मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 08 अप्रैल 2024 | जयपुर – दिल्ली – विधायकपुरी : जयपुर घूमने आए जापानी पर्यटक से डेढ़ साल पहले 31 लाख रुपए की धोखाधड़ी के मामले में अब नया खुलासा हुआ है। पर्यटक से ठगी करने वाले बदमाशों से मिलीभगत कर 7 लाख रुपए लेकर जांच बंद करने वाले दो पुलिसकर्मी हेड कॉन्स्टेबल व कॉन्स्टेबल को विधायकपुरी पुलिस ने 7 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया।
हेड कॉन्स्टेबल का कुछ समय पहले ही ज्योति नगर थाने में तबादला हुआ था। वहीं, कॉन्स्टेबल वर्तमान में यहीं तैनात था। दरअसल, धोखाधड़ी के मामले में जापानी पर्यटक ने साल 2023 में भी ऑनलाइन शिकायत भेजी थी। इस परिवाद की जांच विधायकपुरी थाने पहुंची। जहां पर हेड कॉन्स्टेबल सत्येन्द्र सिंह व कॉन्स्टेबल राजकुमार ने आरोपियों से मिलीभगत करके 7 लाख रुपए हड़प लिए और उसके बाद परिवाद को बंद कर दिया।
जापानी पर्यटक धोखाधड़ी मामले में विधायकपुरी थाने के दो पुलिसकर्मी गिरफ्तार
पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया- साल 2024 में पीड़ित जापानी पर्यटक सासो ताकेसी ने एम्बेसी के जरिए दुबारा शिकायत भेजी थी। इसे कमिश्नर ने पर्यटक थाने भेजा। मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए। इस पर पर्यटक थाना पुलिस ने ई-मेल के जरिए पीड़ित से बातचीत की और अगले दिन ही कार्रवाई करते हुए मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
जयपुर की छवि खराब ना हो, इसलिए कमिश्नर ने तुरंत लिया एक्शन
दरअसल, ये तीन बदमाश दिसंबर 2022 में जयपुर घूमने आए जापानी पर्यटक सासो को बातों में उलझाकर सीकर के रामगढ़ सेठान स्थित खुद के गांव ले गए थे। जहां पर रात के समय दो बदमाश पुलिसकर्मी बनकर आए। मादक पदार्थ तस्करी के केस में फंसाने की धमकी देकर 1.5 लाख रुपए कैश हड़प लिए थे।
उसके बाद पीड़ित को जयपुर लाकर उसके क्रेडिट कार्ड से 26.50 लाख रुपए कीमत को सोना खरीद लिया था। बदमाश यहीं नहीं रुके। पीड़ित के जापान जाने के बाद भी धमकी देकर 2.90 लाख रुपए ऑनलाइन मंगवा लिए थे।
मामला रफा-दफा के लिए 7 लाख
धमकियों से परेशान होकर पीड़ित ने शिकायत की थी। विधायकपुरी थाने में हेड कॉन्स्टेबल सत्येन्द्र को जांच दी गई। सत्येन्द्र ने 27 अगस्त 2023 को वॉट्सऐप कॉल कर आरोपी असगर को थाने बुलाया। ठगी की पूछताछ की। इसके बाद सत्येन्द्र व राजकुमार ने 2.90 लाख सासो को लौटाने को कहा।
साथ ही चार लाख रुपए मामले को रफा-दफा करने के लिए मांगे। इसके बाद दोनों ने मिलकर आरोपी से तीन बार में 7 लाख लेकर परिवाद बंद कर दिया। इसके बाद हेड कॉन्स्टेबल का दूसरे थाने में तबादला हो गया। पुलिस गिरफ्त में पर्यटक से लूट के तीनों आरोपी।
दुबारा शिकायत हुई तो हुआ बड़ा खुलासा
इधर, एम्बेसी के अधिकारियों ने कमिश्नर से इस मामले की दुबारा शिकायत की तो उन्होंने हेड कॉन्स्टेबल सत्येन्द्र को बुलाकर पूछा। इस दौरान वह झूठ बोल निकल गया। इसके बाद सत्येन्द्र ने आरोपियों को ज्योतिनगर थाने बुलाकर कहा- मामला वापस खुल गया, कमिश्नर खुद देख रहे हैं। इसलिए आपके पैसे वापस दे देंगे, हमारा नाम मत लेना।
पैसे लौटाने से पहले ही पर्यटक थाना पुलिस ने आरोपियों सीकर के रामगढ़ सेठान निवासी असगर खान, हसनपुरा निवासी शरीफ बैक व कयूम को गिरफ्तार कर लिया। इनसे पूछताछ में पूरा मामला खुल गया और दोनों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
इस मामले में 3-4 आरोपी अभी तक फरार चल रहे हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया- पर्यटक के साथ हुई धोखाधड़ी के मामले को पैसे लेकर रफा-दफा कर दिया। दुबारा शिकायत हुई तो हेड कॉन्स्टेबल को बुलाकर पूछा, लेकिन झूठ बोलकर चला गया।
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उसके बाद पर्यटक थाने में मुकदमा दर्ज करवाकर एसएचओ से जांच करवाई और एडिशनल डीसीपी को सुपरजिवन दिया। उन्होंने 6 अप्रैल को आरोपियों को चिह्नित कर पकड़ लिया। आरोपियों ने पूछताछ में 7 लाख रुपए देने की बात कबूली, जिसकी तस्दीक कर दोनों को 7 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया गया।