मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 14 जुलाई 2024 | जयपुर : अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Attack on Donald Trump) पर शनिवार को जानलेवा हमला किया गया है। ट्रंप जब भाषण दे रहे थे, तभी उन पर गोलियां चलाई गईं। ट्रंप गोलियों की आवाज सुन नीचे झुके लेकिन जैसे ही उनको सुरक्षा अधिकारियों ने कवर किया तो वह उठे और हवा में मुट्ठी लहराते हुए मंच पर दिखे।
ट्रम्प पर फायरिंग उन्हीं की पार्टी के 20 साल के शूटर का एनकाउंटर
इस दौरान उनके चेहरे पर खून लगा हुआ था। खून से सने चेहरे के साथ हवा में मुट्ठी लहराते ट्रंप की तस्वीरें वायरल हो रही हैं और ये नवंबर महीने में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की दिशा भी बदल सकती हैं। अमेरिका की राजनीति में इसे हालिया वर्षों में हुए बड़े घटनाक्रम की तरह देखा जा रहा है। अमेरिकी एजेंसियां इसे ट्रंप की हत्या का प्रयास मानते हुए जांच कर रही हैं।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर फायरिंग हुई है। उनके दाएं कान पर गोली लगी है, लेकिन वो सुरक्षित हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें अस्पताल से छुट्टी भी दी जा चुकी है। घटना भारतीय समय के मुताबिक रविवार सुबह 4 बजे की है। तब अमेरिका में शनिवार के शाम करीब 6.30 बज रहे थे।
ट्रंप अमेरिका के पेंसिल्वेनिया राज्य के बटलर शहर में चुनावी रैली कर रहे थे। ट्रम्प मंच पर आए उन्होंने बोलना शुरू किया- ‘टेक अ लुक एट वॉट हैपंड’…और फायरिंग की आवाज आनी शुरू हुई। चीख-पुकार मचती है, ट्रम्प चौंकते हुए दायां हाथ कान पर रखते हैं और झुक जाते हैं।
इस बीच सुरक्षा गार्ड घेरा बना लेते हैं। ट्रम्प खड़े होते हैं, कान और खून से सने चेहरे के साथ दाईं मुट्ठी भींचते हुए कुछ कहने की कोशिश करते हैं। फिर गार्ड उन्हें घेरे में लेते हुए कार में लेकर निकल जाते हैं।
गोलीबारी में रैली में मौजूद एक व्यक्ति की मौत हुई है। 2 गंभीर रूप से घायल हैं। पेंसिल्वेनिया पुलिस ने बताया कि ट्रम्प पर करीब 400 फीट दूर मौजूद इमारत की छत से फायरिंग की गई। AR-15 राइफल से 8 राउंड गोलियां चलाई गईं। पहले राउंड में 3 और दूसरे राउंड में 5 गोलियां चलीं। पुलिस ने कहा कि संदिग्ध शूटर मारा गया है। उसकी उम्र 20 साल थी। अब तक हमले के मकसद की जानकारी नहीं है।
लाइव अपडेट्स
अमेरिका में 52 साल बाद किसी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर हमला हुआ है। इससे पहले 1972 में जॉर्ज सी वॉलेस पर गोली चलाई गई थी। वे भी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे। उन पर एक शॉपिंगसेंटर में गोली चलाई गई थी। इसके बाद वे मरते दम तक व्हील चेयर पर रहे।
इससे पहले 1972 में पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी के भाई रॉबर्ट एफ केनेडी पर हमला हुआ था। वे इलेक्शन कैंपेन लॉस एंजिल्स से लौट रहे थे।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक ट्रम्प पर AR-15 एसॉल्ट राइफल से हमला हुआ है।अमेरिका में 18 साल के बाद कोई भी शख्स गन और राफइल खरीद सकता है।
रॉयटर्स के मुताबिक इस साल फरवरी में डोनाल्ड ट्रम्प ने गन लॉबी को सपोर्ट किया था। एक रैली के दौरान उन्होंने कहा था कि अगर वो राष्ट्रपति बनते हैं तो गन पर लगाए गए बाइडेन प्रशासन के बैन को हटा देंगे।
अमेरिका की जांच एजेंसी FBI ने बताया है कि हमलावर थोमस मैथ्यू क्रूक्स के वोटर आई कार्ड से पता चला है कि वो ट्रम्प की ही रिपब्लिकन पार्टी से था। हालांकि, उसने बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े एक ग्रुप को 15 डॉलर यानी 1250 रुपए का चंदा भी दिया था।
पुलिस ने बताया कि ट्रम्प पर फायरिंग करने वाले का नाम मैथ्यू क्रुक्स है। 20 साल के क्रुक्स के फोटो-वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हैं। हालांकि अब तक अमेरिकी पुलिस या FBI ने इन फोटो-वीडियो की पुष्टि नहीं की है।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में राजनीतिक हिंसा के इस चौंकाने वाली घटना का चुनाव अभियान पर निश्चित रूप से फर्क पड़ेगा। ट्रंप की हवा में मुट्ठी लहराते हुए तस्वीरों को उनके बेटे एरिक ने सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा, ‘वह फाइटर हैं, जिसकी अमेरिका को जरूरत है।’ अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी घटना पर चिंता जताई और कहा कि देश में इस तरह की राजनीतिक हिंसा के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
बाइडन ने बदली रणनीति
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप पर हमले के बाद बाइडन के इलेक्शन कैंपेन ने सभी राजनीतिक बयानों को रोक दिया है और जितनी जल्दी हो सके अपने टेलीविजन विज्ञापनों को हटाने के लिए काम कर रहे हैं। वह मान रहे हैं कि इस समय डोनाल्ड ट्रंप पर हमला होना नुकसान करेगा। ऐसे में वह ट्रंप पर हमले की निंदा करने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, जॉर्ज डब्ल्यू बुश, बिल क्लिंटन और जिमी कार्टर सभी ने तुरंत बयान जारी करते हुए हिंसा की निंदा की और इस बात के लिए राहत जताई कि ट्रंप को कोई गंभीर चोट नहीं लगी।
दूसरी ओर ट्रंप के कुछ करीबी सहयोगी और समर्थक हिंसा के लिए बाइडन को दोषी ठहरा रहे हैं। एक रिपब्लिकन नेता ने एक्स पर एक पोस्ट में राष्ट्रपति बाइडन पर लोगों को ‘हत्या के लिए उकसाने’ का आरोप लगाया है।
ट्रंप के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने की रेस में शामिल सीनेटर जेडी वेंस ने कहा है कि बाइडन और उनकी टीम की ओर से जिस तरह की ट्रंप विरोधी बयानबाजी हुई, वही इस हमले की वजह बनी।
कई दूसरे रिपब्लिकन राजनेता भी ऐसी ही बातें करते हुए बाइडन को घेर रहे हैं। ये दिखाता है कि इस घटना के इर्दगिर्द चुनावी जंग की लाइन खींची जा रही है, आने वाले समय में यह केंद्र में रह सकती है जो चुनाव अभियान को नया मोड़ देगी।