मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 27 दिसंबर 2023 | जयपुर – दिल्ली – छारा : रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) और कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार सुबह हरियाणा में बजरंग पूनिया के गांव छारा के अखाड़े में पहुंचे। यहां उन्होंने पहलवानों से मुलाकात की। इस दौरान राहुल ने बजरंग पूनिया से कुश्ती लड़ उसके दांव-पेंच भी जाने।
राहुल गांधी करीब पौने घंटे तक अखाड़े में रहे। उन्होंने नए पहलवानों से WFI-रेसलर्स विवाद को लेकर बातचीत की। इसके बाद बजरंग और दीपक पूनिया के कोच वीरेंद्र से भी मिले। राहुल गांधी के दौरे पर बजरंग पूनिया ने कहा- राहुल अखाड़े में हमारा रूटीन देखने आए थे कि एक खिलाड़ी का जीवन कैसा होता है। यहां से वे दिल्ली की तरफ रवाना हो गए।
वापस लौटने के बाद राहुल ने सवाल किया कि अपने अखाड़े की लड़ाई छोड़ अगर इन खिलाड़ियों, भारत की बेटियों को अपने हक और न्याय की लड़ाई सड़कों पर लड़नी पड़े तो कौन अपने बच्चों को यह राह चुनने के लिये प्रोत्साहित करेगा? राहुल करीब पौने घंटे तक अखाड़े में रुके।
राहुल गांधी का यह सरप्राइज दौरा ऐसे वक्त पर हुआ है, जब पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने WFI को लेकर मोर्चा खोल रखा है। फेडरेशन में बृजभूषण के करीबी संजय सिंह के अध्यक्ष चुने जाने के बाद साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास ले लिया।
बजरंग पूनिया ने प्रधानमंत्री को ढ़ाई पेज की चिट्ठी लिख पद्मश्री उनके आवास के बाहर फुटपाथ पर रख दिया। मंगलवार को विनेश फोगाट ने भी PM को 2 पेज की चिट्ठी लिख खेल रत्न और अर्जुन अवार्ड लौटाने का ऐलान कर दिया।
कोच बोले-अचानक पहुंचे राहुल
रेसलर बजरंग पूनिया के कोच और अखाड़े के संचालक वीरेंद्र ने बताया कि हम तो रूटीन में प्रैक्टिस करा रहे थे। सुबह करीब सवा 6 बजे अचानक राहुल अखाड़े पहुंचे। हम सभी देखकर हैरान रह गए। राहुल ने पहले सभी का हाल-चाल पूछा और फिर खिलाड़ियों के साथ खुद प्रैक्टिस की।
उन्होंने बताया कि उन्हें खेल के बारे में बहुत जानकारी है। हमारी पहलवानों के प्रकरण पर भी उनसे बात हुई। हमने बताया कि पहलवान खासकर महिला पहलवान बहुत मानसिक परेशानी झेल रही हैं, लेकिन उनके हाथ में क्या है।
साक्षी मलिक के कुश्ती से संन्यास और बजरंग पूनिया के पद्मश्री लौटाने के बाद दोनों पहलवानों ने दिल्ली में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी। यह मीटिंग सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कराई थी।
बाजरे की रोटी और सरसों के साग का स्वाद चखा
राहुल ने अखाड़े में मेट पर कुश्ती की। इसके बाद राहुल उन्होंने बाजरे की रोटी और सरसों का साग भी साथ बैठकर खाया। इसके बाद दिल्ली जाते वक्त कुछ किसानों ने उन्हें खेत में लगे गन्ने और मूली भी तोड़कर दी। राहुल सुबह के वक्त में अखाड़े में पहुंचे थे। इससे स्वागत के लिए फूल का गुलदस्ता नहीं मिला तो अखाड़े के कोच ने खेत से मूली निकालकर भेंट की।
अखाड़े से लौटने के बाद राहुल गांधी ने क्या कहा…
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा-” वर्षों की जी तोड़ मेहनत, धैर्य एवं अप्रतिम अनुशासन के साथ अपने खून और पसीने से मिट्टी को सींच कर एक खिलाड़ी अपने देश के लिए मेडल लाता है। आज झज्जर के छारा गांव में भाई वीरेंद्र आर्य के अखाड़े पहुंच कर ओलिंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया समेत अन्य पहलवान भाइयों के साथ चर्चा की।
सवाल सिर्फ एक है – अपने अखाड़े की लड़ाई छोड़ अगर इन खिलाड़ियों, भारत की बेटियों को अपने हक और न्याय की लड़ाई सड़कों पर लड़नी पड़े तो कौन अपने बच्चों को यह राह चुनने के लिये प्रोत्साहित करेगा? यह किसान परिवार के निश्छल, सीधे एवं सरल लोग हैं, इन्हें तिरंगे की सेवा करने दीजिए। इन्हें पूरे मान और सम्मान के साथ भारत का सिर गौरव से ऊंचा करने दीजिए।
WFI और रेसलर्स के विवाद की अहम बातें…
18 जनवरी,2023: पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक सहित करीब 30 रेसलर ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन शुरू किया था। तब पहलवानों ने कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कोच पर महिला पहलवानों का सेक्शुअल हैरेसमेंट के गंभीर आरोप लगाए। खेल मंत्रालय के आरोपों की जांच के लिए कमेटी गठित करने के बाद उन्होंने धरना खत्म कर दिया।
23 अप्रैल, 2023: पहलवानों ने जांच कमेटी पर सवाल खड़े करते हुए फिर से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना शुरू किया। इस बार पहलवान पहले से बड़ी तैयारी के साथ बैठे।बृजभूषण शरण सिंह पर कार्रवाई नहीं होते देख पहलवानों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
हाईकोर्ट के आदेश पर बृजभूषण शरण सिंह सहित अन्य पर पहलवानों के आरोपों के संबंध में दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज कर ली। इस बीच मई में होने वाले कुश्ती संघ के चुनाव पर भी रोक लग गई। यह तस्वीर WFI के कुछ दिन पहले हुए चुनाव के बाद की है। जिसमें बृजभूषण (गले में माला पहने) के करीबी संजय सिंह (दाएं) को जीत मिली थी। जिसके बाद पहलवानों ने संन्यास और अवार्ड वापसी शुरू कर दी।
28 मई, 2023: पहलवानों ने दिल्ली में नई संसद भवन के उद्घाटन वाले दिन महिला संसद का ऐलान किया। विरोध प्रदर्शन के बाद दिल्ली पुलिस ने बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट सहित प्रदर्शन कर रहे अन्य पहलवानों पर दंगा करने और बाधा डालने का मामला दर्ज किया।
बाद में बजरंग, साक्षी और विनेश हरिद्वार में गंगा में अपने मेडल बहाने पहुंच गए थे। हालांकि उन्होंने किसान संगठनों के दखल के बाद गंगा में मेडल नहीं बहाए। इस बीच पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की तरफ से भारतीय कुश्ती संघ के होने वाले चुनाव पर रोक लगा दी गई। बाद में जब हाईकोर्ट की तरफ से रोक हटी तो 21 दिसंबर को कोर्ट की तरफ से चुनाव कराने की तारीख तय की गई। यह तस्वीर 30 मई 2023 की है, जब साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया अपने मेडल गंगा में बहाने के लिए हरिद्वार में हर की पैड़ी पहुंच गए थे।
21 दिसंबर, 2023: WFI के चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह ने हरियाणा की अनिता श्योराण को हराकर जीत दर्ज की। उसी दिन पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और संजय सिंह को बृजभूषण शरण सिंह का बिजनेस पार्टनर बताते हुए साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास लेने का भी ऐलान कर दिया।
22 दिसंबर 2023: बजरंग पूनिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ढ़ाई पेज की चिट्ठी लिखकर पद्मश्री अवार्ड लौटाने की घोषणा कर दी। वे दिल्ली में प्रधानमंत्री के घर के बाहर भी पहुंच गए। अंदर जाने की परमिशन नहीं मिली तो उन्होंने पद्मश्री अवार्ड फुटपाथ पर रख दिया।
26 दिसंबर, 2023: विनेश फोगाट ने भी बजरंग पूनिया की तरह 2 पेज की चिट्ठी प्रधानमंत्री के नाम लिखी और फिर खेल रत्न और अर्जुन अवार्ड लौटाने की बात कही।