टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर के सामने बड़े चैलेंज

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 09 जुलाई 2024 | बेंगलुरु :  गौतम गंभीर टीम इंडिया के हेड कोच बन गये हैं। कोच गंभीर के सामने सबसे बड़ी चुनौती में से एक 2025 का चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतना होगा। चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम ने दो बार खिताब अपने नाम किया है। 2002 और 2013 में भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने में सफल रही है। 2013 में धोनी की कप्तानी में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था।

टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर के सामने बड़े चैलेंज

मंगलवार को BCCI ने इसकी ऑफिशियल जानकारी दी। गंभीर अब राहुल द्रविड़ की जगह संभालेंगे, जिन्होंने टीम इंडिया के ICC टूर्नामेंट जीतने सूखा का 10 दिन पहले ही खत्म करवाया। उनकी कोचिंग में भारत ने साउथ अफ्रीका को फाइनल हराकर टी-20 वर्ल्ड कप जीता।

गंभीर 2027 तक भारत के कोच बने रहेंगे। इस दौरान भारत 5 ICC टूर्नामेंट खेलेगा। गंभीर के सामने इनमें टीम को चैंपियन बनाने की चुनौती है। इसके अलावा विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे सीनियर प्लेयर्स के साथ उनकी केमिस्ट्री पर भी नजरें होंगी।

जीतना होगा युवाओं का भरोसा

गंभीर के लिए सबसे बड़ी परीक्षा होगी युवा खिलाड़ियों का विश्वास जीतना। अभी सिर्फ कुछ ही खिलाड़ी हैं जो लखनऊ या कोलकाता की टीमों में उनके साथ खेल चुके हैं और उनके तरीके को जानते हैं। बाकी खिलाड़ियों को उनके साथ घुलना-मिलना होगा।

पर ये बात भी सच है कि दिल्ली के गंभीर हर तरह के युवा खिलाड़ियों के साथ अच्छा काम करने के लिए जाने जाते हैं। इसलिए उम्मीद है कि बाकी खिलाड़ी भी उनके साथ कोच के रूप में काम करने के लिए उत्साहित होंगे। भारतीय टीम में शामिल होने के लिए कई युवा खिलाड़ी तैयार हैं और गंभीर के ऊपर काफी ज़िम्मेदारी आने वाली है।

चैलेंज-1: न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज

हेड कोच के रूप में गंभीर का कार्यकाल श्रीलंका दौरे से शुरू होगा। दौरे पर पहला मैच 27 जुलाई को है। श्रीलंका में टीम 3 वनडे और 3 टी-20 खेलेगी। इसी दौरे से गंभीर के कोचिंग करियर की बुनियाद तय होगी। श्रीलंका दौरा 7 अगस्त को खत्म होगा, इसके बाद 19 सितंबर से टीम इंडिया का बिजी शेड्यूल शुरू हो जाएगा। यहीं से गंभीर के असली चैलेंज भी सामने आएंगे।

  • 2025 के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को अगली 3 टेस्ट सीरीज में अच्छा परफॉर्म करना होगा। इनमें घरेलू मैदान पर बांग्लादेश से 2 और न्यूजीलैंड से 3 टेस्ट होंगे। भारत फिलहाल WTC पॉइंट्स टेबल में टॉप पर है, इसलिए टीम से पांचों टेस्ट जीतने की उम्मीद है।
  • नवंबर से जनवरी तक टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में 5 टेस्ट खेलेगी। भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2014 के बाद से 4 टेस्ट सीरीज जीत चुका है। ऑस्ट्रेलिया में तो भारत ने लगातार 2 टेस्ट सीरीज जीती हैं। यानी गंभीर के सामने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीत की हैट्रिक लगाने की चुनौती है। इसी सीरीज के नतीजे से तय होगा कि भारत लगातार तीसरा WTC फाइनल खेलेगा या नहीं।
  • 2025 से 2027 तक भारत फिर इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और श्रीलंका में 3 टेस्ट सीरीज खेलेगा। इस दौरान वेस्टइंडीज, साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 टेस्ट सीरीज घर में भी रहेंगी। 2027 के WTC फाइनल में पहुंचने के लिए इनमें भी जीत दर्ज करनी ही होगी।

रोहित और कोहली की कमी को पूरा करना

गंभीर के लिए एक और बड़ा काम टी20 मैचों में रोहित शर्मा और विराट कोहली के ना होने से बनी कमी को दूर करना होगा। साथ ही, उन्हें टीम में अगले लीडर को ढूंढकर उसे निखारना होगा। ऐसा लगता है कि हार्दिक पांड्या उन खिलाड़ियों में से एक हैं, जो सबसे छोटे फॉर्मेट में गंभीर के साथ काम करने का लुत्फ उठाएंगे, और गंभीर भी उनके साथ अच्छा रिश्ता बनाने के इच्छुक होंगे। भारत को टी20 क्रिकेट के लिए एक मजबूत लीडर और 2026 के अगले टी20 वर्ल्ड कप के लिए एक ठोस प्लान की जरूरत है। इस टी20 वर्ल्ड कप की सह-मेजबानी भारत करेगा।

चैलेंज-2: अगले 3 साल में 5 ICC टूर्नामेंट

ICC साल 2025 से 2027 तक 5 टूर्नामेंट कराएगी। 2 WTC फाइनल हटा दें तो लिमिटेड ओवर्स के 3 अहम टूर्नामेंट इनमें शामिल हैं। 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी, 2026 में टी-20 वर्ल्ड कप और 2027 में वनडे वर्ल्ड कप होगा। ICC टूर्नामेंट्स के इतर इस दौरान 2 एशिया कप भी होंगे।

  • चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने 2 खिताब 2002 और 2013 में जीते। टीम 2017 में पाकिस्तान से फाइनल हारकर रनर-अप रही। अब 2025 में भारत के सामने पाकिस्तान में ही चैंपियंस ट्रॉफी जीतने की चुनौती है।
  • टी-20 वर्ल्ड कप में भी भारत ने 2 खिताब 2007 और 2024 में जीते। टीम इस वर्ल्ड कप की मौजूदा चैंपियन है। 2026 का टूर्नामेंट भारत और श्रीलंका की मेजबानी में है। यानी गंभीर के सामने होम ग्राउंड पर भारत को पहला टी-20 वर्ल्ड कप जिताने की चुनौती है।
  • वनडे वर्ल्ड कप में भी भारत ने 2 ही खिताब 1983 और 2011 में जीते। 2027 का टूर्नामेंट साउथ अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नामीबिया में होगा। यह गंभीर के कोचिंग पीरियड का आखिरी टूर्नामेंट है। वनडे वर्ल्ड कप क्रिकेट का सबसे बड़ा टूर्नामेंट है, भारत 2023 में अपने ही होम ग्राउंड पर लगातार 10 मैच जीतकर भी ट्रॉफी जीतने से चूक गया था। ऐसे में गंभीर के कोचिंग करियर का सबसे बड़ा चैलेंज भारत को वनडे वर्ल्ड कप की ट्रॉफी दिलवाना ही है।
  • एशिया कप में भारत मौजूदा चैंपियन है। गंभीर की कोचिंग में टीम इंडिया 2 एशिया कप भी खेलेगी। 2025 का टूर्नामेंट टी-20 और 2027 का वनडे फॉर्मेट में होगा। इसी टूर्नामेंट से एशियन टीमों के वर्ल्ड कप की तैयारी भी पुख्ता होती है। ऐसे में गंभीर के सामने इनमें भी भारत को अच्छा परफॉर्म करवाने की चुनौती है।

टेस्ट क्रिकेट में जीत का सिलसिला शुरू करना

भारतीय टीम दुनिया की सबसे बेहतरीन टेस्ट टीमों में से एक है, लेकिन 2019 में शुरू हुई आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप में उन्हें अभी तक कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है। हालांकि, ‘बड़ी सफलता नहीं मिली’ कहना शायद सही न हो, क्योंकि वो दो बार (2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ और फिर 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच चुके हैं।

लेकिन दोनों ही फाइनल भारत हार गया और चैंपियन बनने से चूक गया। गंभीर के लिए सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी ये सुनिश्चित करना होगी कि भारत आखिरकार वो इकलौती ट्रॉफी जीत ले, जो अभी उनकी कैबिनेट में शामिल नहीं है।

चैलेंज-3: नई टी-20 टीम तैयार करना

भारत को 2024 का टी-20 वर्ल्ड चैंपियन बनाने के बाद टीम के 3 दिग्गजों कप्तान रोहित शर्मा, बैटर विराट कोहली और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने इस फॉर्मेट से संन्यास ले लिया। जिम्बाब्वे दौरे पर युवा टीम इंडिया भेजी गई, ऐसा ही कुछ श्रीलंका दौरे पर भी देखने को मिलेगा।

  • गंभीर के सामने 2026 के वर्ल्ड कप तक इस फॉर्मेट में भारत की बेस्ट टीम तैयार करने की चुनौती है। साथ ही उन्हें रोहित, कोहली और जडेजा के रीप्लेसमेंट भी इतने टाइम में तैयार कर लेने होंगे, जो अगले वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की जिम्मेदारी संभालें।
  • गंभीर ने IPL में KKR टीम को अपनी कप्तानी में 2 बार और मेंटरशिप में एक बार चैंपियन बनाया। टी-20 फॉर्मेट के इस टूर्नामेंट में सफलता के कारण ही गंभीर को कोच बनाने का मुद्दा तेजी से बढ़ा था। ऐसे में उनसे खासतौर पर इसी फॉर्मेट में भारत को चैंपियन टीम बनाने की उम्मीद की जा रही है।

चैलेंज-4: सीनियर प्लेयर्स के साथ केमिस्ट्री

टी-20 फॉर्मेट से तो 3 सीनियर प्लेयर्स ने संन्यास ले लिया, लेकिन ये तीनों खिलाड़ी वनडे और टेस्ट फॉर्मेट में खेलना जारी रखेंगे। रोहित, विराट और जडेजा 2 फॉर्मेट खेल रहे हैं, वहीं रविचंद्रन अश्विन लंबे समय से टेस्ट टीम का हिस्सा हैं। ऐसे में देखना अहम होगा कि गंभीर इन 4 प्लेयर्स से किस तरह की केमिस्ट्री बैठाते हैं।

  • गंभीर के पास सीनियर प्लेयर्स के रीप्लेसमेंट ढूंढने की भी चुनौती है। 35-35 साल के जडेजा और कोहली 2027 तक वनडे और टेस्ट खेल सकते हैं। वहीं 37-37 साल के रोहित और अश्विन के 2025 से 2027 के दौरान संन्यास लेने की आशंका है। ऐसे में गंभीर के सामने सीनियर्स के टीम में रहते हुए ही इनका बेस्ट ऑप्शन तैयार करने की चुनौती है।
  • कुल मिलाकर गंभीर को सीनियर प्लेयर्स की तरह ही खिलाड़ी तैयार करने होंगे, जो मुश्किल परिस्थिति में टीम को संभालकर जिता सकें, क्योंकि ये चारों सीनियर्स ही पिछले 12-13 साल से टीम की रीढ़ बने हुए हैं।

चैलेंज-5: ऑल फॉर्मेट लीडर तैयार करना

रोहित शर्मा टी-20 फॉर्मेट से संन्यास ले चुके हैं। उनकी जगह हार्दिक पंड्या इस फॉर्मेट में भारत की कमान संभालने के बड़े दावेदार हैं। रोहित का 2025 तक वनडे और टेस्ट में कप्तान रहना तय है। वनडे में तो उनकी जगह 30 साल के पंड्या ही कप्तान बनाए जा सकते हैं, लेकिन हार्दिक टेस्ट नहीं खेलते। ऐसे में रोहित के बाद भारत का टेस्ट कप्तान कौन होगा, यह चुनौती है।

  • टीम इंडिया में लंबे समय से यह फिलॉसफी रही कि तीनों फॉर्मेट में एक ही कप्तान होना चाहिए। इसी कारण 2008 के बाद एमएस धोनी, 2017 से विराट कोहली और 2022 से रोहित शर्मा ने तीनों फॉर्मेट में भारत को लीड किया। अगर यही फिलॉसफी जारी रही तो गंभीर के सामने टीम इंडिया का ऑल फॉर्मेट कप्तान तैयार करने की भी चुनौती है।
  • ऑल फॉर्मेट कप्तान की पोजिशन के लिए टीम में केएल राहुल, जसप्रीत बुमराह, श्रेयस अय्यर और शुभमन गिल के ऑप्शन हैं। 2024 के IPL में KKR ने खिताब जीता, इस टीम की कप्तानी श्रेयस ने की। ऐसे में उनकी दावेदारी भी बन सकती है।
  • हालांकि, रोहित अगर 2027 तक कप्तान बने रहे तो टीम इंडिया 4 साल तक टी-20 में नए कप्तान की लीडरशिप में उतरेगी। ऐसे में यह भी उम्मीद की जा सकती है कि गंभीर की कोचिंग में टीम इंडिया स्प्लिट कैप्टन यानी हर फॉर्मेट का अलग कप्तान बनाने की स्ट्रैटजी भी अपना सकती है। ऐसे में टी-20, वनडे और टेस्ट तीनों फॉर्मेट का अलग-अलग कप्तान भी हो सकता है।

राहुल द्रविड़ ढाई साल तक रहे कोच

गंभीर दिग्गज राहुल द्रविड़ का स्थान लेंगे। द्रविड़ नवंबर 2021 में भारत के हेड कोच बने थे। उन्होंने रवि शास्त्री की जगह ली थी, जिनकी कोचिंग में टीम 2021 के टी-20 वर्ल्ड कप में ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी। द्रविड़ ने यहां से टीम को संभाला और ICC खिताब भी दिलवाया।

द्रविड़ के कार्यकाल में टीम 2022 के टी-20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल तक पहुंची। 2023 में फिर WTC और वनडे वर्ल्ड कप में रनर-अप रही। टीम को दोनों बार ऑस्ट्रेलिया से करारी हार मिली, लेकिन द्रविड़ का कार्यकाल बढ़ा दिया गया। द्रविड़ ने फिर 2024 में टीम को टी-20 वर्ल्ड कप का चैंपियन बनाया और भारत के ICC ट्रॉफी का इंतजार खत्म हुआ। टी-20 वर्ल्ड कप के रूप में 2013 के बाद भारत ने पहला ही ICC टूर्नामेंट जीता।

द्रविड़ की कोचिंग में भारत ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को घर में टेस्ट सीरीज हराईं। वहीं साउथ अफ्रीका में सीरीज 1-1 से ड्रॉ कराईं। इतना ही नहीं, टीम इंडिया इस दौरान तीनों फॉर्मेट की ICC रैंकिंग में नंबर-1 टीम भी बनी। यानी गंभीर के सामने 5 बड़े चैलेंज के रूप में द्रविड़ के सफल कैंपेन को आगे ले जाने की पहाड़ जैसी चुनौती है।

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सुशीला मीणा को लेकर BCCI और RCA घोर उदासीन, नेताओं ने TRP बढ़ाई धरातल पर कोई सहायता नहीं

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 24 दिसंबर 2024 | जयपुर : क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने जैसे ही ये लिखकर वीडियो शेयर किया। कुछ ही मिनटों में प्रतापगढ़ के धरियावद तहसील की 12 साल की सुशीला मीणा देशभर में चर्चित हो गई। राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले की सुशीला मीणा लगातार सोशल मीडिया पर छाई हुईं हैं।

सुशीला मीणा को लेकर BCCI और RCA घोर उदासीन

पांचवीं कक्षा की छात्रा सुशीला मीणा अपनी शानदार गेंदबाजी के कारण चर्चा का विषय बनी हुई है। उनकी गेंदबाजी का एक्शन पूर्व भारतीय क्रिकेटर जहीर खान की याद दिलाता है। भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने भी सुशीला मीणा का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था। 

सुशीला मीणा को लेकर BCCI और RCA घोर उदासीन

दुनियाभर में सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई वैसे तो सारे विश्व में कई देशों को आर्थिक और तकनीकी सहयोग डेटा है, पर आदिवासी बालिका सुशीला मीणा को लेकर अब तक कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है। यह बहुत ही अफसोसजनक है।

नेताओं ने TRP बढ़ाई धरातल पर कोई सहायता नहीं

क्रिकेटर जहीर खान, बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा, राजस्थान की डिप्टी CM दीया कुमारी और आप सांसद संजय सिंह जैसे बड़े लोगों ने तारीफों के पुल बांध दिए। लेकिन सुशीला की कहानी सिर्फ 30 सेकेंड की रील भर नहीं है। रील से इतर सुशीला की रियल स्टोरी जानने के लिए मूकनायक मीडिया टीम उनके घर पहुंची। 

राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) ने ग्रामीण प्रतिभाओं को निखारने के उद्देश्य से सुशीला मीणा को गोद लेने के लिए कहा है।  एडहॉक कमेटी के संयोजक विधायक जयदीप बिहानी ने बताया कि RCA सुशीला की पढ़ाई, कोचिंग और खेल से जुड़ा सारा खर्च वहन करेगा। 

27-28 दिसंबर को जयपुर में इस पहल की आधिकारिक घोषणा की जायेगी। यह कदम प्रदेश की अन्य प्रतिभाओं के लिए भी एक प्रेरणा साबित होगा। पर अभी तक किसी भी पदाधिकारी ने सुशीला मीणा से कोई संपर्क नहीं किया है।

सचिन तेंदुलकर द्वारा वीडियो साझा किए जाने के बाद वह सुर्खियों में आ गईं। उनकी बाएं हाथ की गेंदबाजी शैली को क्रिकेट प्रेमियों ने जहीर खान से जोड़कर देखा है। राजस्थान रॉयल्स के उपाध्यक्ष राजीव खन्ना ने कहा कि होनहार बालिका सुशीला मीणा को एकेडमी से जोड़ा जायेगा। ताकि उसे अच्छी ट्रेनिंग दी जा सके और उसकी प्रतिभा में और ज्यादा निखार लाया जा सके।

राजस्थान रॉयल्स की ओर से लड़कियों के लिए एकेडमी का संचालन करती है जहां कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महिला खिलाड़ी प्रशिक्षण लेती हैं। इस एकेडमी से सुशीला को भी जोड़ा जाएगा। अब देखना ये है, कि RCA सुशीला मीणा को कितना तराश पाता है?

चूल्हे पर खाना बनातीं सुशीला की मां। घर में गैस चूल्हा है, लेकिन सिलेंडर भरवाने के पैसे नहीं हैं।
चूल्हे पर खाना बनातीं सुशीला की मां घर में गैस चूल्हा है लेकिन सिलेंडर भरवाने के पैसे नहीं

दो साल से सिलेंडर नहीं भरवाया

सुशीला के पिता रतन मीणा अहमदाबाद में मजदूरी करते हैं। पहले मां शांतिबाई भी मजदूरी करती थीं। अब बच्चों की पढ़ाई के लिए घर संभालती हैं। रतन ने बताया कि 2017 में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत गांव में ही छोटा प्लॉट मिला था। पहली किस्त के बाद घर का काम पूरा नहीं करवा सके।

पत्नी की बीमारी में योजना के तहत मिले 80,000 रुपए खर्च हो गए। एक बाइक ली थी। उसकी भी दो महीने की किस्त बाकी है। सरकार की ओर से गैस चूल्हा और LPG कनेक्शन मिला था। बीते दो साल से सिलेंडर नहीं भरवाया है। शांति चूल्हे पर ही खाना बनाती हैं। शांति ने बताया कि सुशीला का वीडियो सामने आने के बाद रविवार को इतने मेहमान आए कि चीनी-दूध खत्म हो गया।

जिस घर में रह रहे हैं वह छप्पर और घास–फूस से बना है। इसी घर में सुशीला माता-पिता और दो भाई रवीन्द्र और जितेन्द्र के साथ रहती हैं। रतन कहते हैं मुफ्त बिजली का भी कोई लाभ नहीं, क्योंकि गांव में लाइट बहुत कम रहती है।

घर में न टीवी है न कोई अन्य सुविधा। पढ़ाई के लिए तीनों भाई–बहन इमरजेंसी लाइट का इस्तेमाल करते हैं। रतन बोले कि मेरे पास बेटी के क्रिकेट का सामान खरीदने का भी पैसा नहीं है। भामाशाह अब मदद कर रहे हैं तो उम्मीद है बेटी आगे बढ़ सकेगी। कई बड़े लोग सुशीला से फोन पर बात कर रहे हैं या मिलने आ रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी ने मदद का जज्बा नहीं दिखाया है।

सरकारों के तमाम दावों के बाद भी राजस्थान के दूर-दराज इलाकों में लाइट न के बराबर ही आती है। सुशीला और उसके भाई-बहन भी लाइट कटौती के कारण काफी परेशान रहते हैं।

सरकारों के तमाम दावों के बाद भी राजस्थान के दूर-दराज इलाकों में लाइट न के बराबर ही आती है। सुशीला और उसके भाई-बहन भी लाइट कटौती के कारण काफी परेशान रहते हैं।

स्कूल के पास लेदर बॉल खरीदने तक के पैसे नहीं

गांव के जिस प्राइमरी स्कूल में सुशीला पढ़ती है, वहां न ग्राउंड है न खेलने की सुविधा। क्रिकेट खेलने का सामान भी सुशीला को उनके अध्यापक ईश्वरलाल ने खरीदकर दिया है। वायरल वीडियो में जिस जगह सुशीला बॉलिंग करते दिख रही है वह स्कूल का कंपाउंड है।

सुशीला पहले यहीं दीवार पर कोयले से विकेट बनाकर वह प्रैक्टिस करती थी। किट आने के बाद विकेट के सामने बॉल करने लगीं। जर्जर स्कूल में 9 अध्यापक थे। कुछ महीने पहले एक साथ चार अध्यापकों का ट्रांसफर हो गया। तब से कोई टीचर नहीं आया है। पांच अध्यापकों के भरोसे स्कूल के सारे बच्चे हैं।

स्कूल के बाद ईश्वर बच्चों को प्रैक्टिस करवाते हैं। लेदर बॉल महंगी होने के कारण वह टेनिस बॉल से प्रैक्टिस करती हैं। स्कूल ही नहीं पूरे गांव और धरियावद में बच्चों के खेलने के लिए कोई ग्राउंड नहीं है।

प्रतापगढ़ और धरियावद के सरकारी अधिकारी, राजनेता और प्रतापगढ़ विधायक राजस्व मंत्री हेमंत मीणा भी सुशीला से मिलने आए। भास्कर ने जब गांव में सुविधा बढ़ाने का सवाल किया तो किसी के पास जवाब नहीं था। मंत्री जी वायरल वीडियो को ही मदद पाने की व्यवस्था बताकर चले गए।

सुशीला नंगे पांव ही खेलने की आदी है। जूते पहनकर वह बॉल नहीं कर पाती।
सुशीला नंगे पांव ही खेलने की आदी है जूते पहनकर वह बॉल नहीं कर पाती

तीन साल पहले शुरू किया खेलना, 12 महीने में सीखा एक्शन

सुशीला ने बताया कि उन्हें क्रिकेट का शौक तीन–चार साल पहले लगा। उनके ताऊ की बेटी रेणुका मीणा भी कुछ समय पहले ऐसे ही बैटिंग करते वायरल हुई थीं। अब वह जयपुर में ट्रेनिंग कर रही हैं। उससे भी काफी प्रेरणा मिली।

बीते तीन साल से स्कूल में अपने टीचर ईश्वरलाल मीणा के साथ क्रिकेट की बारीकियां सीख रही हैं। साल भर पहले इस तरह का हाई आर्म एक्शन करना चालू किया। करीब 1 साल दिन-रात प्रैक्टिस कर एक्शन को सुधारा। सुशीला का कहना है कि-

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मुझे नहीं पता था कि मेरा बॉलिंग एक्शन किसी बड़े गेंदबाज (जहीर खान) जैसा है। मैं सचिन तेंदुलकर को भी नहीं जानती, लेकिन बड़ी होकर क्रिकेटर बनना है।

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सुशीला ने गांव और स्कूल में लड़कों को देख क्रिकेट खेलना शुरू किया था। आज उनकी तेज बॉलिंग के सामने गांव का कोई लड़का नहीं टिक पाता। स्कूल का ग्राउंड छोटा होने के कारण उनका रनअप बमुश्किल 10 कदम का है, लेकिन इसके बावजूद जो स्पीड उनकी बॉल में है वह कमाल है।

टीचर ईश्वरलाल मीणा सुशीला को क्रिकेट की बारीकियां सिखा रहे हैं।
टीचर ईश्वरलाल मीणा सुशीला को क्रिकेट की बारीकियां सिखा रहे हैं

यूट्यूब ट्यूटोरियल से सीखे गुर, वेरिएशन पर कर रहीं काम

पांचवीं कक्षा की छात्रा सुशीला के कोच ईश्वरलाल कहते हैं कि 2017 में सुशीला के गांव के प्राइमरी स्कूल में पोस्टिंग हुई। इसी दौरान सुशीला ने ड्रॉपआउट के बाद दोबारा तीसरी कक्षा में प्रवेश लिया था। तीन साल से उसे खेल सिखा रहे हैं।

मीणा ने बताया कि पहले उसका एक्शन ऐसा नहीं था। बॉलिंग में उसका हाई एंड एक्शन देखकर उसे सुधारना शुरू किया। वह बॉल की ग्रिप, आउट स्विंग, इन स्विंग और यॉर्कर बहुत अच्छी करती है। सुशीला को यूट्युूब पर बॉलिंग ट्यूटोरियल देखकर ईश्वर ने ही ट्रेंड किया है।

सुशीला का पहला वीडियो 7 दिन पहले वायरल हुआ था, जिस पर 28 मिलियन व्यूज थे। दूसरे वीडियो को 38.6 मिलियन लोगों ने देखा। वहीं जिस वीडियो ने सबसे ज्यादा धूम मचाई उस पर 44.6 मिलियन व्यूज आ चुके हैं और यह अब भी वायरल है। ईश्वरलाल का कहना है कि सरकार की ओर से स्कूल को सुविधाएं मिले तो हर घर में सुशीला जैसी खिलाड़ी निकल सकती हैं।

घर के बाहर सुशीला के माता-पिता व परिचित।
घर के बाहर सुशीला के माता-पिता व परिचित

मां बोली मैं नहीं पढ़ सकी, बेटी को जरूर आगे बढ़ाऊंगी

सुशीला की मां शांति बाई खुद 5वीं तक पढ़ी हैं। शादी भी 20 की उम्र में हो गई। आज तीन बच्चे हैं। सुशीला को मिली तारीफें सुनकर कहती हैं- चाहे कुछ हो जाए, बेटी को पढ़ाऊंगी और खेल में आगे बढ़ाऊंगी। हर कोशिश करुंगी जिससे बेटी का क्रिकेटर बनने का सपना पूरा हो सके।

वहीं सुशीला की दादी सुखमी बोलीं- हमारी उम्र में घर से बाहर निकलने दिया जाता था, वही बहुत था। आज मेरी दो पोतियां क्रिकेट खेल रही हैं बड़ी बात है। मेरी यही दुआ है कि खूब खेलें और नाम रोशन करें।

फोरी तौर पर अब तक इन्होंने बढ़ाए मदद को हाथ

  • आदित्य बिरला ग्रुप ने बच्ची को देश में कहीं भी पढ़ने और ट्रेनिंग लेने का आश्वासन दिया है।
  • मिस इंडिया 2022 की ओर से 51,000 की राशि देने की घोषणा की गई है।
  • क्रिकेटर अशोक मेनारिया के कोच ने भी उदयपुर में अपनी कोचिंग में ट्रेंड करने की बात कही है।
  • रोहित शर्मा और शार्दुल ठाकुर के कोच ने भी सुशीला को मुंबई बुलाया है।
वीडियो सामने आने के बाद राजस्व मंत्री हेमंत मीणा भी सुशीला से मिलने पहुंचे।
वीडियो सामने आने के बाद राजस्व मंत्री हेमंत मीणा भी सुशीला से मिलने पहुंचे

60 किमी दूर कैसे खेलने जायें बेटियां

राजस्व मंत्री हेमंत मीणा ने रविवार को सुशीला के घर पहुंचकर उससे मुलाकात की। भास्कर रिपोर्टर ने उनसे गांव में खेल की सुविधाएं और ग्राउंड विकसित करने के बारे में पूछा। मीणा बोले- यह सही है कि धरियावद में ग्राउंड और सुख सुविधाओं की समस्या है। प्रतापगढ़ में जिला हेडक्वार्टर पर आएं। यहां बालिकाओं के लिए खेल छात्रावास की पूरी व्यवस्था है।

यह भी पढ़ें : मप्र RTO को खुली छूट सरकार अंधी है जितना मर्ज़ी लूट करोड़ों के भ्रष्टाचार का भंडाफोड़

मंत्री जी यह भूल गए कि सुशीला के गांव रमेरा तालाब से प्रतापगढ़ की दूरी करीब 60 किमी है। हालांकि, बाद में उन्होंने कहा- अगर गांव के लिए भी भविष्य में जरूरत पड़ती है तो ग्राउंड के लिए जमीन देने का काम हम करेंगे।

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गाबा टेस्ट फॉलोऑन बचने पर खुशी से झूम उठे कोहली-रोहित और गंभीर

गाबा टेस्ट फॉलोऑन बचने पर खुशी से झूम उठे कोहली-रोहित और गंभीर

गाबा टेस्ट फॉलोऑन बचने पर खुशी से झूम उठे कोहली-रोहित और गंभीर

आकाशदीप ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस की गेंद पर चौका लगातार फॉलोऑन टाला। इसके बाद उन्होंने कमिंस की ही गेंद पर छक्का भी जमाया। इन दोनों शॉट पर भारतीय ड्रेसिंग रूम का रिएक्शन देखने लायक था। कोच गौतम गंभीर, विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा खुशी से झूम उठे।

फॉलोऑन से बचने पर कोहली, रोहित और गंभीर ने हाईफाई सेलिब्रेशन किया

विराट कोहली, गौतम गंभीर को हाई-फाई देकर सेलिब्रेट करते हुए।
विराट कोहली, गौतम गंभीर को हाई-फाई देकर सेलिब्रेट करते हुए

भारतीय पारी का 75वां ओवर कप्तान कमिंस लेकर आए। इस ओवर से पहले भारत को फॉलोऑन बचाने के लिए मात्र 4 रन की जरूरत थी। कमिंस की दूसरी ही बॉल पर आकाश दीप ने कट शॉट खेलकर गली की दिशा में चौका लगा दिया।

इस चौके के बाद ड्रेसिंग रुम में मौजूद भारतीय कोच गौतम गंभीर और विराट कोहली के खुशी का ठिकाना नहीं रहा। दोनों ने एक दूसरे को ताली देकर हाई-फाई सेलिब्रेशन किया। इसके बाद कोहली ने रोहित के साथ भी हाईफाई किया।

आकाश दीप ने चौका लगाकर फॉलोऑन बचाया।
आकाश दीप ने चौका लगाकर फॉलोऑन बचाया
  • आकाश दीप के सिक्स से चौंक गए कोहली
आकाश दीप के छक्के के बाद कोहली का रिएक्शन।
आकाश दीप के छक्के के बाद कोहली का रिएक्शन

75वें ओवर की चौथी बॉल पर आकाश दीप ने कमिंस को मिडविकेट के ऊपर से सिक्स लगा दिया। फुल लेंथ की बॉल पर आकाश ने स्टेडियम की दूसरी मंजिल पर सिक्स लगाया। इस छक्के को देखने पवेलियन पर मौजूद कोहली अपनी सीट से खड़े होकर खिड़की की तरफ आ गए। यहां उनका रिएक्शन चौकाने वाला था।

आकाश दीप चौथे दिन के स्टंप्स तक 27 रन पर नाबाद हैं। उन्होंने बुमराह (10*) रन के साथ आखिरी विकेट के लिए 54 बॉल पर नाबाद 39 रन जोड़ लिए हैं। पवेलियन पर लौटने पर पूरी टीम ने दोनों को स्टैंडिंग ओवेशन दिया।

आकाश दीप ने कमिंस को मिडविकेट पर सिक्स लगाया।
आकाश दीप ने कमिंस को मिडविकेट पर सिक्स लगाया
आकाश दीप और बुमराह को स्टैंडिंग ओवेशन देते रोहित, कोहली और गंभीर।
आकाश दीप और बुमराह को स्टैंडिंग ओवेशन देते रोहित, कोहली और गंभीर

2. दिन की पहली बॉल पर राहुल को जीवनदान

केएल राहुल का जब कैच छूटा तब वे 33 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। ​चौथे दिन की पहली बॉल पर केएल राहुल को जीवनदान मिला। पैट कमिंस की गुड लेंथ बॉल को एक्स्ट्रा बाउंस मिला और राहुल मात खा गए।

बॉल बल्ले के बाहरी किनारा लेकर दूसरी स्लिप पर खड़े स्मिथ के पास चली गई। हालांकि स्मिथ तैयार नहीं थे और कैच ड्रॉप हो गया। इससे पहले, प्रैक्टिस के दौरान जोश हेजलवुड इंजरी हुए। वे दिन के खेल में नहीं उतरे हैं।

राहुल भारत के लिए पहली इनिंग में टॉप स्कोरर रहे, उन्होंने 84 रन की पारी खेली।
राहुल भारत के लिए पहली इनिंग में टॉप स्कोरर रहे, उन्होंने 84 रन की पारी खेली

3. स्मिथ ने डाइव लगाकर एक हाथ से राहुल का कैच पकड़ा

केएल राहुल का 84 रन पर स्मिथ ने कैच लिया।
केएल राहुल का 84 रन पर स्मिथ ने कैच लिया

43वें ओवर में भारत ने छठा विकेट गंवाया। यहां केएल राहुल 84 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें नाथन लायन ने स्टीव स्मिथ के हाथों कैच कराया। स्मिथ ने डाइव लगाकर कैच पकड़ा। यहां 67 रन की पार्टनरशिप ब्रेक हुई।

4. रवींद्र जडेजा स्पेशल बैट से खेलने उतरे

रवींद्र जडेजा के बैट पर 'मारवाड़ी स्टैलियन' लिखा था।
रवींद्र जडेजा के बैट पर ‘मारवाड़ी स्टैलियन’ लिखा

तीसरे मैच के दौरान जडेजा स्पेशल बैट से खेलने उतरे। वह जब बैटिंग करने आए तब उनके बल्ले पर ‘मारवाड़ी स्टैलियन’ लिखा था और घोड़े का स्टिकर लगा हुआ था। मारवाड़ी स्टैलियन राजस्थान के जोधपुर क्षेत्र के घोड़ों की एक नस्ल है। जडेजा को घोड़ों का बहुत शौक है। जडेजा ने इस मैच में 123 बॉल पर 77 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली।

5. बारिश से परेशान हुए स्टार्क

बारिश से खेल रुकने के बाद स्टार्क का रिएक्शन कुछ ऐसा था।
बारिश से खेल रुकने के बाद स्टार्क का रिएक्शन कुछ ऐसा था
स्टार्क के निराश होने के बाद अंपायर उन्हें समझाते हुए।
स्टार्क के निराश होने के बाद अंपायर उन्हें समझाते हुए

ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क मैच में लगातार बारिश की खलल से परेशान हो गए। 63वें ओवर में आज चौथी बार बारिश से खेल रुका। यहां स्टार्क ओवर की तीसरी बॉल डालने के लिए तैयार थे। लेकिन बारिश को तेज होता देख अंपायर ने उन्हें बॉलिंग करने से रोक दिया। स्टार्क ने अंपायर को ओवर पूरा करने के लिए बोला, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इसके बाद वे फ्रस्टेटेड दिखे।

6. कैरी का डाइविंग कैच

एलेक्स कैरी ने डाइव लगाकर सिराज का कैच लपका।
एलेक्स कैरी ने डाइव लगाकर सिराज का कैच लपका

63वें ओवर में स्टार्क की बॉल पर विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने अपनी दाहिनी तरफ छलांग लगाते हुए शानदार कैच लिया। यहां सिराज स्टार्क की फुल लेंथ बॉल पर ड्राइव शॉट खेलने गए, बैट का बाहरी किनारा लगा और कैरी ने शानदार कैच लिया। सिराज 1 रन बनाकर आउट हुए।

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गूगल पर ट्रेंड कर रहे जडेजा भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने गाबा टेस्ट के चौथे दिन 77 रन की पारी खेलकर भारत को फॉलोऑन खेलने से बचाया। इसके बाद वह गूगल पर ट्रेंड कर रहे हैं।

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