8वें वेतन आयोग के बाद सबकी होगी बल्ले बल्ले, इतनी बढ़ेगी सबकी सैलरी

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 18 जनवरी 2025 | जयपुर : कर्मचारियों के लंबे इंतजार को खत्म करते हुए मोदी सरकार ने 8वें वेतन आयोग को हरी झंडी दे दी है। यह खबर तमाम अटकलों पर विराम लगाती है और सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आयी है। 2026 में, सरकारी कर्मचारियों के वेतन में भारी वृद्धि होने की उम्मीद है।

8वें वेतन आयोग के बाद सबकी होगी बल्ले बल्ले, इतनी बढ़ेगी सबकी सैलरी

हालांकि, अभी तक वेतन आयोग का गठन नहीं किया गया है और सरकार ने इस बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी है, लेकिन यह तय है कि जल्द ही आयोग के सदस्यों की नियुक्ति की जायेगी। इसके बाद, आयोग अपनी रिसर्च के आधार पर वेतन और पेंशन बढ़ाने के प्रस्ताव सरकार को सौंपेगा।

8वें वेतन आयोग के बाद सबकी होगी बल्ले बल्ले, इतनी बढ़ेगी सबकी सैलरी

इस खबर से सभी सरकारी कर्मचारी खुश हैं, लेकिन एक सवाल जो हर किसी के मन में है, वह यह है कि 8वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद उनकी बेसिक सैलरी में कितनी वृद्धि होगी? इस बारे में अभी निश्चित रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है।

लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स और 7वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद बेसिक सैलरी में हुई वृद्धि के आधार पर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि 8वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद चपरासी से लेकर आईएएस अधिकारियों और मुख्य सचिवों तक सभी के बुनियादी वेतन में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी।

वेतन मैट्रिक्स क्या कहता है?

वेतन मैट्रिक्स को देखें तो, 7वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद, लेवल-1 (जिसमें चपरासी और सफाई कर्मचारी शामिल हैं) का बेसिक वेतन 18,000 रुपये हो गया था। यह अनुमान है कि 8वें वेतन आयोग के लगने के बाद यह 21,300 रुपये हो जायेगा। इसी तरह, लेवल-2 के कर्मचारियों का बेसिक वेतन 19,900 रुपये से बढ़कर 23,880 रुपये हो सकता है।

वहीं लेवल-3 के कर्मचारियों का बुनियादी वेतन 21,700 रुपये से बढ़कर 26,040 रुपये तक पहुंच सकता है। लेवल-4 के कर्मचारियों का मूल वेतन 25,500 रुपये से बढ़कर 30,600 रुपये होने की उम्मीद है, जबकि लेवल-5 के कर्मचारियों का बेसिक वेतन 29,200 रुपये से बढ़कर 35,040 रुपये हो सकता है। लेवल 1 से 5 तक के कर्मचारियों का ग्रेड पे 1,800 रुपये से 2,800 रुपये के बीच हो सकता है।

लेवल 6 से 9 तक कितनी वृद्धि?

वेतन मैट्रिक्स के अनुसार, लेवल 6 से 9 तक के कर्मचारियों का ग्रेड पे 4,200 रुपये से 5,400 रुपये के बीच होता ह। इस श्रेणी में प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक, ग्राम विकास अधिकारी आदि कर्मचारी आते हैं। लेवल-6 के कर्मचारियों के बेसिक वेतन में 35,400 रुपये से 42,480 रुपये तक बढ़ने का अनुमान है।

जबकि लेवल-7 के कर्मचारियों के बेसिक वेतन में 44,900 रुपये से 53,880 रुपये तक बढ़ने का अनुमान है। इसी तरह, लेवल-8 के कर्मचारियों का बेसिक वेतन 47,600 रुपये से बढ़कर 57,120 रुपये हो सकता है, और लेवल-9 के कर्मचारियों को 53,100 रुपये से 63,720 रुपये तक वृद्धि का लाभ मिल हो सकता है।

लेवल 10 से 12 तक कितना होगा फायदा

लेवल 10 से 12 तक के कर्मचारियों का ग्रेड पे 5,400 रुपये से 7,600 रुपये के बीच होता है। 8वां वेतन आयोग लागू होने के बाद, इन कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में अच्छी खासी वृद्धि हो सकती है। लेवल 10 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 56,100 रुपये से बढ़कर 67,320 रुपये हो सकता है।

इसी तरह, लेवल 11 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 67,700 रुपये से बढ़कर 81,240 रुपये हो जाएगी, और लेवल 12 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 78,800 रुपये से बढ़कर 94,560 रुपये हो सकता है।

लेवल 13 और 14 तक कितनी वृद्धि?

वेतन मैट्रिक्स के अनुसार, लेवल 13 और 14 के कर्मचारी 8,700 रुपये से 10,000 रुपये के ग्रेड पे में आते हैं। 8वां वेतन आयोग लागू होने के बाद लेवल 13 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 1,23,100 रुपये से बढ़कर 1,47,720 रुपये हो सकती है जबकि लेवल 14 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 1,44,200 रुपये से बढ़कर 1,73,040 रुपये हो सकता है।

लेवल 15 से 18 तक कितनी वृद्धि?

लेवल 15 से 18 के बीच के कर्मचारी वरिष्ठ अधिकारी होते हैं, जिनमें आईएएस अधिकारी, सचिव और मुख्य सचिव शामिल हैं। आठवें वेतन आयोग के लागू होने के बाद, इन अधिकारियों के वेतन में भी अच्छी खासी वृद्धि होगी। लेवल 15 के कर्मचारियों का मूल वेतन 1,82,200 रुपये से बढ़कर 2,18,400 रुपये हो हो सकता है।

लेवल 16 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 2,05,400 रुपये से बढ़कर 2,46,480 रुपये हो जायेगी। लेवल 17 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 2,25,000 रुपये से बढ़कर 2,70,000 रुपये हो हो सकती है, और लेवल 18 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 2,50,000 रुपये से बढ़कर 3,00,000 रुपये हो सकती है।

बेसिक के अलावा अन्य भत्ते

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यहां केवल बेसिक सैलरी में होने वाली वृद्धि के बारे में बताया गया है। कर्मचारियों को मिलने वाले कुल वेतन में बेसिक के अलावा महंगाई भत्ता (Dearness Allowance – DA) और अन्य भत्ते भी शामिल होते है। इन सभी भत्तों को मिलाकर ही कर्मचारी का कुल वेतन निर्धारित किया जाता है। इसका मतलब है कि कर्मचारी के हाथ में आने वाली सैलरी बेसिक सैलरी से काफी ज्यादा हो सकती है।

8वें वेतन आयोग (पे-कमीशन) में संभावित सैलरी कितनी होगी?

1000 रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 920 रुपए मिल सकते हैं । 5000 रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 4600 रुपए बच सकते हैं। 10,000 रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 920 रुपए मिल सकते हैं। 20,000 रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 1840 रुपए मिल सकते हैं। 50,000 रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 4600 रुपए आ सकते हैं। 01 लाख रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 9200 रुपए मिल सकते हैं।

यह भी पढ़ें : तिरुपति मंदिर में भगदड़ 150 से ज्यादा भक्त घायल 4 की मौत

2 लाख रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 18,400 रुपए हो सकते हैं। 5 लाख रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 46,000 रुपए मिल सकते हैं। 10 लाख रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 92,000 रुपए हो सकते हैं। 20 लाख रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 1,84,000 रुपए मिल सकते हैं। 50 लाख रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 4,60,000 रुपए हो सकते हैं।

बिरसा अंबेडकर फुले फातिमा मिशन को आगे बढ़ाने के लिए ‘मूकनायक मीडिया’ को आर्थिक सहयोग कीजिए 

MOOKNAYAK MEDIA

At times, though, “MOOKNAYAK MEDIA’s” immense reputation gets in the way of its own themes and aims. Looking back over the last 15 years, it’s intriguing to chart how dialogue around the portal has evolved and expanded. “MOOKNAYAK MEDIA” transformed from a niche Online News Portal that most of the people are watching worldwide, it to a symbol of Dalit Adivasi OBCs Minority & Women Rights and became a symbol of fighting for downtrodden people. Most importantly, with the establishment of online web portal like Mooknayak Media, the caste-ridden nature of political discourses and public sphere became more conspicuous and explicit.

Related Posts | संबद्ध पोट्स

कैलिफोर्निया की आग में, लॉस एंजिलिस में कमला हैरिस का घर खाली कराया, हॉलीवुड स्टार्स के घर भी जले

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 09 जनवरी 2025 | जयपुर : अमेरिका में कैलिफोर्निया राज्य के लॉस एंजिलिस के जंगलों में लगी आग शहर तक पहुंच गई है। मंगलवार को लगी आग से अब तक 4,856 हेक्टेयर इलाका प्रभावित हुआ है। आग से करीब 1100 इमारतें पूरी तरह जल गई हैं और 28 हजार घरों को नुकसान पहुँचा है।

कैलिफोर्निया की आग में, लॉस एंजिलिस में कमला हैरिस का घर खाली कराया, हॉलीवुड स्टार्स के घर भी जले

अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में लॉस एंजिल्स के नजदीक जंगलों में लगी आग ने अब भयावह रूप ले लिया है। इस आग से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही 70000 हजार लोगों को घर छोड़ना पड़ा है। इसके अलावा हजारों इमारतें इस आग की चपेट में हैं।

कैलिफोर्निया की आग में, लॉस एंजिलिस में कमला हैरिस का घर खाली कराया, हॉलीवुड स्टार्स के घर भी जले

रिपोर्ट के मुताबिक पहले यह आग पेसिफिक पैलिसेड्स, ईटन और हर्स्ट के जंगलों में लगी जिसके बाद ये रिहायशी इलाकों में फैलने लगी। जंगल में फैल रही आग से अब 5 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 50 हजार लोगों को तुरंत घर खाली करने को कहा गया है। वहीं करीब 3 लाख लोगों को सुरक्षित जगह जाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने शहर में इमरजेंसी घोषित कर दी है।

कैलिफोर्निया के पॉश इलाके पैलिसेडेस में हॉलीवुड स्टार्स के बंगले बने हुए हैं। आग से कई बंगले जल गए हैं।

कैलिफोर्निया के पॉश इलाके पैलिसेडेस में हॉलीवुड स्टार्स के बंगले बने हुए हैं। आग से कई बंगले जल गए हैं।

लॉस एंजिलिस में आग से कई कम्युनिटी सेंटर्स और धर्मस्थल पूरी तरह जल चुके हैं।

लॉस एंजिलिस में आग से कई कम्युनिटी सेंटर्स और धर्मस्थल पूरी तरह जल चुके हैं। आग से लॉस एंजिलिस शहर के पॉश इलाके पैलिसेडेस में कई हॉलीवुड स्टार्स के बंगले जल गए हैं। मार्क हैमिल, पेरिस हिल्टन, जेमी ली कर्टिस, मैंडी मूर, मारिया श्राइवर, एश्टन कुचर , जेम्स वुड्स और लीटन मेस्टर समेत कई हॉलीवुड स्टार्स के घर आग की चपेट में आ गए। कई सेलिब्रिटीज को घर छोड़कर जाना पड़ा है।

आग की वजह से लॉस एंजिसिल के ब्रेटनवुड इलाके में बने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के घर को भी खाली करने के निर्देश दिए गए हैं। लॉस एंजिलिस अमेरिका का सबसे ज्यादा आबादी वाला काउंटी है। यहां 1 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं। प्रसिद्ध हॉलीवुड इलाके के नाम पर ही यहां की फिल्म इंडस्ट्री का नाम पड़ा है।

आग और उसमें जलते लॉस एंजिलिस शहर की 5 तस्वीरें

जंगलों की आग ने सबसे पहले शहर के बाहरी इलाकों में बने घरों को चपेट में लिया। घर-गाड़ियां जलकर खाक हो गए।

जंगलों की आग ने सबसे पहले शहर के बाहरी इलाकों में बने घरों को चपेट में लिया। घर-गाड़ियां जलकर खाक हो गए।

आग इतनी तेजी से फैली कि फायर फाइटर्स के पहुंचने से पहले ही दर्जनों घर पूरी तरह जल चुके थे

आग इतनी तेजी से फैली कि फायर फाइटर्स के पहुंचने से पहले ही दर्जनों घर पूरी तरह जल चुके थे

लॉस एंजिलिस में घरों के जलने की रफ्तार इतनी तेज थी कि हर तरफ आग ही दिखाई दे रही थी।

लॉस एंजिलिस में घरों के जलने की रफ्तार इतनी तेज थी कि हर तरफ आग ही दिखाई दे रही थी।

जंगलों की लॉस एंजिलिस के हिल टॉप तक पहुंच गई। आग से रात को पहाड़ी लाल दिखाई दे रही थी।

जंगलों की लॉस एंजिलिस के हिल टॉप तक पहुंच गई। आग से रात को पहाड़ी लाल दिखाई दे रही थी।

लॉस एंजिसिल के हिल टॉप पर कई सेलिब्रिटीज के बंगले जलकर खाक हो चुके हैं। आग अभी भी जारी है।

लॉस एंजिसिल के हिल टॉप पर कई सेलिब्रिटीज के बंगले जलकर खाक हो चुके हैं। आग अभी भी जारी है।

रेस्क्यू के लिए हेलिकॉप्टर-विमान से छिड़काव

कैलिफोर्निया में हेलिकॉप्टरों और विमानों से आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन तेज हवाओं और उनके दिशा बदलने की वजह से आग अलग-अलग जगहों पर फैल रही है। स्क्यू टीम हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जा रही है। स्कूलों, सामुदायिक केंद्रों और अन्य सुरक्षित जगहों को इमरजेंसी शेल्टर के तौर पर तैयार किया गया है।

आग बुझाने और रेस्क्यू की 5 तस्वीरें

आग से घिर चुके घरों पर फायर फाइटर्स प्रेशर मशीन से छिड़काव कर रहे हैं, ताकि आग और न फैल सके।

आग से घिर चुके घरों पर फायर फाइटर्स प्रेशर मशीन से छिड़काव कर रहे हैं, ताकि आग और न फैल सके।

आग से हवा जहरीली हो चुकी है। फायर फाइटर्स प्रोटेक्टिव मास्क पहनकर प्रभावित इलाकों में पहुंच रहे हैं।

आग से हवा जहरीली हो चुकी है। फायर फाइटर्स प्रोटेक्टिव मास्क पहनकर प्रभावित इलाकों में पहुंच रहे हैं।

फायर फाइटर्स पिछले 24 घंटे से लगातार आग बुझाने के काम में लगे हुए हैं, लेकिन आग फैलती गई है।

फायर फाइटर्स पिछले 24 घंटे से लगातार आग बुझाने के काम में लगे हुए हैं, लेकिन आग फैलती गई है।

आग के ऊपर विमानों से फोम का छिड़काव किया जा रहा है, ताकि आग आगे न फैले, हालांकि हवाओं से इसमें मुश्किल हो रही है।

आग के ऊपर विमानों से फोम का छिड़काव किया जा रहा है, ताकि आग आगे न फैले, हालांकि हवाओं से इसमें मुश्किल हो रही है।

लॉस एंजिलिस शहर के हिल टॉप इलाके में रेस्क्यू का जायजा लेने पहुंचे कैलिफोर्निया के गवर्नर फैलती हुई आग को देखते रहे।

चीड़ के सूखे पेड़ों में लगी आग, शहर तक फैली

लॉस एंजिलिस शहर के हिल टॉप इलाके में रेस्क्यू का जायजा लेने पहुंचे कैलिफोर्निया के गवर्नर फैलती हुई आग को देखते रहे। कैलिफोर्निया का लॉस एंजेलिस शहर पहाड़ों के बीच बसा है। यहां चीड़ के जंगल हैं। मंगलवार को चीड़ के सूखें पेड़ जलने से आग शुरू हुई। अगले कुछ घंटे में आग ने लॉस एंजिल्स के बड़े इलाके को अपनी चपेट में ले लिया। शहर की हवा जहरीली हो गई है। यहां AQI 350 पार हो गया है।

‘सांता सना’ हवाओं ने आग को तेजी से फैलाया

जंगलों में आग भड़कने के बाद करीब 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली ‘सांता सना’ हवाओं ने आग को तेजी से भड़का दिया। आमतौर पर पतझड़ के मौसम में चलने वाली ये हवाएं काफी गर्म होती हैं। ये दक्षिण कैलिफोर्निया को सबसे ज्यादा प्रभावित करती हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी भी हवाओं की रफ्तार काफी तेज बनी हुई है, इस वजह से आग लगातार फैलती जा रही है।

आपात शेल्टर तैयार किये गये

राष्ट्रीय मौसम सेवा ने कहा कि बुधवार को सुबह चलने वाली तेज हवाएं स्थिति को और बिगाड़ सकती है। लॉस एंजिल्स यूनिफाइड स्कूल डिस्ट्रिक्ट का कहना है कि आग के कारण पैसिफिक पैलिसेड्स क्षेत्र के तीन परिसरों से छात्रों को अस्थायी रूप से स्थानांतरित किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें : तिरुपति मंदिर में भगदड़ 150 से ज्यादा भक्त घायल 4 की मौत

बचाव दल लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। स्थानीय स्कूलों, सामुदायिक केंद्रों, और अन्य सुरक्षित स्थानों को आपात शेल्टर के रूप में तैयार किया गया है। खराब मौसम के कारण राष्ट्रपति जो बाइडन ने कैलिफोर्निया के रिवरसाइड काउंटी की यात्रा रद्द कर दी हैं। 

बिरसा अंबेडकर फुले फातिमा मिशन को आगे बढ़ाने के लिए ‘मूकनायक मीडिया’ को आर्थिक सहयोग कीजिए 

How to extract gold from unused mobile phones

MOOKNAYAK MEDIA BUREAU | January 02, 2025 | Jaipur : In these days, Cell phone recycling plays a major role in the recycling industry. Cell phone cards have a good quantity of gold. In this tutorial, I explain two types of cell phone recycling. Gold recovery from the cell phone is some critical but this can give you a handsome profit.

To extract the gold, you’ll need to use a chemical process. Aqua regia, a mixture of nitric acid and hydrochloric acid, is commonly used for this purpose. Here’s how you do it: Place the gold-bearing components in a glass container.

How to extract gold from unused mobile phones

BBC report says that Scientists have developed a new technique for recovering precious metals without using toxic chemicals. The team believe their method could help salvage some of the estimated 300 tonnes of gold used in electronic circuitry every year.

How to extract gold from unused mobile phones

Electrical waste is thought to contain as much as 7% of the world’s gold. Existing methods of extracting gold from circuit boards are inefficient and potentially hazardous as they involve toxic chemicals such as cyanide, the researchers said.

By studying the chemistry underpinning the extraction, the team said they were able to develop a compound that could be used to recover gold more effectively. There is actual gold in your phone, used because of its excellent conductivity and resistance to corrosion.

A smartphone might have around 0.034 grams of gold

However, the amount of gold contained in a phone is smaller than one might expect. On average, a smartphone might have around 0.034 grams of gold. “… And processes to extract the gold from the other materials. The extracted gold is then purified. And refined into pure gold bullion that can be sold or used for other purposes….”

Circuit boards are first immersed in a mild acid which dissolves their metal parts. An oily liquid containing the compound is then added, which extracts the gold from other metals. Prof Jason Love, from the university’s school of chemistry, said the discovery could help reduce the environmental impact of gold mining.

He said: “We are very excited about this discovery, especially as we have shown that our fundamental chemical studies on the recovery of valuable metals from electronic waste could have potential economic and societal benefits.”

How to extract gold from mobile phones

  • Hydrometallurgical methods

These methods include precipitation, solvent extraction, and leaching. Microwave pyrolysis can be used as a pre-treatments process to prevent the loss of precious metals. 

  • Chemical compound

Researchers have developed a compound that can be used to recover gold from printed circuit boards (PCBs). The process involves placing the PCBs in a mild acid to dissolve the metal parts, and then adding an oily liquid containing the compound to extract the gold. 

  • Electrolysis

An old laptop charger can be used for electrolysis to recover gold from a solution. Stainless steel can be used as the anode and steel wool as the cathode. After running the cell for a few hours, the gold should electroplate onto the steel wool. 

Existing methods of extracting gold from circuit boards can be inefficient and hazardous because they involve toxic chemicals like cyanide. The amount of gold in a SIM card is usually measured in milligrams or micrograms. For example, a typical SIM card may contain around 8 milligrams of gold. 

Kindly Donate to ‘Mooknayak Media’ For Magnify Birsa Ambedkar Phule Fatima Mission

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Color

Secondary Color

Layout Mode