मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 16 जनवरी 2024 | जयपुर – दिल्ली – बांसवाड़ा : बांसवाड़ा संभाग में कांग्रेस के कद्दावर नेता महेंद्रजीत सिंह मालवीया जल्द भाजपा जॉइन कर सकते हैं। भाजपा में शामिल होने से पहले दिल्ली में मौजूद मालवीया ने मीडिया में पहली बार कांग्रेस पर निशाना साधा और बिना नाम लिए कांग्रेस आलाकमान को भी घेरने की कोशिश की।
कांग्रेस के कद्दावर महेंद्रजीत सिंह मालवीया भाजपा जॉइन कर सकते हैं भाजपा
मालवीया बांसवाड़ा जिले की बागीदौरा से विधायक भी हैं। उन्होंने कहा- कांग्रेस की जो स्थिति है, वह आप सब देख रहे हैं। पार्टी में जो पहले विजन था, वो अब नहीं रहा। मुझे तीन साल तक मंत्री नहीं बनाया। कांग्रेस कुछ लोगों के बीच घिर गई है। आगे देखते हैं, क्या होता है।
बड़े डाइमेज कंट्रोल में तीन विधायकों को गहलोत ने बुलाया जयपुर
मालवीया के भाजपा में शामिल होने से पहले कांग्रेस भी अलर्ट मोड़ में आ गई है। जानकारी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिले के तीन अन्य विधायक बांसवाड़ा से अर्जुनसिंह बामनीया, घाटोल से नानालाल निनामा और कुशलगढ़ विधायक रमीला खड़िया की जयपुर बुला लिया है। पूर्व मंत्री मालविया के इस कदम के बाद जिले की कांग्रेस में गहमागहमी बढ़ गई है। चर्चा यह भी है कि मालवीया गुट के नानालाल निनामा भी पार्टी छोड़ सकते हैं।
आदिवासी चेहरा हैं, राजनीति का लंबा अनुभव
महेंद्रजीत सिंह मालवीया को कांग्रेस का आदिवासी चेहरा माना जाता रहा है। मालवीया के पास लंबा सियासी तजुर्बा है। वो सरपंच से लेकर, प्रधान, विधायक और सांसद का चुनाव लड़ चुके हैं। दक्षिणी राजस्थान, ख़ास तौर पर बांसवाड़ा-डूंगरपुर में उनका मजबूत जनाधार है। भाजपा उन्हें डूंगरपुर-बांसवाड़ा से लोकसभा का उम्मीदवार बना सकती है, यहां से कनकमल कटारा सांसद हैं।
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राजस्थान कांग्रेस को बड़ा झटका
मालवीया अगर कांग्रेस छोड़कर भाजपा जॉइन करते हैं तो प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस को बड़ा झटका लगेगा। पार्टी के बड़े नेता और सीडब्ल्यूसी मेंबर महेंद्र जीत सिंह मालवीया ने गुरुवार देर शाम मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की थी। सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस मीटिंग में दोनों के बीच भाजपा के आने के समीकरण पर चर्चा हुई है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी के साथ मालवीया।
मालवीया ने भाजपा जॉइन की तो पार्टी एक साथ कई निशाने साध लेगी। आगामी लोकसभा चुनाव के बाद पंचायतीराज चुनाव में भी इसका लाभ मिलेगा। बीते ढाई दशक से भाजपा जिला प्रमुख नहीं बना पाई है। मालवीया की मुख्यमंत्री से मुलाकात, नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाने जैसी बातों ने मालवा और गुजरात से सटे इस लोकसभा क्षेत्र में इन सवालों और चर्चाओं को हवा दे दी है कि वे पार्टी बदल रहे हैं। यदि ऐसा हुआ तो यह हरिदेव जोशी के मुख्यमंत्री बनने की भांति ही वागड़ की राजनीति का सबसे बड़ा टर्निंग पाॅइंट होगा। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के साथ मालवीया।