाहर आने की उम्मीद है।

मनीष सिसोदिया को जमानत, 17 महीने बाद तिहाड़ जेल से बाहर

सिसोदिया को दिल्ली शराब नीति घोटाले से जुड़े CBI और ED, दोनों केस में राहत मिली है। CBI ने भ्रष्टाचार केस में सिसोदिया को 26 फरवरी, 2023 को गिरफ्तार किया था। ED ने 9 मार्च, 2023 में उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। उन्होंने 28 फरवरी, 2023 को मंत्री पद से इस्तीफा दिया था।

मनीष सिसोदिया को जमानत, 17 महीने बाद तिहाड़ जेल से बाहर

सुप्रीम कोर्ट ने सिसोदिया को जमानत देते हुए कहा- केस में अब तक 400 से ज्यादा गवाह और हजारों दस्तावेज पेश किए जा चुके हैं। आने वाले दिनों में केस खत्म होने की दूर-दूर तक कोई संभावना नहीं है। ऐसे में सिसोदिया को हिरासत में रखना स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन होगा।

सुप्रीम कोर्ट ने 6 अगस्त को फैसला सुरक्षित रख लिया था

जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथ की बेंच ने सिसोदिया की जमानत पर फैसला सुनाया है। इससे पहले बेंच ने तीन दिन पहले 6 अगस्त को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।

11 जुलाई को सिसोदिया की जमानत की पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई से ठीक पहले जस्टिस संजय कुमार ने बेंच से खुद को अलग कर लिया था, जिसके बाद सुनवाई टल गई थी।

सिसोदिया ने दिल्ली हाईकोर्ट की तरफ से जमानत याचिका खारिज करने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। सिसोदिया ने अपनी याचिका में कहा था कि 2023 अक्टूबर से उनके खिलाफ मुकदमे में कोई प्रोग्रेस नहीं हुई है।

संजय सिंह बोले- ये केंद्र सरकार की तानाशाही पर तमाचा

AAP सांसद संजय सिंह ने सिसोदिया की जमानत मिलने के बाद कहा- ये सत्य की जीत है। जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, इस मामले में कोई सबूत नहीं है। हमारे नेताओं को जबरन जेल में डाला गया।

संजय सिंह ने कहा- मनीष सिसोदिया को 17 महीने तक जेल में रखा गया। मैं सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करता हूं कि हमें न्याय मिला और फैसला AAP के पक्ष में आया है। हर कार्यकर्ता उत्साहित है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि अरविंद केजरीवाल और सत्येंद्र जैन भी जल्द जेल से बाहर आएं। ये केंद्र सरकार की तानाशाही पर तमाचा है।

सुप्रीम कोर्ट ने 4 जून को जमानत से इनकार किया था

ट्रायल कोर्ट ने 30 अप्रैल को सिसोदिया की जमानत याचिका फिर से खारिज कर दी थी। इस फैसले के खिलाफ सिसोदिया हाईकोर्ट पहुंचे थे। 21 मई को हाईकोर्ट ने सिसोदिया को जमानत देने से इनकार कर दिया। इसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया।

सुप्रीम कोर्ट ने 4 जून को सिसोदिया की जमानत याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद सिसोदिया ने इस पर दोबारा विचार करने को लेकर याचिका लगाई थी। 11 जुलाई को जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस संजय करोल और जस्टिस संजय कुमार की बेंच सुनवाई करने वाली थी।

हालांकि, जैसे ही मामला सुनवाई के लिए रखा गया, जस्टिस खन्ना ने कहा, ‘हमारे भाई (जस्टिस संजय कुमार) को कुछ दिक्कत है। वह निजी कारणों के चलते इस मामले की सुनवाई नहीं करना चाहते।’ जस्टिस संजय कुमार ने मामले से खुद को अलग कर लिया था।

पहले भी कई बार खारिज हुई सिसोदिया की जमानत याचिका

  • 28 अप्रैल 2023 : ED केस में राउज एवेन्यू कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज की।
  • 31 मार्च 2023 : CBI केस में जमानत याचिका को खारिज की।
  • 3 जुलाई 2023 : दिल्ली हाईकोर्ट ने ED केस में जमानत याचिका खारिज की।
  • 30 मई 2023 : CBI केस में दिल्ली हाईकोर्ट ने जमानत याचिका को खारिज की।
  • 30 अक्टूबर 2023 : ED केस में सुप्रीम कोर्ट ने जमानत देने से इनकार कर दिया था।

शराब नीति घोटाला और सिसोदिया का कनेक्शन, 5 पॉइंट्स

1. नवंबर 2021 को नई शराब नीति लागू हुई

दिल्ली के तत्कालीन डिप्टी CM मनीष सिसोदिया ने 22 मार्च 2021 को नई शराब नीति का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि इस नीति से शराब की दुकानें निजी हाथों में चली जाएंगी। सिसोदिया से जब नई नीति लाने का मकसद पूछा गया तो उन्होंने दो तर्क दिए। पहला- माफिया राज खत्म होगा। दूसरा- सरकारी खजाना बढ़ेगा।

17 नवंबर 2021 को नई शराब नीति 2021-22 लागू कर दी गई। इससे शराब कारोबार से सरकार से बाहर हो गई और ये बिजनेस निजी हाथों में चला गया। कई बड़े डिस्काउंट देने से शराब की जमकर बिक्री हुई। इससे सरकारी खजाना तो बढ़ा, लेकिन इस नई नीति का विरोध होने लगा।

2. जुलाई 2022 में शराब नीति में घोटाले का आरोप लगा

8 जुलाई 2022 को दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने नई शराब नीति में घोटाला होने का आरोप लगाया। उन्होंने इससे जुड़ी एक रिपोर्ट एलजी वीके सक्सेना को रिपोर्ट सौंपी। इसमें बताया गया कि सिसोदिया ने लाइसेंसधारी शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाया। उधर, LG ने भी कहा है कि उनकी और कैबिनेट की मंजूरी के बिना ही शराब नीति में बदलाव कर दिए।

3. अगस्त 2022 को CBI और ED ने केस दर्ज किया

एलजी सक्सेना ने मुख्य सचिव की रिपोर्ट के आधार पर CBI जांच की मांग की। 17 अगस्त 2022 को जांच एजेंसी ने केस दर्ज किया। इसमें मनीष सिसोदिया, तीन रिटायर्ड सरकारी अफसर, 9 बिजनेसमैन और दो कंपनियों को आरोपी बनाया गया। सभी पर भ्रष्टाचार से जुड़ी धाराओं के तहत केस दर्ज किया।

19 अगस्त को सिसोदिया के घर और दफ्तर समेत सात राज्यों के 31 ठिकानों पर छापेमारी की। इस पर सिसोदिया ने दावा किया कि सीबीआई को कुछ नहीं मिला। इधर, 22 अगस्त को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने CBI से मामले की जानकारी लेकर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर लिया।

4. जुलाई 2022 सरकार ने नई नीति को रद्द किया

विवाद बढ़ता देख 28 जुलाई 2022 को दिल्ली सरकार ने नई शराब नीति को रद्द कर दिया। फिर से पुरानी नीति लागू करने का फैसला लिया। 31 जुलाई को सरकार ने कैबिनेट नोट में बताया कि शराब की ज्यादा बिक्री के बाद भी सरकार की कमाई कम हुई, क्योंकि खुदरा और थोक कारोबारी शराब के धंधे से हट रहे थे।

5. फरवरी 2023 में CBI ने सिसोदिया को गिरफ्तार किया

सिसोदिया के पास एक्साइज डिपार्टमेंट था, इसलिए उन्हें कथित तौर पर इस घोटाले का मुख्य आरोपी बनाया गया। कई बार पूछताछ के बाद जांच एजेंसी ने 26 फरवरी को उन्हें गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल वे जेल में हैं। CBI ने सिसोदिया पर आरोप लगाया कि एक्साइज मिनिस्टर होने के नाते उन्होंने मनमाने और एकतरफा फैसले लिए, जिससे खजाने को भारी नुकसान पहुंचा और शराब कारोबारियों को फायदा हुआ।

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विनोद जाखड़ के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में पहुंचे पायलट जूली डोटासरा

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 25 जुलाई 2024 | जयपुर : सचिन पायलट आज जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में NSUI के प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में पहुंचे। यहां सचिन पायलट ने कहा- हवा, पानी और नौजवान अपना रास्ता खुद ढूंढ लेते हैं। आपकी नीयत, काबिलियत और मेहनत में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।

विनोद जाखड़ के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में पहुंचे पायलट जूली डोटासरा

विनोद जाखड़ के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में पहुंचे पायलट जूली डोटासरा

पद और पोस्ट तो मिलते रहेंगे। लेकिन पद जब मिल जाए, तब उन लोगों का साथ मत छोड़ना, जो आपके हमसफर रहे थे। क्योंकि पदों पर बैठने के बाद सोच बदल जाती है। समय कम मिलता है। बड़े लोग मिल जाते हैं। तब जो लोग पीछे छूट जाते हैं। उनकी बद्दुआ लगती है। इसलिए सबको साथ लेकर चलना चाहिए।

वहीं, पेपर लीक पर सचिन पायलट ने कहा- लाखों बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। मुझे लगता है किसी ने सही कहा है हर गलती सजा मांगती है। परीक्षा में तैयारी कर नौकरी हासिल करना इस देश में सबसे ज्यादा कठिन हो गया है। इस प्रक्रिया में सिर्फ बच्चा नहीं बल्कि उसका पूरा परिवार शामिल होता है। नीट परीक्षा में हुई धांधली का सरकार के पास कोई जवाब नहीं है।

उन्होंने कहा- सरकार खुद इस बात को स्वीकार कर रही है कि कुछ जगह गड़बड़ी हुई है। अब वक्त आ गया है कि हम सबको पूछना होगा कि पेपर लीक होते क्यों हैं। इन्हें कौन करवाता है। कागजी कार्रवाई करने, भाषण देने और घड़ियाली आंसू रोने से कुछ नहीं होगा। उन लोगों को पकड़ना पड़ेगा।

आखिर पेपर लीक कौन करवा रहा है। उन लोगों को मजबूर करना पड़ेगा, जो सत्ता में रहकर इस तरह के घिनौने अपराध को बर्दाश्त करते हैं। क्योंकि जो लोग इस अपराध को बर्दाश्त कर रहे हैं। वह भी उतने ही गुनहगार हैं। बिरला ऑडिटोरियम में बड़ी संख्या में एनएसयूआई के कार्यकर्ता मौजूद रहे।

बिरला ऑडिटोरियम में बड़ी संख्या में एनएसयूआई के कार्यकर्ता मौजूद रहे।

नौजवान देश का भविष्य नहीं, वर्तमान है

सचिन पायलट ने कहा- मुझे 25 साल हो गए इस बात को सुनते-सुनते की नौजवान इस देश का भविष्य है। लेकिन हकीकत यह नहीं है। नौजवान देश का वर्तमान है। यह हकीकत है। इस बात को हमें समझना और स्वीकार करना पड़ेगा।

वैसे भी राजस्थान वह राज्य है, जहां बहुत सारे नौजवानों को मौका मिला है। पद हासिल करना बड़ी बात नहीं है। पद तो कभी न कभी किसी न किसी के पास रहता ही है। उस पद पर रहते हुए अपनी लाइन को लंबी कर लोगों के दिलों में जगह बनाना बड़ी बात है।

अपनों का साथ मत छोड़ना, उनकी बद्दुआ लगती है

सचिन पायलट ने कहा- मुझे लगता है कि हवा, पानी और नौजवान अपना रास्ता खुद ढूंढ लेते हैं। आपकी नीयत, काबिलियत और मेहनत में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। पद और पोस्ट तो मिलते रहेंगे। लेकिन पद जब मिल जाए, तब उन लोगों का साथ मत छोड़ना, जो आपके हमसफर रहे थे। क्योंकि पदों पर बैठने के बाद सोच बदल जाती है। समय कम मिलता है। बड़े लोग मिल जाते हैं। तब जो लोग पीछे छूट जाते हैं। उनकी बद्दुआ लगती है। इसलिए सबको साथ लेकर चलना चाहिए।

‘हर गलती कीमत मांगती है’ सचिन पायलट

सचिन ने कहा- पेपर लीक से ज्यादा घिनौना अपराध कुछ और नहीं है। अगर किसी नेता, अफसर को काली कमाई करनी भी है तो कोई और विभाग पकड़ लो। लेकिन देश-प्रदेश में पेपर लीक मत करो। पायलट ने कहा- आप सब लोग पेपर लीक पर मेरे स्टैंड को जानते हो। मैं कल भी उस पर कायम था। आज भी कायम हूं, आगे भी हमेशा कायम रहूंगा। कोई कितना भी बड़ा व्यक्ति क्यों ना हो।

उसने जाने अनजाने में हजारों – लाखों बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। मुझे लगता है किसी ने सही कहा है हर गलती सजा मांगती है। अगर आप गलती करोगे तो आपको सजा मिलनी भी चाहिए। नौजवान के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का हक किसी को नहीं है। चाहे आप कितने भी बड़े नेता या अधिकारी ही क्यों ना हो।

सरकार मनाएगी तो मान जाएंगे किरोड़ी

4 साल 4 महीने के बाद राजस्थान में कांग्रेस की सरकार फिर से बनने जा रही है। उसमें आप सब लोगों को साथ देना पड़ेगा। राजस्थान की भाजपा सरकार बहुत ज्यादा लंबी नहीं चलेगी। छात्र संघ के चुनाव राजस्थान में होने चाहिए। पहले नहीं हुए, वह बात अब पुरानी हो गई है।

आज न जाने क्यों सरकार छात्र संघ चुनाव रोकना चाहती है। छात्र संघ चुनाव लड़ने वाले लोगों को आगे बढ़ने का एक मंच मिलता है। वैसे भी सत्ता में रहकर इंसान बंध जाता है। विपक्ष में रहकर आप अपनी काबिलियत को साबित कर सकते हो।

सचिन पायलट ने कहा- राजस्थान के कृषि मंत्री का पता नहीं चल रहा है कि वह सत्ता में हैं या फिर नहीं हैं। मामला लटका हुआ नजर आ रहा है। लेकिन मुझे लगता है, अगर सरकार थोड़ा जोर लगाकर उन्हें मनाएगी तो किरोड़ी लाल मीणा मान जाएंगे। बिरला ऑडिटोरियम में प्रदेशभर से NSUI कार्यकर्ता विनोद जाखड़ के पदभार ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे थे।

बिरला ऑडिटोरियम में प्रदेशभर से NSUI कार्यकर्ता विनोद जाखड़ के पदभार ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे थे।

‘पक्ष ही निभा रहा विपक्ष की भूमिका’ डोटासरा

कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- बीजेपी ने तमाशा बनाकर रख दिया है। पर्ची से मुख्यमंत्री बना दिया, पर्ची से मंत्री बना दिए। इसके बाद मंत्री इस्तीफा देकर घर चल दिए। राजस्थान की जनता ने जिन्हें सत्ता सौंपी थी। जिन्हें सरकार चलाने की जिम्मेदारी दी थी।

वह लोग इस्तीफा देकर विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं। इन लोगों ने तमाशा बनाकर रख दिया है। कोई कहता है विधानसभा से छुट्टी ले रखी है। कोई कहता है कि मुझे दिल्ली तलब कर लिया गया है। बीजेपी के लोगों को अब यह नौटंकी छोड़ देनी चाहिए। क्योंकि जनता ने इन्हें सेवा करने के लिए चुना था, नौटंकी करने के लिए नहीं।

‘राजस्थान सरकार मेले में पिटी हुई है, इन्हें बदनामी का डर नहीं’ जूली 

राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा- इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है। जब विधानसभा में आवाज उठने के बाद भी सरकार उस मुद्दे पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। क्योंकि इस सरकार को बदनामी का डर नहीं है।

यह सरकार मेले में पिटी हुई सरकार है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि विधायकों के सवालों का मंत्रियों के पास जवाब तक नहीं है। जूली ने कहा- मैं आज इस मंच के माध्यम से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से आग्रह करना चाहूंगा कि वह भविष्य में होने वाले पंचायत चुनाव में वह ज्यादा से ज्यादा युवाओं को मौका दें।

ताकि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी को और ज्यादा मजबूत किया जा सके। पदभार ग्रहण समारोह में पहुंची भीड़नकी वजह से के स्टैचू सर्किल के आसपास जाम के हालात बन गए। जिसकी वजह से आम वाहन चालकों और राहगीरों को परेशान होना पड़ा।

पदभार ग्रहण समारोह में पहुंची भीड़नकी वजह से के स्टैचू सर्किल के आसपास जाम के हालात बन गए। जिसकी वजह से आम वाहन चालकों और राहगीरों को परेशान होना पड़ा।

बीजेपी सरकार ने चुप्पी साधी हुई

विनोद ने कहा- पूर्व कांग्रेस सरकार के वक्त बीजेपी छात्र संघ चुनाव कराने के पक्ष में थी। लेकिन आज बीजेपी सरकार ने चुप्पी साधी हुई है। उनसे जुड़ा छात्र संगठन एबीवीपी कोई आंदोलन नहीं कर रहा। अगर जल्द छात्रसंघ चुनाव का ऐलान नहीं हुआ तो NSUI प्रदेशभर में आंदोलन करेंगी। इसके साथ ही जयपुर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

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