मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 22 मार्च 2024 | जयपुर – दिल्ली : ED ने शराब नीति केस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शुक्रवार दोपहर 2 बजे राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। उनकी रिमांड पर सुनवाई जारी है। जांच एजेंसी ने 10 दिन की रिमांड मांगी है। साथ ही सीएम को इस मामले का मास्टरमाइंड बताया।
PMLA कोर्ट में ED बोली ‘केजरीवाल शराब नीति केस के सरगना’
ED ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली शराब नीति को बनाने में सीधे तौर पर शामिल थे। दो बार कैश ट्रांसफर किया गया। पहले 10 करोड़ और फिर 15 करोड़ दिए गए। केजरीवाल पंजाब और गोवा चुनाव के लिए फंडिंग चाहते थे। गोवा चुनाव में 45 करोड़ रुपए इस्तेमाल हुआ।
ED की तरफ से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) राजू ने तो अरविंद केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी दलीलें रख रहे हैं। केजरीवाल को 21 मार्च को CM हाउस से गिरफ्तार किया गया था। उनकी रात ED की लॉकअप में कटी। इस बीच दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली के CM बने रहेंगे। जेल से सरकार चलाएंगे। केजरीवाल को शुक्रवार दोपहर 2 बजे कोर्ट में पेश किया गया।
इससे पहले केजरीवाल अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुबह सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस बेला एम त्रिवेदी और जस्टिस एमएम सुंदरेश की बेंच के सामने कुछ ही देर बाद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से अर्जी वापस लेने की गुजारिश की।
केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट से कहा- ट्रायल कोर्ट में रिमांड की कार्यवाही सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के साथ टकरा रही है इसलिए उन्हें याचिका वापस लेने की अनुमति दी जाए। ट्रायल कोर्ट में हम पहले रिमांड प्रोसीडिंग पर लड़ेंगे और फिर एक और याचिका के साथ सुप्रीम कोर्ट आएंगे।
केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में AAP कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के ITO में प्रदर्शन किया। दिल्ली सरकार के दो मंत्रियों आतिशी और सौरभ भारद्वाज को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान केजरीवाल के परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी CM केजरीवाल के घर उनके परिवार से मिलने जा सकते हैं।
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की दो तस्वीरें…
लाइव अपडेट्स
चौधरी ने पूछा- ED बताए कि केजरीवाल से क्या जानना चाहते हैं
चौधरी ने कहा- ED केजरीवाल से क्या जानना चाहते हैं? मैं बस उनसे पूछता हूं। ईमेल केजरीवाल को संबोधित है। उन्होंने तीन समन का जिक्र किया। ED ने लिखा- सीएम की हैसियत से नहीं बल्कि व्यक्तिगत हैसियत से बुलाया जा रहा है।
एएसजी एसवी राजू ने हस्तक्षेप किया। तो चौधरी बोले- तुम क्यों डरते हो? राजू ने कहा- अगर यह आधारहीन नहीं है तो मैं आपत्ति नहीं करूंगा। यह पूरी तरह अप्रासंगिक है। आज समन का सवाल कहां है? क्या हम सम्मन पर बहस कर रहे हैं?
केजरीवाल ने सभी समन का उत्तर दिया
सीनियर एडवोकेट विक्रम चौधरी ने केजरीवाल की तरफ से कहा- अक्टूबर 2023 से समन जारी होने लगे थे। कल तक करीब नौ समन मिले। केजरीवाल ने सभी का उत्तर दिया।
केजरीवाल के खिलाफ सीधा सबूत नहीं
सिंघवी बोले- केजरीवाल के खिलाफ सीधा सबूत नहीं है। इसे रिमांड का आधार न बनाएं। इसमें लोकतंत्र के बड़े मुद्दे शामिल हैं।
शरद रेड्डी को इसलिए गिरफ्तार किया गया था क्योंकि वो केजरीवाल का नाम नहीं ले रहा था
सिंघवी ने कहा- शरद रेड्डी ने कहा है कि उसने विजय नायर को कोई पैसा नहीं दिया। ये बयान दो साल पहले 9 सितम्बर 2022 को दिया गया था।शरद रेड्डी को गिरफ्तार भी इसलिए किया गया कि वो केजरीवाल का नाम नहीं ले रहा था। हे प्रभु हम एलिस इन द वंडरलैंड की तरह हैं।
सिंघरी ने कहा- पहले तो यहां कुछ भी नहीं था। पहचान करने वाला कह रहा था में कुछ नहीं जानता। बाद में वो सरकारी गवाह बन गया। यदि यह अनुच्छेद 21, अनुच्छेद 20 और मानवाधिकारों का तथाकथित उच्च सिद्धांत है, तो हे प्रभु हम एलिस इन द वंडरलैंड की तरह हैं।
सिंघवी बोले- जो सरकारी गवाह बन जाते हैं, उनकी पीठ में दर्द होने लगता है ।
सिंघवी ने ASG से कहा- आपने 50 मिनट तक बहस की। मैं आश्वासन देता हूं कि मैं छोटा रहूंगा। केजरीवाल की गिरफ्तारी का पूरा आधार ये नाम हैं। क्यों? क्योंकि एक व्यक्ति ने उनका नाम लिया। जो लोग सरकारी गवाह बन जाते हैं, उन्हें पीठ में दर्द होता है और पीठ दर्द होने पर वे जमानत का विरोध नहीं करते। यह नया फार्मूला है जो मैं देख रहा हूं।
केजरीवाल बोले- मेरा जीवन देश के लिए समर्पित है
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा- रिमांड यूं ही नहीं मिल जाती
- केजरीवाल के वकील सिंघवी ने कहा कि रिमांड यूं ही नहीं मिल जाती। इसके लिए कोर्ट को संतुष्ट करना पडता है। ED साबित करे कि आखिर केजरीवाल की गिरफ्तारी की जरूरत क्यों है?
- यह पहली बार है जब किसी राजनीतिक पार्टी के टॉप 4 नेताओं की गिरफ्तारी हुई है। सिटिंग मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी हुई है। भारत के इतिहास में पहली बार किसी मौजूदा मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया है।
- ऐसा लगता है जैसे पहला वोट डालने से पहले ही आपको नतीजे पता चल गए हों। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले है। चुनाव के लिए नॉन लेवल फील्ड बनाया जा रहा है। चुनाव नजदीक हैं। इससे संविधान की मूल संरचना प्रभावित होती है। इसका असर लोकतंत्र पर पड़ता है।
- ED का अब नया तरीका है। पहले गिरफ्तार करो, फिर उनको सरकारी गवाह बनाकर मनमाफिक बयान हासिल करो। इसकी एवज में उन्हें जमानत मिल जाती है।
ASG राजू ने कहा- हवाला के जरिए 45 करोड़ रुपए गोवा ट्रांसफर किए गए
ASG राजू ने कहा कि हवाला के जरिए 45 करोड़ रुपए गोवा ट्रांसफर किए गए। न केवल बयान बल्कि सीडीआर से भी इसकी पुष्टि होती है। हमने मनी ट्रेल की भी जांच की है। गोवा में पैसा 4 रास्तों से भेजा गया। ये लोग नियमित संपर्क में थे। आरोपों की पुष्टि गोवा में आप के एक उम्मीदवार ने भी की है। इस व्यक्ति को नकद भुगतान भी किया गया था।
ED के वकील ने कहा- दो बार कैश ट्रांसफर किया गया।
- ASG राजू ने कहा कि दो बार कैश ट्रांसफर किया गया। बची बाबू के जरिए पहले 10 करोड़ और फिर 15 करोड़ दिए गए। केजरीवाल पंजाब और गोवा चुनाव के लिए फंडिंग चाहते थे। गोवा चुनाव में 45 करोड़ रुपए इस्तेमाल हुआ।
- केजरीवाल आप पार्टी के मुखिया हैं। शराब नीति अरविंद, मनीष और संजय सिंह ने लागू की थी। विजय नायर केजरीवाल का दाहिना हाथ है। वह केजरीवाल के लिए कीकबैक इकट्ठा करता था। पॉलिसी लागू कराना और जो ना माने उसे धमकाने का काम करता था।
- ASG ने बताया कि एक सरकारी गवाह दिनेश अरोड़ा ने अपने बयान में खुलासा किया कि विजय नायर के निर्देश पर उसने 31 करोड़ रुपए दिए थे। ASG ने एक बार फिर कहा कि साउथ ग्रुप से मिले 45 करोड़ का इस्तेमाल आम आदमी पार्टी ने 2021-22 में गोवा कैंपेन में किया था।
एडवोकेट चौधरी ने कहा- यह ED का नाटक
एडवोकेट चौधरी ने कहा- यह ED द्वारा खेला जा रहा एक नाटक है। कानून का एक सामान्य छात्र जानता होगा कि पीएमएलए की धारा 70 एक कंपनी और एक फर्म पर मुकदमा चलाने के लिए है। यह किसी राजनीतिक दल के संबंध में नहीं है जो जन प्रतिनिधि अधिनियम के तहत एक अलग इकाई है।
एडवोकेट चौधरी बोले- ED के इरादे में छल
एडवोकेट चौधरी ने कहा- रिमांड की शुरुआती लाइन में ही ED का छल और गलत बयानी दिखती है। इसमें केजरीवाल को AAP प्रमुख या मुख्यमंत्री के रूप में नहीं बुलाया जा रहा है।
एडवोकेट चौधरी बोले- ED गिरफ्तारी के लिए चुनाव का इंतजार कर ही थी
एडवोकेट चौधरी ने कहा- क्या ED चुनाव शुरू होने का इंतजार कर रही थी, ताकि केजरीवाल को रोका जा सके। ताकि आप केजरीवाल को चुनाव लड़ने या उसमें भाग लेने से रोक सकें, जो हर राजनेता का अधिकार है। यदि एक मौजूदा मुख्यमंत्री को इस तरह से गिरफ्तार किया जाता है, तो हम रिमांड की प्रार्थना को अस्वीकार करने के लिए एक छोटा सा आवेदन दे रहे हैं।
सीनियर एडवोकेट रमेश गुप्ता अब केजरीवाल का पक्ष रख रहे हैं। एएसजी ने केजरीवाल के तीसरे वकील का विरोध किया। एएसजी राजू ने कहा- तीन वकील एक व्यक्ति का पक्ष नहीं रख सकते। राजू के विरोध का खारिज कर दिया गया।
एडवोकेट गुप्ता ने कहा- केजरीवाल के खिलाफ सबूत नहीं
एडवोकेट गुप्ता ने कहा- अब ED का कहना है कि उन्हें पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड चाहिए। धारा 19 कहती है कि जब आप अपराध के दोषी होने का निष्कर्ष निकालते हैं। इसका मतलब है कि उनके पास मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं है। इसका मतलब है कि वे पहले ही यह निष्कर्ष निकाल चुके हैं कि मैं अपराध का दोषी हूं।
यह भी पढ़ें : ED देश की सबसे ताकतवर जांच एजेंसी कैसे बनी
एएसजी बोले- सरकारी गवाह का बयान की चर्चा अभी जरूरी नहीं
एएसजी राजू ने कहा- सरकारी गवाह के बयान को कितना महत्व दिया जाना चाहिए, यह जांच का विषय है। इसे रिमांड में नहीं देखा जा सकता।
ASG राजू बोले- सरकारी गवाह का बयान खारिज नहीं किया जा सकता
ASG राजू ने कहा- सरकारी गवाह के बयान को खारिज नहीं किया जा सकता है। ये बयान 164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने होते हैं। ED ने कहा हमने इस मामले जो नया बयान दर्ज किया है वह गोवा से एक AAP उम्मीदवार का है, जो मार्च 2024 में दर्ज किया गया है।
बहस जारी है…