मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 25 जुलाई 2024 | जयपुर : प्रदेशभर के वाल्मीकि सफाई कर्मचारी सफाई कर्मचारी भर्ती मस्टररोल के आधार पर ही करने सहित पांच मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। पहले दिन करीब 5800 सफाईकर्मियों ने काम नहीं कियाद्ध। संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के बैनर तले कर्मचारियों ने जयपुर सहित प्रदेशभर में बुधवार को न तो घर-घर कचरा उठाया और न ही सड़कें साफ कीं।
हड़ताल : सफाई कर्मचारी 26 को निकालेंगे मुख्य बाजारों से जुलूस
इन कर्मचारियों ने न तो गली-मोहल्लों में हूपर चलाए और न ही घर-घर कचरा उठाया। सड़कों और बाजारों से भी कचरा नहीं उठाया और न ही झाडू लगाई। नगर निगम के कार्यालयों में भी वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारियों ने सफाई कार्य नहीं किया। सड़कों पर जगह-जगह कचरा बिखरा रहा।
दूसरी ओर, गैर वाल्मीकि समाज के 2200 सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल का बहिष्कार किया। जयपुर में पहले दिन सभी हड़ताली कर्मचारियों ने सभी वार्डों में हाजिरीगाहों पर एकत्र होकर प्रदर्शन किया। इसके बाद संयोजक समिति व विभिन्न सफाई कर्मचारी संगठनों ने बैठक की। बैठक में सर्वसम्मति से 26 जुलाई को मुख्य बाजारों से सुबह 10 बजे जुलूस रैली निकालने का निर्णय लिया।
लॉटरी के आधार पर हो रही भर्ती का विरोध
हड़ताली कर्मचारियों ने कहा कि स्वायत्त शासन विभाग की ओर से प्रदेश के 186 निकायों में जो 24797 पदों पर सफाई कर्मचारी भर्ती लॉटरी के आधार पर वर्ष 2018 की तर्ज पर कराई जा रही है। इसका सभी पुरजोर विरोध करते हैं। भर्ती समझौते के तहत मस्टररोल के आधार पर ही कराई जाए।
ग्रेटर निगम ने यह की वैकल्पिक व्यवस्था
स्वास्थ्य उपायुक्त नवीन भारद्वाज ने बताया कि हड़ताल के पहले दिन ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में निगम के 100 हूपर डोर-टू-डोर कचरा उठाने गए। इसके अलावा कॉन्ट्रेक्ट की 500 गाड़ियां भी कचरा लेंगी। कुछ वार्ड में इन गाड़ियों को रोकने की शिकायत मिली थी, इस पर समझाइश करके वापस सुचारू कर दिया गया। साथ ही लोडर डम्पर ने भी जगह-जगह डिपो से कचरा उठाया।
दोनों निगमों में गैर वाल्मीकि कर्मियों ने की सफाई
दूसरी ओर, गैर वाल्मीकि समाज के 2200 सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल का बहिष्कार किया और काम पर रहे। कर्मचारी नेता राकेश मीणा ने बताया कि ग्रेटर नगर निगम के 1300 और हेरिटेज के 900 गैर वाल्मीकि कर्मचारी हड़ताल में शामिल नहीं हुए हैं। सफाई व्यवस्था में शामिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शहर की जनता को परेशान नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज के नेता और कर्मचारी भर्ती में जो मांग कर रहे हैं, वह संवैधानिक रूप से गलत है। संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष को सभी सफाई कर्मचारियों के हित की बात करनी चाहिए।