अंबानी की शादी में नेता-अभिनेता बौराये, वही विदेशी मीडिया ने उड़ाया मजाक

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 13 जुलाई 2024 | जयपुर : दुल्हन की सोने के लहंगे में विदाई, बारात में थिरकीं मां नीता अंबानी, शाहरुख-सलमान ने साथ डांस किया। बस ! मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में 12 जुलाई की रात दुनिया के 10वें सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी ने अपने बेटे की शादी की। इस शादी में ब्रिटेन के 2 पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, टोनी ब्लेयर समेत कई बड़ी हस्तियां शामिल हुईं।

अंबानी की शादी में नेता-अभिनेता बौराये

अनंत की शादी में देश-विदेश के कई बड़े मेहमान पहुंचे। इतना ही नहीं भारत के राजनीतिक दलों के भी लोगों ने अनंत अंबानी की शादी में शिरकत की। लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी या उनके परिवार से कोई भी सदस्य शादी में नहीं पहुंचा। बिहारी इसलिए सदियों पहले ही कह गये “कनक कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय। या खाए बौराय जग, वा पाए बौराए”

अंबानी की शादी में नेता-अभिनेता बौराये

महीनों से चल रही इस शादी की जितनी चर्चा भारत में हुई, उतनी ही विदेश में भी रही। अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक के मीडिया घरानों ने शादी में हुए खर्च पर हैरानी जताई। अनंत जहां एशिया के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी के बेटे हैं, वहीं, राधिका मर्चेंट भारत के फार्मा टाइकून वीरेन मर्चेंट की बेटी हैं।

वही विदेशी मीडिया ने उड़ाया मजाक

जानिए अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी पर विदेशी मीडिया ने क्या लिखा है…

अमेरिकी मीडिया हाउस NYT न्यूयॉर्क टाइम्स

अंबानी परिवार की शादी पर अमेरिकी मीडिया हाउस न्यूयॉर्क टाइम्स ने भारत में आर्थिक असमानता पर सवाल उठाए। NYT ने लिखा सालभर तक चली शादी में दिखाई गई अमीरी ने सबका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया।

इस शादी ने भारत के अमीरों की जिंदगी की झलक पेश की है। तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और प्रोत्साहन देने वाली सरकार से भारत के अरबपतियों की संपत्ति तेजी से बढ़ी है। ये इंडियन इकोनॉमी के अधिराज बन गए हैं। फोन नेटवर्क्स और अस्पतालों से लेकर सुपरमार्केट्स तक उनके कंट्रोल में हैं।

NYT ने ऑक्सफैम और द राइज ऑफ बिलेनियर राज की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया है कि भारत में साल 2000 में सिर्फ 9 अरबपति थे। ये अब 200 हो चुके हैं। फोर्ब्स के मुताबिक इनके पास एक ट्रिलियन डॉलर हैं; जो देश की GDP का एक तिहाई है, जबकि इसी देश में एक बड़ी आबादी गरीबी रेखा से नीचे रहती है।

टाइम्स ने भारत की असमानता की तुलना 19वीं सदी के अमेरिका से की है। वो दौर जिसमें धांधली, भ्रष्टाचार और लोगों का शोषण कर अरबपति बने अमेरिकी बिजनेसमैन अपनी दौलत का दिखावा करते थे, जबकि लोग गरीबी में जीने को मजबूर थे।

ब्रिटेन का बीबीसी

ब्रिटेन के मीडिया हाउस BBC ने लिखा है कि मुकेश अंबानी दुनिया के 10वें सबसे अमीर आदमी हैं। फोर्ब्स के मुताबिक उनकी संपत्ति 115 बिलियन डॉलर है। हालांकि, उन्होंने ये नहीं बताया कि वो अपने बेटे की शादी पर कितना खर्च कर रहे हैं।

शादी के लिए देशभर से मेहमानों को लाने के लिए 3 फाल्कन-2000 जेट रेंट पर लिए गए थे। शादी के चलते मुंबई के रोड कई घंटों के लिए सील कर दिए गए थे। इससे फुटपाथ पर सामान बेचने वालों को परेशानियां हुईं।

कतर का अलजजीरा

कतर के मीडिया हाउस अलजजीरा ने लिखा है कि अंबानी की शादी में हद से ज्यादा पैसा खर्च किया गया है। मीडिया हाउस ने शादी के 2 पक्ष पेश किए हैं। एक में रिलायंस के अधिकारी के हवाले से लिखा है कि ये शादी भारत के बढ़ते इकोनॉमिक रुतबे को दिखाती है। वहीं, एक में विपक्ष की बात रखी है, जिसमें केरल के नेता थोमस इसाक के हवाले से शादी पर किए खर्च को गरीबों और धरती पर किया गया पाप बताया है।

सीएनएन ने लिखा- इतनी लंबी शादी नहीं देखी

CNN ने लिखा है कि अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट का वैवाहिक समारोह 29 दिसंबर को शुरू हुआ था जो जुलाई में भी जारी है। भारत में शादी समारोह का कई दिनों तक चलना आम बात है, लेकिन 7 महीने तक चलने वाली शादी शायद ही कभी देखी या सुनी गई हो। इस रिपोर्ट में 29 दिसंबर को हुई सगाई से लेकर 12 जुलाई की शादी तक हुए हर इवेंट के बारे में बताया गया है।

रिपोर्ट में आगे लिखा है कि अनंत अंबानी और राधिका की शादी को लेकर लोगों में उत्साह है, लेकिन पीछे कुछ आलोचनाएं भी हैं। उनके मुताबिक ये शादी अमीरों और गरीबों के बीच बढ़ती हुई असमानता की ओर इशारा करती है।

अंबानी परिवार को भी इसका एहसास है, इसलिए उन्होंने कुछ समारोहों से पहले दान-पुण्य के भी काम किए हैं। इस महीने की शुरुआत में उन्होंने 50 गरीब जोड़ों के लिए सामूहिक विवाह का आयोजन किया था। इन जोड़ों को आभूषणों के साथ-साथ एक साल के लिए घरेलू सामान और किराने का सामान गिफ्ट किया गया।

गार्जियन ने लिखा- तमाशे पर 5000 करोड़ खर्च

ब्रिटिश अखबार द गार्जियन ने अंबानी परिवार की तुलना ब्रिटेन के शाही परिवार से की है। ‘विंडसर’ ब्रिटेन के शाही परिवार का अंतिम नाम है। ये नाम शाही निवास के नाम पर रखा गया है। खबार ने लिखा है कि मुकेश अंबानी भारत के सबसे अमीर शख्स हैं।

उन्होंने कुछ सालों में बेतहाशा खर्च किया है। उनका घर एंटीलिया दुनिया का सबसे महंगा घर है। 2018 में उनकी बेटी की शादी पर 800 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किया गया था। इतना पैसा आज तक भारत में किसी भी शादी में खर्च नहीं हुआ।

अब उनके छोटे बेटे की शादी हो रही है, जिसका उत्सव कई महीनों से जारी है। ब्रिटिश अखबार ने लिखा है कि 5 महीने से भी अधिक समय तक चल रहे इस तमाशे में 5,000 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। यह एक बड़ी रकम है, मगर अंबानी की संपत्ति का सिर्फ 0.5% है।

अनंत अंबानी की शादी से राहुल गांधी ने बनाई दूरी

सोशल मीडिया पर राहुल गांधी और अनंत अंबानी को लेकर चर्चा गर्म है और उसकी वजह है अनंत अंबानी की शादी जिसे भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे महंगी शादी बताया जा रहा है लेकिन इस शाही शादी में कॉंग्रेस नेता सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने दूरी बना ली है। वो 12 तारीख को मुम्बई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन में होने जा रहे इस विवाह में नहीं पहुंचेंगे।

जबकि4 जुलाई को रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने खुद पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके 10 जनपथ आवास पर मुलाकात की और अपने बेटे अनंत अंबानी की बिजनेसमैन वीरेन मर्चेंट की बेटी राधिका मर्चेंट से शादी का निमंत्रण कार्ड पेश किया।

लेकिन ट्विटर पर इस शाही शादी और राहुल गांधी स्किप अनंत अंबानी मैरेज ट्रेंड होने लगा है जिसके बाद इसपर चर्चा गर्म हो चुकी है। राहुल ट्विटर पर गरीबों का नेता के तौर पर पेश करके कई फोटो भी शेयर की जा रही है।

जहां एक शादी के लिए जश्न की तस्वीर है तो दूसरी तरफ राहुल गांधी देश की जनता के साथ खड़े हैं। यह विश्वसनीय रूप से पता चला है कि गांधी परिवार – सोनिया और उनके बेटे लोकसभा नेता राहुल गांधी दोनों शायद शादी में शामिल नहीं होंगे।

राहुल गांधी या फिर गांधी परिवार ने इस शाही शादी से दूरी इसलिए भी की है क्योंकि हाल के दिनों में राहुल गांधी ने जनता की बात और मोदी सरकार के साथ अंबानी और अडानी पर ज़ुबानी हमला भी किया है।

अटकलें इस बात की भी हैं कि भारत मे जियो के करीब 40 करोड़ ग्राहक है और जब से जियो ने टैरिफ बढ़ाने की बात की है। तभी से ये चर्चा भी गर्म हो गई कि जनता को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। यही वजह है कि गरीबों के मसीहा बन चुके राहुल गांधी ने कुछ इन्हीं कारणों से शादी समाहरोह में जाने का फैसला रद्द किया होगा।

देश में कोई एक अकेला है जो सिद्धांतों से समझौता नहीं करते हैं। इस देश में राहुल गांधी को छोड़कर किसी पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। राहुल गांधी जननायक है गरीब दलित पिछड़े, आदिवासी, किसान, मजदूर के नेता है। उनके साथ है।

यही वजह है कि गांधी परिवार को पूरा देश सलाम करता है। पैसे वाले की गुलामी नहीं करते हैं। सच्चे दिल से देश की सेवा करते हैं। भारत की जनता यह सब देख रही है। देश की जनता राहुल के साथ है।

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MOOKNAYAK MEDIA

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Shahu Maharaj’s 1902 historic reservation order had protested by Tilak

MOOKNAYAK MEDIA BUREAU | September 08, 2024 | Jaipur: Rajarshi Shahu Maharaj, who was the king of the princely state of Kolhapur from 1894 to 1922, was known for his democratic ideals and progressive policies.

Shahu Maharaj’s 1902 historic reservation order had protested by Tilak

Shahu Maharaj also actively supported the post-Phule Satyashodhak and non-Brahmin movement in Maharashtra. He had supported Dr B R Ambedkar monetarily when the young Ambedkar had launched his first fortnightly publication Mooknayak in 1920.

Shahu Maharaj’s historic 1902 reservation order

On July 26, 1902, Shahu Maharaj gave a historic order to reserve 50% government jobs for lower castes in his princely state of Kolhapur. This was one of the earliest instances of reservation for lower castes as a matter of state policy. The order reads, “His Highness orders that, of all the seats that go vacant from the date of this proclamation, 50% should be filled with the backward classes.”

Below is the complete translation of the order by Rajarshi Shahu Maharaj as published in the volume Rajarshi Shahu Gaurva Granth (p 1077) by the Maharashtra government.

Proclamation of reserved seats for Backward Castes

The Kolhapur State Gazette

Currently in the Kolhapur princely state, steps have been taken to educate the people of all varnas and to encourage them towards education. However, looking at the condition of the underprivileged, the government feels sorry that these efforts haven’t had the kind of success that was expected.

After thinking carefully about the subject, the government has reached the conclusion that there aren’t enough opportunities available after completing one’s higher education.

As a solution for this and to encourage the backward classes (varnas) of the government’s subjects to opt for higher education, His Highness has decided that a higher portion of the princely state’s employment opportunities should be kept aside for these classes.

In this regard, His Highness orders that, of all the seats that go vacant from the date of this proclamation, 50% should be filled with the backward classes. In all the offices where backward class employees number less than 50%, all the next appointments should go to the backward classes.

After the publication of this order, the chiefs of each department should send a tri-monthly report of all the appointments (in their departments) to His Highness.

Note – The backward classes should be understood as all classes except Brahmin, Prabhu, Shenvi, Parsi and other advanced classes.

On the orders of His Highness,
Nagesh Pandurang Bhide,
Personal secretary

Rajarshi Shahu Gaurva Granth (p 1077)

Below is the Marathi original.

गलत UPI ID पर पैसे ट्रांसफर हो जायें तो वापसी के लिए क्या करें

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 25 अगस्त 2024 | जयपुर : डिजिटलाइजेशन के इस दौर में पेमेंट करना और फंड ट्रांसफर करना पहले से कहीं ज्यादा सुविधाजनक और आसान हो गया है। डिजिटल ट्रांजैक्शन की दुनिया में UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) एक गेम चेंजर बनकर आया है।

गलत UPI ID पर पैसे ट्रांसफर हो जायें तो वापसी के लिए क्या करें 

भारत में जून, 2024 में UPI के जरिए 1,388 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए। इस दौरान कुल 2,007 लाख करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई। ट्रांजैक्शन की संख्या में सालाना आधार पर 49% की बढ़ोतरी हुई है।

डिजिटल पेमेंट ( Digital Payment) के बढ़ते क्रेज के साथ कई बार गलतियां भी हो जाती है। कई बार नंबर डालने में हुई गलती के कारण गलत अकाउंट में पैसा चला जाता है या फिर जल्दीबाजी में गलत कोड स्कैन कर लेते हैं और गलती से पैसा किसी और के अकाउंट में चला जाता है।

यूपीआई ( UPI) के जरिए ऑनलाइन पेमेंट करते वक्त अगर गलती से आपका पेमेंट किसी और अकाउंट में चला जाए तो आपके पास मौका होता है उसे वापस पाने का, लेकिन जानकारी के अभाव में हम ऐसा करने से चूक जाते हैं। आइए हम आपको आज उस प्रोसेस के बारे में बताते हैं, जिसकी मदद से आप गलत अकाउंट में गए अपने पैसे का वापस पा सकते हैं।

गलत UPI ID पर पैसे ट्रांसफर हो जायें तो वापसी के लिए क्या करें

यही वजह है कि बीते कुछ वर्षों में डिजिटल पेमेंट का चलन तेजी से बढ़ा है। अब QR कोड स्कैन कर महज कुछ सेकेंड में पैसों का लेन-देन हो जाता है। UPI ने न सिर्फ डिजिटल पेमेंट करने की सुविधा दी है, बल्कि नकदी की जरूरत को भी लगभग खत्म कर दिया है।

हालांकि, कई बार लोग जल्दबाजी या लापरवाही की वजह से गलत UPI ID पर पैसे ट्रांसफर कर बैठते हैं, जिसके बाद पैसे वापस पाने के लिए परेशान होने लगते हैं।

इसलिए आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि गलत UPI ID में पैसे ट्रांसफर हो जाएं तो क्या करें। साथ ही जानेंगे कि-

  • किन वजहों से गलत UPI ID में पैसे ट्रांसफर होते हैं?
  • गलत पैसे ट्रांसफर होने पर किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

भारत में UPI जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती है।  गलत UPI ID में पैसे ट्रांसफर होने पर घबराने की नहीं, बल्कि समझदारी दिखाने की जरूरत है। इसके लिए कुछ आसान टिप्स अपना सकते हैं, जिससे आप गलत तरीके से ट्रांसफर हुए पैसे वापस आपके अकाउंट में आ जाएंगे।

सवाल- गलत UPI ID पर पैसे ट्रांसफर की क्या वजह हो सकती है?

जवाब- गलत UPI ID पर पैसे भेजने के लिए जल्दबाजी और लापरवाही एक बड़ी वजह है। लोग अक्सर जल्दबाजी में बिना जांचे UPI ID डालते हैं। जिसके कारण इस तरह की गलतियां कर बैठते हैं।

आइए, ग्राफिक में दिए इन पॉइंट्स को विस्तार से समझते हैं।

  • टाइपिंग की गलती या रिसीवर की गलतफहमी के कारण कई बार अनजाने में गलत UPI ID दर्ज कर सकते हैं।
  • UPI ID नाम या शब्दों पर आधारित होती है। ऐसे में कई बार गलती से ऐसी ID चुन सकते हैं, जो काफी मिलती-जुलती हो।
  • अगर आप डिजिटल पेमेंट के लिए QR कोड स्कैन करते हैं तो कई बार एक जगह पर लगे मल्टीपल QR से भ्रमित हो सकते हैं और गलत QR कोड में पैसे ट्रांसफर हो सकते हैं।
  • कई बार स्कैमर्स भी स्कैम के लिए जानबूझकर गलत UPI ID दे सकते हैं, जिस पर आप पेमेंट ट्रांसफर कर पैसे गवां सकते हैं।
  • UPI ऐप या सर्वर में टेक्निकल दिक्कत भी आती है, जिससे पेमेंट गलत UPI ID पर ट्रांसफर हो सकता है।

सवाल- गलत UPI ID पर पैसे ट्रांसफर हो जाएं तो क्या करना चाहिए?

जवाब- अगर आप गलती से किसी UPI ID पर पैसे भेज देते हैं तो घबराएं नहीं। पैसे को दोबारा प्राप्त करने के लिए सबसे पहले उस व्यक्ति से संपर्क करें, जिसके अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हुए हैं। उससे पैसे वापस करने का आग्रह करें। अगर वह पैसे वापस नहीं करता है तो जिस UPI ऐप (गूगल पे, फोन पे, पेटीएम) से ट्रांसफर हुआ है, उसके कस्टमर केयर नंबर पर तुरंत संपर्क करें।

इसके अलावा NPCI के पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। या फिर अपने बैंक से भी मदद मांग सकते हैं। इसके लिए तुरंत सभी आवश्यक साक्ष्य बैंक को देने होंगे। इससे आप अपना पैसा आसानी से वापस पा सकते हैं।

आइए, इन पॉइंट्स को विस्तार से समझते हैं।

  • सबसे पहले 18001201740 पर शिकायत दर्ज कराएं। इसके बाद अपने बैंक में जाकर एक एप्लिकेशन लिखें, जिसमें सभी आवश्यक जानकारी भरें। उन्हें सभी आवश्यक डिटेल्स और डॉक्यूमेंट्स दें।
  • इस वेबसाइट https://rbi.org.in/Scripts/Complaints.aspx पर जाकर भी शिकायत दर्ज की जा सकती है।
  • गलत लेन-देन की रिपोर्ट अपने UPI ऐप की कस्टमर हेल्प टीम को करें। उन्हें लेन-देन की सभी उचित जानकारी और सबूत दें। इससे रिफंड प्रक्रिया शुरू होने में आपको सहायता मिलेगी।
  • अगर आप अपने बैंक या UPI ऐप की कस्टमर सर्विस के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं तो आप इस मुद्दे को बैंकिंग लोकपाल के पास भेज सकते हैं। वे विवाद को सुलझाने के लिए आपके और संबंधित पक्षों के बीच मध्यस्थता कर सकते हैं।
  • इसके अलावा ऐप के कस्टमर हेल्प के द्वारा समस्या का समाधान न होने पर आप NPCI के पोर्टल पर शिकायत कर सकते हैं। उन्हें लेन-देन की डिटेल्स और सबूत उपलब्ध कराएं और वे मामले की आगे की जांच करेंगे।

सवाल- NPCI पोर्टल पर शिकायत करने के लिए क्या प्रोसेस है?

जवाब- अगर कस्टमर केयर सर्विस से कोई मदद नहीं मिल रही है तो आप NPCI पोर्टल पर शिकायत कर सकते हैं। इसके लिए नीचे दिए इन स्टेप्स को फॉलो करें।

  • सबसे पहले NPCI की आधिकारिक वेबसाइट https://www.npci.org.in/ पर जाएं।
  • इसके बाद Get in touch के ऑप्शन पर जाकर क्लिक करें।
  • इसके बाद नाम, ईमेल ID जैसी सभी जरूरी जानकारी भरें।
  • इसे सबमिट करने के बाद आगे बढ़ने पर Dispute Redressal Mechanism को सेलेक्ट करें।
  • कंप्लेंट सेक्शन के तहत ट्रांजैक्शन डिटेल्स डालें, जिसमें UPI ट्रांजैक्शन, वर्चुअल पेमेंट एड्रेस, अमाउंट ट्रांसफर्ड, डेट ऑफ ट्रांजैक्शन, ईमेल ID और मोबाइल नंबर शामिल होगा।
  • इसके अलावा कारण पूछे जाने पर “Incorrectly transferred to another account” (भूल से गलत अकाउंट में पैसे ट्रांसफर) के विकल्प को सेलेक्ट करें। इसके बाद इसे सबमिट कर दें।

सवाल- गलत अकाउंट में पैसे ट्रांसफर होने पर किन बातों का ध्यान रखें?

जवाब- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI की नई गाइडलाइन के मुताबिक अगर गलती से किसी अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हो जाते हैं तो 48 घंटे के भीतर रुपए रिफंड हो सकते हैं। इसके लिए नेट बैंकिंग और UPI से पेमेंट करने के बाद फोन पर प्राप्त मैसेज को संभालकर रखें। उसे डिलीट न करें।

दरअसल इस मैसेज में PPBL नंबर होता है, जो रुपए रिफंड लेने के लिए जरूरी मदद कर सकता है। आप गलत लेन-देन से संबंधित स्क्रीनशॉट लेकर गूगल पे, फोन पे, पेटीएम या UPI ऐप के कस्टमर केयर सपोर्ट में फोन कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

अगर प्राप्तकर्ता और भुगतानकर्ता बैंक एक ही हैं तो रिफंड में कम समय लगेगा। लेकिन अगर दोनों के अकाउंट दो अलग-अलग बैंकों में हैं तो पैसे रिफंड में अधिक समय लगेगा।

सवाल- क्या गलत ट्रांजैक्शन होने पर शिकायत करने की कोई समय सीमा है?

जवाब- अगर ट्रांजैक्शन गलत हो गया है तो तुरंत शिकायत करनी चाहिए। ट्रांजैक्शन के 48 घंटे के भीतर शिकायत करना जरूरी है।

इसके बाद शिकायत करने पर पैसा वापस आने की कोई गारंटी नहीं होती है। अगर बैंक रिवर्सल की सुविधा नहीं देता है तो आपको डिजिटल लेन-देन के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की लोकपाल योजना, 2019 के विनियमन 8 के तहत लोकपाल के पास शिकायत दर्ज करने का अधिकार है।

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कोई भी डिजिटल पेमेंट करने से पहले हमेशा उसकी अच्छे से जांच करें।प्राप्तकर्ता के संपर्क नंबर में एक भी गलत अंक दर्ज करने से राशि गलत व्यक्ति को ट्रांसफर हो सकती है। इसलिए किसी को भी ऑनलाइन पेमेंट करने से पहले सभी आवश्यक डिटेल्स की जांच करें।

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