मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 04 मई 2024 | जयपुर – दिल्ली – अजमेर : राजस्थान एसीबी के डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरडा (ACB DG Ravi Prakash Mehrada) ने शुक्रवार को अपना कार्यभार संभाल लिया। मूकनायक मीडिया से हुई खास बातचीत में मेहरडा ने कहा- प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए वह हर सम्भव प्रयास करेंगे। जो अपराध करेगा उसे छोड़ा नहीं जायेगा।
‘प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए हर सम्भव प्रयास करेंगे’ रवि प्रकाश मेहरड़ा डीजी एसीबी
डॉ. रवि प्रकाश मेहरडा ने अधिकारियों की मौजूदगी में पदभार किया ग्रहण। राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो का मुखिया बदल गया है। भजन लाल शर्मा सरकार ने राजस्थान एसीबी डीजी की जिम्मेदारी आईपीएस अधिकारी रवि प्रकाश मेहरड़ा को सौंपी है।
आइपीएस डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने शुक्रवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के महानिदेशक का पदभार ग्रहण करते हुए कहा कि सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार पर सख्ती से अकुंश लगाना ही एसीबी का काम है। उन्होंने कहा कि, सरकारी विभागों में आमजन को परेशान कर रिश्वत वसूलने वालों पर नजर रखने के लिए एसीबी अपना मुखबिर तंत्र बढ़ाए।
सरकारी विभागों के मुखियाओं को भी खुद के विभाग में निगरानी रखने की जरूरत है और सही काम को भी लंबित रखने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि आमजन के काम समय पर पूरे हो सकें।
डीजी ने मैसेज दिया है कि कानून की रक्षा करने वाले कानून तोड़ते हैं। वह भी उसी कानून की जद में आते हैं। आप ने देखा होगा कि कुछ पुलिस अधिकारी उसी थाने में बंद होते हैं। जहां के वह अधिकारी होते हैं। कानून सब के लिए समान हैं। पढ़िए मूकनायक मीडिया द्वारा लिया डॉ. रवि प्रकाश मेहरडा का पूरा इंटरव्यू…
मूकनायक मीडिया सवाल-01 डीजी एसीबी के तौर पर भ्रष्टाचार मुक्त राजस्थान आप की क्या प्राथमिकता रहने वाली है?
जवाब- कोई भी एसीबी में अधिकारी या टीम रहेगी। उनकी प्राथमिकता भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की रहेगी। उसके लिए जो भी काम करना है। कार्य योजना बनानी है। वह ऐसी हो, जिसमें कोई लूज पोल ना हो। जो केस पुराने हैं, उनके निस्तारण के प्रयास होने चाहिए। इससे नए केस पर काम कर सकें। सूचना तंत्र पर काम करें। हेल्प लाइन को मजबूत कर सके। आमजन में जो विश्वास है। एसीबी उसे बढ़ा सके।
मूकनायक मीडिया सवाल-02 आपके डीजी एसीबी के आदेश सरकार ने निकाले, उसके बाद आपके जहन में क्या प्लान आया, भ्रष्टाचार कैसे खत्म करेंगे? ट्रेप कैसे किS जाएं इस की कोई प्लानिंग?
जवाब- एसीबी की कार्य प्रणाली को समझे बिना नवाचार की बात पहले दिन करना उचित नहीं होगा। अधिकारियों के साथ बैठक कर सारी कार्य प्रणाली देखकर,आंकड़े देख कर क्या पेंडेंसी हैं। किस तरीके से काम करना है। तभी किसी नवाचार और नई चीजों को लागू करने की बात की जा सकती है। जो आगामी दिनों में हो सकता है। आप से शेयर करेंगे।
मूकनायक मीडिया सवाल-03 केंद्र सरकार ने भी राज्य सरकारों को ट्रेप हुए आईपीएस-आईएएस की अभियोजन स्वीकृति के लिए कह दिया है कि उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी जाये। आप की क्या प्राथमिकताएं हैं?
जवाब- अभियोजन स्वीकृति संबंधित विभागों के प्रमुखों को देनी होती है। उसके समय को कितना कम किया जाए। इससे स्वीकृति समय पर आ जाए। कई बार एसीबी और विभाग के बीच में अंडरस्टैंडिंग में गैप देखने को मिलता है। उस गैप को कम करने के लिए उन विभागों से संवाद निरंतर जारी रखेंगे। हर विभाग की अपनी प्रकिया होती है। उसे हम भी समझेंगे। पीसी एक्ट प्रोविजन के बारे में विभागों को समझाएंगे।
मूकनायक मीडिया सवाल-04 कुछ जिलों में एसीबी की ट्रेप की कार्रवाई नहीं होती है। इसके पीछे मिली भगत की शिकायत भी एसीबी मुख्यालय में आई है। क्या उन जिम्मेदार एसीबी के अधिकारियों के खिलाफ भी एक्शन होगा।
जवाब- इन आंकड़ों पर मैं अभी कोई कमेंट नहीं कर सकता। क्योंकी आज ही मैने जॉइन किया है। मैं देखूंगा की किस जिले में ट्रेप की कार्रवाई हो रही है। कहां नहीं हो रही है। नहीं होने के पीछे क्या कारण हैं।
मूकनायक मीडिया सवाल-05 हाल ही में एसीबी ने एक आईपीएस अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया हैं। कुछ ऑफिसर हैं, जो एसीबी में बैठ कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं, आपके पास क्या कोई जीरो टॉलरेंस का प्लान हैं।
जवाब- कानून की नजर में सब बराबर हैं। कई बार कानून की रक्षा करने वाले कानून तोड़ते हैं। वह भी उसी कानून की जद में आते हैं। अगर कोई विभाग में बैठक कर कानून तोड़ रहा है। उसके खिलाफ एक्शन होगा। देखना होगा की कई बार पुलिसकर्मी उसी थाने में बंद होते हैं। जहां के वह अधिकारी रहे हैं। कानून सभी के लिए बराबर है।
मूकनायक मीडिया सवाल-06 पब्लिक की सोच है कि एसीबी के पास शिकायत लेकर जाएंगे तो एसीबी कड़ा एक्शन करेगी। इससे रिश्वत लेने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन होगा। आगे भी क्या इसी तरह का प्लान रहेगा?
जवाब- जो पहले काम हुआ वह बहुत अच्छा हुआ है। सभी बड़े अनुभवी अधिकारी रहे हैं। हम लोग प्रयास करेंगे की उनके अच्छे काम को और आगे बढाएं। एसीबी में और सुधार लेकर आएं।
इससे पहले आइपीएस डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने शुक्रवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के महानिदेशक का पदभार ग्रहण करते हुए कहा कि सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार पर सख्ती से अकुंश लगाना ही एसीबी का काम है। उन्होंने कहा कि सरकारी विभागों में आमजन को परेशान कर रिश्वत वसूलने वालों पर नजर रखने के लिए एसीबी अपना मुखबिर तंत्र बढ़ाये।
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सरकारी विभागों के मुखियाओं को भी खुद के विभाग में निगरानी रखने की जरूरत है और सही काम को भी लंबित रखने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि आमजन के काम समय पर पूरे हो सकें। डीजी मेहरड़ा एसीबी मुख्यालय पहुंचे, तब उनका स्वागत अतिरिक्त महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव ने किया।